नवरत्न दाल मसाला का परिचय
नवरत्न दाल मसाला एक पारंपरिक और पोषण से भरपूर भारतीय व्यंजन है, जिसमें नौ अलग-अलग तरह की दालों का अनोखा मिश्रण होता है। “नवरत्न” का अर्थ है “नौ रत्न” यानी नौ दालों का संगम, और “मसाला” का मतलब है मसालों का स्वादिष्ट तड़का। यह डिश न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद लाभकारी मानी जाती है।
इस व्यंजन में आमतौर पर तूर दाल, मूंग दाल, मसूर दाल, चना दाल, उड़द दाल, राजमा, लोबिया, कुलथ दाल और काबुली चना शामिल किए जाते हैं। इन सभी को भिगोकर धीमी आँच पर पकाया जाता है, फिर प्याज़, टमाटर, अदरक, लहसुन और पारंपरिक भारतीय मसालों के साथ तड़का लगाया जाता है।
नवरत्न दाल मसाला की खासियत यह है कि इसमें अलग-अलग दालों के स्वाद और बनावट का एक साथ अनुभव मिलता है। यह उत्तर भारत के साथ-साथ देश के कई हिस्सों में लोकप्रिय है और खास अवसरों, त्योहारों या दावतों में परोसी जाती है।
इसे गर्मागर्म रोटी, पराठा, तंदूरी रोटी, नान या जीरा चावल के साथ परोसा जाता है। यह व्यंजन न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि इसमें मौजूद प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स इसे पौष्टिक आहार का एक बेहतरीन हिस्सा बनाते हैं।
नवरत्न दाल मसाला का इतिहास
नवरत्न दाल मसाला की जड़ें भारत की समृद्ध मुगलई और राजस्थानी रसोई से जुड़ी मानी जाती हैं। “नवरत्न” शब्द का प्रयोग प्राचीन काल में नौ अनमोल रत्नों के लिए किया जाता था, और यह नाम मुगल बादशाह अकबर के दरबार के नौ रत्नों (Navratnas) से भी प्रेरित है। इसी तरह, रसोई में नौ अलग-अलग दालों को मिलाकर तैयार किए गए इस व्यंजन को भी “नवरत्न” कहा जाने लगा।
शुरुआत में यह डिश मुख्य रूप से राजस्थानी शाही भोज और दरबारी दावतों में बनाई जाती थी। उस समय दालें न सिर्फ गरीब और अमीर दोनों के आहार का हिस्सा थीं, बल्कि उन्हें प्रोटीन, ऊर्जा और लंबे समय तक पेट भरे रखने के लिए जरूरी माना जाता था।
मुगल काल में जब भारतीय और पर्शियन (ईरानी) पाक शैली का मेल हुआ, तो कई व्यंजन मसालों, घी और नट्स से समृद्ध हो गए। नवरत्न दाल मसाला भी उसी दौर में मसालेदार और अधिक स्वादिष्ट रूप में विकसित हुआ।
राजस्थान, गुजरात और पंजाब में यह डिश धीरे-धीरे आम घरों में भी बनने लगी, लेकिन त्योहारों, शादियों और विशेष अवसरों पर इसे खास जगह मिली। खासकर शीत ऋतु में, जब शरीर को गर्माहट और ताकत की आवश्यकता होती है, तब यह दाल एक बेहतरीन विकल्प मानी जाती है।
आज नवरत्न दाल मसाला पूरे भारत में, यहाँ तक कि विदेशों के भारतीय रेस्तरां में भी, एक लोकप्रिय व्यंजन है, जिसे शाही अंदाज़ और देसी मसालों के मेल के लिए पसंद किया जाता है।
Table of Contents
नवरत्न दाल मसाला का परिचय
