भोग वाली खिचड़ी
"दुर्गा पूजा 2025 के लिए स्पेशल रेसिपी – भोग वाली खिचड़ी। जानें इसका इतिहास, पोषण चार्ट, फायदे
Prep Time 15 minutes mins
Cook Time 25 minutes mins
Total Time 40 minutes mins
Course Main Course
Cuisine Indian
Servings 4 people
Calories 250 kcal
- गोविंदभोग/बासमती चावल – 1 कप
- मूंग दाल – ½ कप सूखा भुना हुआ
- आलू – 2 मध्यम क्यूब्स में कटे हुए
- फूलगोभी – 1 कप छोटे टुकड़े
- गाजर – 1 कटे हुए टुकड़े
- मटर – ½ कप
- कद्दू – ½ कप
- टमाटर – 1 बारीक कटा हुआ, वैकल्पिक
- तेजपत्ता – 2
- जीरा – 1 चम्मच
- दालचीनी – 1 टुकड़ा
- लौंग – 3–4
- छोटी इलायची – 2
- अदरक – 1 इंच टुकड़ा कद्दूकस किया हुआ
- हरी मिर्च – 2 चीरा लगाया हुआ
- हल्दी पाउडर – ½ चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – ½ चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- देसी घी – 3–4 बड़े चम्मच
- पानी – लगभग 4–5 कप
भोग वाली खिचड़ी बनाने की विधि
Step 4: सब्जियों को हल्का फ्राई करना
एक कड़ाही में 1 चम्मच घी गरम करें।
आलू और फूलगोभी डालकर हल्का सुनहरा होने तक फ्राई करें।
इससे सब्जियाँ खिचड़ी में गलने की बजाय स्वादिष्ट और अलग-अलग दिखेंगी।
इन्हें अलग निकालकर रख लें।
Step 5: मसाले तड़काना
एक बड़े पैन या कुकर में 2 बड़े चम्मच घी गरम करें।
इसमें तेजपत्ता, जीरा, दालचीनी, लौंग और इलायची डालें।
खुशबू आने लगे तो अदरक और हरी मिर्च डालकर 1 मिनट भूनें।
Step 6: दाल पकाना
अब इसमें भुनी और धुली मूंग दाल डालें।
2–3 मिनट धीमी आंच पर भूनें।
2 कप पानी डालें और नमक व हल्दी डालकर दाल को आधा पकने तक उबालें।
Step 7: चावल और सब्जियाँ मिलाना
अब इसमें भीगे हुए चावल डालें।
साथ ही पहले से फ्राई की हुई सब्जियाँ (आलू, फूलगोभी, गाजर, कद्दू, मटर) डालें।
टमाटर भी डाल सकते हैं (वैकल्पिक)।
2–3 कप पानी और डालें।
हल्का लाल मिर्च पाउडर डालकर मिलाएँ।
Step 8: धीमी आंच पर पकाना
ढककर 15–20 मिनट धीमी आंच पर पकने दें।
बीच-बीच में चलाते रहें ताकि नीचे न लगे।
जब चावल और दाल गल जाएँ और खिचड़ी हल्की गाढ़ी हो जाए तो गैस बंद कर दें।
Step 9: अंतिम टच
ऊपर से 1 चम्मच घी डालें और अच्छी तरह मिला लें।
ढककर 5 मिनट के लिए रख दें।
खुशबू और स्वाद और भी बढ़ जाएगा।
परोसने का तरीका
भोग वाली खिचड़ी को सामान्यत: इनके साथ परोसा जाता है –लाबड़ा (मिक्स वेज करी)टमाटर की मीठी चटनीपायेश (चावल की खीर)बिगन भाजा (बैंगन का फ्राई)
बनाने में ध्यान रखने योग्य बातें
दाल को हल्का भूनना ज़रूरी है, वरना स्वाद फीका लगेगा।
पानी की मात्रा 2:1 रखें (चावल + दाल = पानी दोगुना) ताकि खिचड़ी न ज्यादा सूखी बने, न ज्यादा पतली।
मसाले बहुत तेज न डालें, क्योंकि भोग वाली खिचड़ी हमेशा हल्की और सात्त्विक होती है।
अगर कुकर में बना रहे हैं तो 2–3 सीटी काफी हैं।