आलू पूरी मसाला

गेहूं का आटा, मैदा, आलू, मीठा कोहरा, पत्ता गोभी, चना दाल और देसी मसालों से बनी पारंपरिक आलू पूरी मसाला रेसिपी। जानें स्टेप-बाय-स्टेप विधि और खास स्वाद का राज।”

आलू पूरी मसाला – परिचय

आलू पूरी मसाला एक पारंपरिक और बेहद लोकप्रिय भारतीय व्यंजन है, जिसे खासतौर पर नाश्ते, त्योहारों और खास मौकों पर बड़े चाव से खाया जाता है। इसमें मुलायम और मसालेदार आलू की सब्जी को गरमा-गरम, फूली हुई पूरियों के साथ परोसा जाता है। यह डिश न केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि पेट भरने वाली और तृप्तिकर भी होती है।

उत्तर भारत में, खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली में, आलू पूरी मसाला का विशेष स्थान है। रविवार की सुबह का नाश्ता या शादी-ब्याह का भोज, आलू पूरी के बिना अधूरा लगता है। आलू मसाला में इस्तेमाल होने वाले सुगंधित मसाले जैसे जीरा, हल्दी, धनिया पाउडर और गरम मसाला, इसे एक अद्भुत स्वाद और खुशबू प्रदान करते हैं।

यह डिश बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद आती है, और दही, अचार या चटनी के साथ परोसी जाए तो इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। इसकी खासियत यह है कि इसे बनाने के लिए सामग्री आसानी से घर में मिल जाती है और यह जल्दी तैयार भी हो जाती है।

मेरे व्यंजन:

मेरे व्यंजन जिसमें देसी स्वाद और घर की खुशबू का अद्भुत संगम होता है। गेहूं का आटा और मैदा मिलाकर बनी पूरियों के साथ मसालेदार सब्जी तैयार की जाती है, जिसमें आलू के साथ मीठा कोहरा, पत्ता गोभी, चना दाल और हरी मिर्च का अनोखा मेल होता है इसमें मंगरेल (कलौंजी), साबुत जीरा, साबुत लाल मिर्च, करी पत्ता और सरसों का तेल का उपयोग किया जाता है, जो इसे तीखा, सुगंधित और देसीपन से भरपूर बनाते हैं।

लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर और हल्दी पाउडर जैसे बुनियादी मसाले इस सब्जी में गहराई और रंगत जोड़ते हैं।मीठा कोहरा और पत्ता गोभी इसे हल्की मिठास और मुलायम टेक्सचर देते हैं, जबकि चना दाल इसमें प्रोटीन और हल्की कुरकुराहट जोड़ती है।

यह डिश नाश्ते से लेकर खास मौकों तक हर समय खाने के लिए उपयुक्त है और दही, अचार या चटनी के साथ इसका स्वाद दोगुना हो जाता है।

आलू पूरी मसाला

शाकाहारियों की पहली पसंद आलू पूरी मसाला प्याज लहसुन रहित शुद्ध शाकाहारी व्यंजन
Prep Time 10 minutes
Cook Time 35 minutes
Total Time 45 minutes
Course Breakfast
Cuisine Indian
Servings 4
Calories 240 kcal

Ingredients
  

  • 400 ग्राम गेहूं के आटा
  • 100 ग्राम मैदा
  • 25 ग्राम मंगरैल
  • 200 ग्राम आलू
  • 50 ग्राम चना दाल
  • 400 ग्राम मीठा कोहरा
  • 200 ग्राम सरसों तेल
  • 100 ग्राम पत्ता गोभी
  • 50 ग्राम हरा मिर्च
  • 20 पीस कड़ी पत्ता
  • 1 चम्मच साबुत जीरा
  • 10 पीस साबुत लाल मिर्च
  • 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1 चम्मच जीरा पाउडर
  • 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर

Instructions
 

आलू पूरी मसाला बनाने की विधि:-

    Step 1

    • गेहूं के आटा एवं मैदा को छान्नी से चालकर एक बर्तन में रखकर इसमें मंगरैल 1 चम्मच रिफाइंन तेल डालकर पानी के सहारे गुथ कर मैरीनेट होने दे।