नवरत्न दाल मसाला एक विशेष मिश्रण है जो भारतीय खाने को अद्भुत स्वाद और खास आकर्षक रंग देता है। यह मसाला विभिन्न प्रकार की दालों को पकाने में उपयोग होता है और उन्हें न केवल स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि उनमें पोषण की मात्रा को भी बनाए रखने में मदद करता है।


Best 1नवरत्न दाल मसाला
Ingredients
- 100 ग्राम काला राजमा
- 100 ग्राम लाल राजमा
- 50 ग्राम मोठ दाल
- 100 ग्राम खड़ा मूंग
- 100 ग्राम खड़ा मसूर
- 50 ग्राम खड़ा अरहर
- 50 ग्राम खड़ा मटर
- 50 ग्राम सफेद उड़द
- 50 ग्राम बिट (बकुली )
- 250 ग्राम प्याज
- 2 ग्राम लहसुन
- 50 ग्राम अदरक
- 50 ग्राम शिमला मिर्च
- 50 ग्राम धनिया पत्ता
- 100 ग्राम टमाटर
- 50 ग्राम देसी घी
- 50 ग्राम बटर
- 2 ग्राम क्रीम
- 100 ग्राम सरसों तेल
- 5 pc तेज पत्ता
- 1/2 चम्मच गरम मसाला
- 4 pcs खारा मिर्च
- 2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच धनिया पाउडर
- 1 चम्मच खड़ा जीरा
- 1 चम्मच जीरा पाउडर
- 5 ग्राम सोंठ आदि
- 2 pc बड़ी इलायची
- 1 pc जायफल
- 10 pc करी पत्ता
- 20 ग्राम मेथी पत्ता
- 2 चम्मच हल्दी
- नमक स्वाद अनुसार
Instructions
नवरत्न दाल मसाला: बनाने की विधि
- नवरत्न दाल मसाला बनाने के लिए सबसे पहले काला राजमा लाल राजमा मोठ मूंग मसूर अरहर मटर सफेद उड़द सभी दाल एक साथ मिलाकर 24 घंटा फूलने के लिए रखना है. दाल को सुबह में छान लेना है फिर दाल को दो पानी से अच्छा से धो लेना है.
- उसके बाद कराही को धीमी आंच पर चढ़ा देना है सरसों तेल गर्म होने के लिए डाल दे जीरा खड़ा लाल मिर्च एवं तेज पत्ता का फोरन दे दे फिर बारीक कटा हुआ प्याज डाल दे फिर भूने तब तक भूने है.
- जब तक प्याज का रंग भूरा ना हो जाए उसके बाद लाल मिर्च पाउडर धनिया पाउडर जीरा पाउडर सोंठ आदि का पेस्ट जायफल का पेस्ट बड़ी इलायची का पेस्ट हल्दी नमक के साथ अच्छी तरह तब तक भूनें जब तक तेल ना छोड़ दे पानी में भूले हुए सभी दाल को डालकर अच्छी तरह भूने लगभग 3 मिनट भूने के बाद इसमें 1 लीटर गर्म पानी डाल दे धीमी आंच पर एक घंटा के लगभग इसे पकने दें.
- फिर देखना है कि पानी की जरूरत हो तो अलग से गर्म पानी इसमें मिला ले अगले 15 मिनट तक पकने दे उसके बाद अदरक का पेस्ट शिमला मिर्च क्रीम डालकर 5 मिनट तक चलाएं फिर पकने दे मेथी पत्ता डाल दे देसी घी डाल दे 2 मिनट तक पकने दें उसके बाद गरम मसाला बटर एवं धनिया पत्ता डालकर 2 मिनट के लिए ढक दें फिर चूल्हा बंद कर दे आपका नवरत्न दाल मसाला बनकर तैयार है सर्व करें .
नवरत्न दाल मसाला: बनाने की विधि
नवरत्न दाल मसाला बनाने के लिए सबसे पहले काला राजमा लाल राजमा मोठ मूंग मसूर अरहर मटर सफेद उड़द सभी दाल एक साथ मिलाकर 24 घंटा फूलने के लिए रखना है. दाल को सुबह में छान लेना है फिर दाल को दो पानी से अच्छा से धो लेना है.
उसके बाद कराही को धीमी आंच पर चढ़ा देना है सरसों तेल गर्म होने के लिए डाल दे जीरा खड़ा लाल मिर्च एवं तेज पत्ता का फोरन दे दे फिर बारीक कटा हुआ प्याज डाल दे फिर भूने तब तक भूने है.
