बैगन का भरता
बैगन भरता उत्तर भारत की एक पारंपरिक और लोकप्रिय सब्ज़ी है, जिसे खास तौर पर देसी बैंगन (भटे) को आग
Prep Time 5 minutes mins
Cook Time 4 minutes mins
Course Breakfast, Side Dish
Cuisine बैगन का भरता
Servings 4 People
Calories 120 kcal
- बैंगन भर्ता बैंगन
- प्याज
- लहसुन की कलियाँ
- हरी मिर्च
- टमाटर
- सरसों का तेल
- नमक
- हल्दी पाउडर
- लाल मिर्च पाउडर
- धनिया पाउडर
- हरा धनिया पत्ती
चरण 1बैगन भूनने के पारंपरिक तरीके
विधि:
बैगन के बीच में 2–3 कट लगाएँ और उसमें लहसुन की कलियाँ भर दें।
अब इसे सीधे जलती लकड़ी या गोबर के उपले की आग में रखें।
बीच-बीच में बैंगन को पलटते रहें ताकि चारों ओर से अच्छे से भुन जाए।
जब बैंगन की त्वचा पूरी तरह काली और झुलसी लगे, तो उसे आंच से हटाकर किसी प्लेट में रखें।
ठंडा होने दें, फिर छिलका हटाकर मैश करें।
फायदा:
देसी स्वाद, धुँआदार महक और सॉफ्ट टेक्सचर मिलता है।
गैस स्टोव पर भूनना (घर में सबसे सामान्य विधि)
आवश्यक सामग्री:
बैगन
स्टील की जाली (Wire Mesh)
विधि:
गैस जलाकर उसके ऊपर जाली रखें।
बैगन को धोकर हल्का सुखाएँ और सीधे जाली पर रखें।
10–12 मिनट तक मध्यम आंच पर लगातार घुमाते रहें।
जब बैंगन नरम हो जाए और उसका छिलका काला होकर फटने लगे, समझिए कि भुन चुका है।
आंच से हटाकर थोड़ी देर ठंडा करें, फिर छिलका हटा लें।
सुझाव:
बैगन में छेद करके उसमें 2 लहसुन की कलियाँ और 1 हरी मिर्च डालें – स्वाद दोगुना हो जाता है।
तंदूर या कोयले की आंच में भूनना (ढाबा स्टाइल)
विशेषताएं:
यह तरीका होटल या ढाबों में प्रचलित है जहाँ भरता को स्मोकी फ्लेवर दिया जाता है।
विधि:
बैगन को हल्की आंच पर कोयले पर रखें।
बार-बार पलटें ताकि चारों ओर से समान भुने।
छिलका जल जाए, लेकिन अंदर गूदा मुलायम रहे
यही असली स्वाद की पहचान है।
बैगन भूनने के आधुनिक तरीके
माइक्रोवेव ओवन में भूनना
विधि:
बैगन को धोकर कांटे से छेद करें।
उसे माइक्रोवेव-सेफ बर्तन में रखें और ऊपर से तेल लगाएँ।
High Power पर 7–10 मिनट तक माइक्रोवेव करें।
बीच में एक बार पलटें।
जब बैगन नरम हो जाए तो निकालें और छिलका हटा दें।
लाभ:
समय की बचत
नुकसान:
धुँआदार स्वाद नहीं आता
OTG (Oven Toaster Griller) में भूनना
विधि:
बैगन को ऐल्युमिनियम फॉयल में लपेटें और ट्रे में रखें।
200°C पर 20–25 मिनट के लिए बेक करें।
ठंडा होने के बाद छिलका हटाकर गूदा निकालें।
फायदा
समान रूप से भुनता है
नुकसान:
देसी महक नहीं आती