    Step 2

    • आलू को छीलकर पानी से धोकर,2 भाग में काट ले, मीठा कोहरा को छीलकर बारीक काट ले, हरा मिर्च को बीच से चीड़ा लगा ले, टमाटर को पानी से धोकर बारीक काट ले, पत्ता गोभी को बारीक काट ले।

    Step 3

    • अब चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे,जब कराही गर्म हो जाए तो 100 ग्राम देसी घी कराही में डालें, देसी घी को गर्म होने दे,जब देसी घी गर्म हो जाए तब 2पीस लाल मिर्च तोड़कर और एक चुटकी जीरा डालकर जीरा को चटकने दे, जब जीरा चटक जाए तब बाड़ीक कटे कोहरा को डालकर भूने फिर स्वाद अनुसार नमक डालकर चलाएं, ढक्कन से ढक कर 10 से 12 मिनट तक पकने दे।

    Step 4

    • 10 से 12 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चम्मच से थोड़ी देर चलाएं जब कोहरा गल के हलवा जैसा हो जाए तब चम्मच से इसे निकाल कर एक अलग बर्तन में रख ले।

    Step 5

    • अब कराही में 100 ग्राम सरसों तेल डालें, सरसों तेल को गर्म होने दे,जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब इसमें छिले हुए आलू को डालकर फुल फ्राई करके अलग निकाल कर रख ले।

    Step 6

    • अब कराही में बाकी बचे सरसों तेल को डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे, जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब साबुत लाल मिर्च को दो भाग में तोड़कर डालें और साबुत जीरा डालकर जीरा को चटकने दे जब जीरा चटक जाए तब बाड़ीक कटे पत्ता गोभी को डालकर चलाएं तब तक चलाएं जब तक पत्ता गोभी गल नहीं जाए।

    Step 7

    • जब पत्ता गोभी गल जाए तब फ्राई आलू,चना दाल, लाल मिर्च पाउडर,जीरा पाउडर,हल्दी पाउडर और हरा मिर्च को डालकर चम्मच से चलाएं,1 मिनट बाद स्वाद अनुसार नमक डालकर चम्मच से चलाएं फिर 3 से 4 कप गर्म पानी डालकर ढक्कन से ढक कर 10 से 12 मिनट तक पकने दे।

    Step 8

    • 10 से 12 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चम्मच से चलाएं और बाड़ीक कटे टमाटर और कड़ी पत्ता को डालकर फिर से ढक्कन से ढक कर 5 से 7 मिनट तक पकने दे। 5 से 7 मिनट बाद चूल्हा बंद करें,कराही में से पके सामान को अलग बर्तन में निकाल कर रख ले कराही को पानी से अच्छी तरह धो ले।

    Step 9

    • अब मैरीनेट किए गए आटे का गोला बनाकर पूरी को बेलन के सहायता से बेल के एक बड़ा प्लेट में रख ले।

    Step 10

    • चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे,जब कराही गर्म हो जाए तो उसमें देसी घी डालकर,देसी घी को गर्म होने दे, जब देसी घी गर्म हो जाए तब इसमें बेले गए पूरी को डालकर पकने के बाद छन्नी से निकाल कर अलग बर्तन में रख ले,चूल्हा को बंद कर दे। आलू पूरी मसाला बनकर तैयार है,अब कोहरा(सीताफल )के सब्जी,आलू चना और पूरी को प्लेट में डालकर सर्व करें।
    Keyword आलू पूरी मसाला

    INGREDIENTS

    • 400 ग्राम गेहूं के आटा
    • 100 ग्राम मैदा
    • 25 ग्राम मंगरैल
    • 200 ग्राम आलू
    • 50 ग्राम चना दाल
    • 400 ग्राम मीठा कोहरा
    • 200 ग्राम सरसों तेल
    • 100 ग्राम पत्ता गोभी
    • 50 ग्राम हरा मिर्च
    • 20 पीस कड़ी पत्ता
    • 1 चम्मच साबुत जीरा
    • 10 पीस साबुत लाल मिर्च
    • 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
    • 1 चम्मच जीरा पाउडर
    • 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर

    आलू पूरी मसाला बनाने की विधि:-

    Step 1

    गेहूं के आटा एवं मैदा को छान्नी से चालकर एक बर्तन में रखकर इसमें मंगरैल 1 चम्मच रिफाइंन तेल डालकर पानी के सहारे गुथ कर मैरीनेट होने दे।