जब तक प्याज का रंग भूरा ना हो जाए उसके बाद लाल मिर्च पाउडर धनिया पाउडर जीरा पाउडर सोंठ आदि का पेस्ट जायफल का पेस्ट बड़ी इलायची का पेस्ट हल्दी नमक के साथ अच्छी तरह तब तक भूनें जब तक तेल ना छोड़ दे पानी में भूले हुए सभी दाल को डालकर अच्छी तरह भूने लगभग 3 मिनट भूने के बाद इसमें 1 लीटर गर्म पानी डाल दे धीमी आंच पर एक घंटा के लगभग इसे पकने दें.
फिर देखना है कि पानी की जरूरत हो तो अलग से गर्म पानी इसमें मिला ले अगले 15 मिनट तक पकने दे उसके बाद अदरक का पेस्ट शिमला मिर्च क्रीम डालकर 5 मिनट तक चलाएं फिर पकने दे मेथी पत्ता डाल दे देसी घी डाल दे 2 मिनट तक पकने दें उसके बाद गरम मसाला बटर एवं धनिया पत्ता डालकर 2 मिनट के लिए ढक दें फिर चूल्हा बंद कर दे आपका नवरत्न दाल मसाला बनकर तैयार है सर्व करें .
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नवरत्न दाल मसाला के स्वास्थ्य लाभ
नवरत्न दाल मसाला केवल स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि पोषण का खज़ाना भी है। इसमें शामिल नौ अलग-अलग दालें शरीर को प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स का भरपूर स्रोत देती हैं।
1. उच्च प्रोटीन का स्रोत
नौ दालों का मिश्रण शरीर को पूरा प्रोटीन प्रोफाइल देता है, जिसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड मौजूद होते हैं।यह मांसपेशियों की मजबूती, ऊतकों की मरम्मत और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।
2. पाचन में सहायक
सभी दालों में डायटरी फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं में राहत देता है।
3. दिल की सेहत के लिए लाभकारी
इसमें मौजूद फाइबर, पोटैशियम और मैग्नीशियम कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखते हैं।यह रक्तचाप को संतुलित करता है और हृदय रोग के खतरे को कम करता है।
4. ब्लड शुगर नियंत्रण
दालों का लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low GI) ब्लड शुगर लेवल को धीरे-धीरे बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज़ के रोगियों के लिए यह लाभकारी है।
5. हड्डियों और दाँतों को मज़बूती
नवरत्न दाल में कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम होते हैं, जो हड्डियों और दाँतों को मज़बूत बनाते हैं।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
इसमें मौजूद जिंक, आयरन और फोलेट शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।यह संक्रमण और मौसमी बीमारियों से बचाव में मदद करता है।
7. लंबे समय तक पेट भरा रखता है
प्रोटीन और फाइबर का मेल भूख को लंबे समय तक नियंत्रित रखता है, जिससे वज़न प्रबंधन में मदद मिलती है।
8. शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है
इसमें मौजूद जटिल कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन मिलकर शरीर को स्थायी ऊर्जा देते हैं।
नवरत्न दाल मसाला का पोषण चार्ट
(प्रति 100 ग्राम पके हुए नवरत्न दाल मसाला के अनुमानित मान)
| पोषक तत्व | मात्रा | स्वास्थ्य लाभ |
| कैलोरी | 180-200 kcal | ऊर्जा प्रदान करता है |
| प्रोटीन | 9-11 g | मांसपेशियों और ऊतकों की मरम्मत |
| वसा | 4-5 g | ऊर्जा और विटामिन अवशोषण में सहायक |
| सैचुरेटेड फैट | 0.5-1 g | सीमित मात्रा में हार्मोन स्वास्थ्य के लिए |
| कार्बोहाइड्रेट | 28-30 g | ऊर्जा का मुख्य स्रोत |
| फाइबर | 6-7 g | पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है |
| शुगर | 2-3 g | प्राकृतिक मिठास और ऊर्जा |
| विटामिन B1 | 0.25-0.3 mg | मेटाबॉलिज्म को सपोर्ट करता है |
| विटामिन B9 | 60-80 mcg | खून के स्वास्थ्य के लिए |
| आयरन | 2-2.5 mg | हीमोग्लोबिन उत्पादन में सहायक |
| कैल्शियम | 40-50 mg | हड्डियों और दाँतों को मज़बूत बनाता है |
| पोटैशियम | 300-350 mg | रक्तचाप और हृदय स्वास्थ्य |
| मैग्नीशियम | 40-45 mg | मांसपेशी और तंत्रिका कार्य |
| जिंक | 1-1.5 mg | इम्यूनिटी और घाव भरने में मदद |
नोट: यह पोषण मान औसत अनुमान हैं, वास्तविक मात्रा इस्तेमाल की गई दालों, घी/तेल और मसालों के अनुपात के अनुसार बदल सकती है।

FAQs अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर
Q1. नवरत्न दाल मसाला में कौन-कौन सी दालें होती हैं
A आमतौर पर इसमें तूर दाल, मूंग दाल, मसूर दाल, उड़द दाल, चना दाल, राजमा, लोबिया, कुलथ दाल और काबुली चना शामिल किए जाते हैं।
Q2. क्या नवरत्न दाल मसाला रोज़ खा सकते हैं
A हाँ, यह प्रोटीन और फाइबर से भरपूर है, इसलिए रोज़ाना भी खा सकते हैं, लेकिन मसाले और घी/तेल की मात्रा संतुलित रखें।
Q3. नवरत्न दाल मसाला और दाल मखनी में क्या अंतर हैनवरत्न दाल मसाला में 9 तरह की दालें होती हैं, और यह मसालेदार व हल्की गाढ़ी होती है।दाल मखनी में काले उड़द और राजमा मुख्य होते हैं, और यह ज्यादा क्रीमी व बटरयुक्त होती है।
Q4. क्या यह डिश डायबिटीज़ के रोगियों के लिए ठीक है
A हाँ, अगर बिना ज्यादा तेल/घी और कम नमक के बनाई जाए तो डायबिटीज़ वालों के लिए अच्छी है, क्योंकि दालों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।
Q5. क्या नवरत्न दाल मसाला बिना प्याज़-लहसुन के बन सकती है
A हाँ, इसे बिना प्याज़-लहसुन के भी बना सकते हैं। इसकी जगह अदरक, टमाटर और हींग का तड़का दिया जाता है।
Q6. इसे किसके साथ परोसना सबसे अच्छा होता है
A गर्मागर्म नान, तंदूरी रोटी, जीरा राइस, या स्टीम राइस के साथ इसका स्वाद बेहतरीन लगता है।
Q7. क्या इसे प्रेशर कुकर में बनाया जा सकता है
A हाँ, प्रेशर कुकर में दाल जल्दी पक जाती है, फिर तड़का और मसाले मिलाकर स्वाद बढ़ाया जाता है।
8. क्या नवरत्न दाल मसाला फ्रीज़ करके रख सकते हैं
A हाँ, आप इसे 3-4 दिन फ्रिज में या 1 महीने तक डीप फ्रीज़र में स्टोर कर सकते हैं, बस खाने से पहले अच्छे से गरम करें।
अंतिम निष्कर्ष
नवरत्न दाल मसाला भारतीय रसोई का एक अनोखा और पौष्टिक व्यंजन है, जिसमें नौ तरह की दालों का मेल न केवल स्वाद को समृद्ध बनाता है, बल्कि शरीर को आवश्यक प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स भी प्रदान करता है। इसका इतिहास शाही भोज और पारंपरिक भारतीय व्यंजनों से जुड़ा है, और आज यह घर से लेकर रेस्टोरेंट तक हर जगह लोकप्रिय है।
चाहे इसे शाही अंदाज़ में सूखे मेवों और क्रीम के साथ बनाया जाए, या सादा देसी ढाबा स्टाइल में, यह हर रूप में लाजवाब है। सेहत के लिहाज़ से यह रोज़मर्रा के आहार में भी फिट बैठता है और त्योहार या दावत के लिए भी परफेक्ट है।
संक्षेप में, नवरत्न दाल मसाला स्वाद, सेहत और परंपरा – तीनों का संगम है, जो हर भोजन को खास बना देता है।