    Step 2

    आलू को छीलकर पानी से धोकर,2 भाग में काट ले, मीठा कोहरा को छीलकर बारीक काट ले, हरा मिर्च को बीच से चीड़ा लगा ले, टमाटर को पानी से धोकर बारीक काट ले, पत्ता गोभी को बारीक काट ले।

    Step 3

    अब चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे,जब कराही गर्म हो जाए तो 100 ग्राम देसी घी कराही में डालें, देसी घी को गर्म होने दे,जब देसी घी गर्म हो जाए तब 2पीस लाल मिर्च तोड़कर और एक चुटकी जीरा डालकर जीरा को चटकने दे, जब जीरा चटक जाए तब बाड़ीक कटे कोहरा को डालकर भूने फिर स्वाद अनुसार नमक डालकर चलाएं, ढक्कन से ढक कर 10 से 12 मिनट तक पकने दे।

    Step 4

    10 से 12 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चम्मच से थोड़ी देर चलाएं जब कोहरा गल के हलवा जैसा हो जाए तब चम्मच से इसे निकाल कर एक अलग बर्तन में रख ले।

    Step 5

    अब कराही में 100 ग्राम सरसों तेल डालें, सरसों तेल को गर्म होने दे,जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब इसमें छिले हुए आलू को डालकर फुल फ्राई करके अलग निकाल कर रख ले।

    Step 6

    अब कराही में बाकी बचे सरसों तेल को डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे, जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब साबुत लाल मिर्च को दो भाग में तोड़कर डालें और साबुत जीरा डालकर जीरा को चटकने दे जब जीरा चटक जाए तब बाड़ीक कटे पत्ता गोभी को डालकर चलाएं तब तक चलाएं जब तक पत्ता गोभी गल नहीं जाए।

    Step 7

    जब पत्ता गोभी गल जाए तब फ्राई आलू,चना दाल, लाल मिर्च पाउडर,जीरा पाउडर,हल्दी पाउडर और हरा मिर्च को डालकर चम्मच से चलाएं,1 मिनट बाद स्वाद अनुसार नमक डालकर चम्मच से चलाएं फिर 3 से 4 कप गर्म पानी डालकर ढक्कन से ढक कर 10 से 12 मिनट तक पकने दे।

    Step 8

    10 से 12 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चम्मच से चलाएं और बाड़ीक कटे टमाटर और कड़ी पत्ता को डालकर फिर से ढक्कन से ढक कर 5 से 7 मिनट तक पकने दे। 5 से 7 मिनट बाद चूल्हा बंद करें,कराही में से पके सामान को अलग बर्तन में निकाल कर रख ले कराही को पानी से अच्छी तरह धो ले।

    Step 9

    अब मैरीनेट किए गए आटे का गोला बनाकर पूरी को बेलन के सहायता से बेल के एक बड़ा प्लेट में रख ले।

    Step 10

    चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे,जब कराही गर्म हो जाए तो उसमें देसी घी डालकर,देसी घी को गर्म होने दे, जब देसी घी गर्म हो जाए तब इसमें बेले गए पूरी को डालकर पकने के बाद छन्नी से निकाल कर अलग बर्तन में रख ले,चूल्हा को बंद कर दे। आलू पूरी मसाला बनकर तैयार है,अब कोहरा(सीताफल )के सब्जी,आलू चना और पूरी को प्लेट में डालकर सर्व करें।

    स्वास्थ्य लाभ

    1. ऊर्जा से भरपूर – गेहूं का आटा, मैदा और आलू इसमें अच्छी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट देते हैं, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं।
    2. पाचन में सहायक – जीरा, करी पत्ता और कलौंजी पाचन को बेहतर बनाते हैं और गैस की समस्या कम करते हैं।
    3. विटामिन और मिनरल्स का स्रोत – मीठा कोहरा और पत्ता गोभी विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाते हैं।
    4. प्रोटीन का अच्छा स्रोत – चना दाल और गेहूं का आटा प्रोटीन की पूर्ति करते हैं, जो मांसपेशियों के लिए लाभदायक है।
    5. दिल के लिए फायदेमंद – सरसों का तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड का स्रोत है, जो हृदय स्वास्थ्य को सपोर्ट करता है।
    6. हड्डियों और त्वचा के लिए अच्छा – विटामिन A और C हड्डियों की मजबूती और त्वचा की चमक बनाए रखते

    आलू पूरी मसाला – पोषण जानकारी (प्रति सर्विंग अनुमानित)

    (1 सर्विंग = 2 पूरियां + 1 कटोरी सब्जी)

    पोषक तत्व मात्रा
    कैलोरीलगभग 320–350 kcal
    कार्बोहाइड्रेट45–50 g
    प्रोटीन7–9 g
    वसा (Fat)7–9 g
    फाइबर6–8 g
    आयरन 2–3 mg
    विटामिन A 300–400 IU
    विटामिन C10–12 mg

    FAQs आलू पूरी मसाला के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जबाब

    Q1 क्या रिफाइंन तेल से आलू पूरी मसाला बन सकता है

    Aहा आप इस व्यंजन को देसी घी के जगह पर रिफाइंन तेल से भी बना सकते हैं लेकिन देसी घी में के बना हुआ व्यंजन ज्यादा स्वादिष्ट होता है।

    Q2 लहसुन प्याज डालकर आलू पूरी मसाला बन सकता है

    Aहा कोहरा को छोड़कर बाकी चीज में प्याज लहसुन डाल सकते हैं।

    Q3क्या पत्ता गोभी के जगह पर लौकी का उपयोग कर सकते हैं

    Aहा पत्ता गोभी के जगह पर आप लौकी का उपयोग कर सकते हैं।

    Q4 क्या करी पत्ता के जगह पर धनिया पत्ता का उपयोग कर सकते हैं

    Aहा कड़ी पत्ता के जगह पर आप धनिया पत्ता का उपयोग कर सकते हैं।

    Q5 किस चीज के साथ इसका सेवन करना उपयुक्त होगा

    A दही जलेबी इमरती के साथ इसको खाने पर इसके स्वाद में चार चांद लग जाएगा।

    Q6. क्या आलू पूरी मसाला रोज खा सकते हैं?

    A रोज़ाना नहीं, लेकिन हफ्ते में 1–2 बार नाश्ते या लंच में इसे खाया जा सकता है।

    Q7. क्या इसे बिना मैदा के बना सकते हैं?

    A हाँ, सिर्फ गेहूं के आटे से पूरियां बनाकर इसे और हेल्दी बनाया जा सकता है।

    Q8. क्या यह डिश बच्चों के लिए सुरक्षित है?हाँ, लेकिन बच्चों के लिए मिर्च की मात्रा कम रखें।

    Q9. क्या डायबिटीज़ के मरीज इसे खा सकते हैं?

    A सीमित मात्रा में और मैदा की जगह गेहूं का आटा इस्तेमाल कर सकते हैं।

    Q10. क्या इसमें तेल की मात्रा कम की जा सकती है?

    A हाँ, पूरियां बेक करके या कम तेल में तलकर और सब्जी में तेल सीमित करके यह हेल्दी बनाया जा सकता है।

    निष्कर्ष – आलू पूरी मसाला

    आलू पूरी मसाला एक ऐसी डिश है जो भारतीय रसोई की आत्मा को दर्शाती है। गेहूं का आटा, मैदा, आलू, मीठा कोहरा, पत्ता गोभी, चना दाल और देसी मसालों का यह मेल न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि पोषण से भी भरपूर है। मंगरेल, करी पत्ता, साबुत जीरा और सरसों के तेल की खुशबू इसे एक असली देसी पहचान देती है, जो हर निवाले में घर का स्वाद महसूस कराती है।

    यह डिश त्योहार, परिवारिक मिलन, या रविवार के नाश्ते में हर बार एक खास अहसास लाती है। सही मसालों का संतुलन, ताजे सब्जियों का चुनाव और घर का प्यार मिलकर इसे एक यादगार व्यंजन बना देते हैं।

    संक्षेप में, आलू पूरी मसाला सिर्फ एक रेसिपी नहीं, बल्कि भारतीय भोजन संस्कृति का हिस्सा है, जिसे हर उम्र और हर मौसम में आनंद के साथ खाया जा सकता है।

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