आलू मखाना मसाला स्वाद में खास लजीज खाने में मजेदार इस विधि से घर पर बनाकर एक बार खाएंगे तो बार-बार बनाकर ऊंगली चाट चाट कर खाएंगे एक बार इस विधि से बनाकर जरूर खाएं
आलू मखाना मसाला का परिचय
विश्व में सर्वाधिक सब्जी के रूप में आलू का उपयोग किया जाता है, आलू ही एक मात्र ऐसी सब्जी है जिसको शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन में उपयोग में लाया जाता है, मखाना पौष्टिक गुणो से भरपूर होता इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं।
भारत में आलू मखाना का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है मखाना का उपयोग कई तरह के व्यंजन बनाने में किया जाता है। मखाना का उपयोग खीर बनाने में किया जाता है जिसे बच्चे बहुत ज्यादा खाना पसंद करते हैं, बच्चों द्वारा आलू का सब्जी का उपयोग बड़े चाव से किया जाता है, बच्चों को टिफिन में सबसे ज्यादा आलू की सब्जी ही बचपन से उपयोग में लाने के लिए सबसे ज्यादा मिलता है।
आलू मखाना मसाला का इतिहास
आलू मखाना मसाला भारतीय व्यंजनों में एक लोकप्रिय और पौष्टिक पकवान है, जो खासतौर पर उत्तर भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों में बड़े चाव से बनाया और खाया जाता है। यह व्यंजन अपने स्वादिष्ट मसालेदार और कुरकुरे स्वाद के कारण घरों में और त्योहारों में विशेष स्थान रखता है।
मखाना की उत्पत्ति और इतिहास
मखाना, जिसे अंग्रेज़ी में “Fox Nuts” या “Euryale Seeds” कहा जाता है, एक प्रकार का पौधा है जो भारत और चीन के दलदली और जल निकासी वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। मखाना का इतिहास बहुत पुराना है। इसे आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी “मुक्ताफल” नाम से वर्णित किया गया है, जो इसके औषधीय गुणों को दर्शाता है।
मखाना की खेती भारत में मुख्यतः बिहार के मिथिला और भागलपुर क्षेत्रों में होती है, जहाँ इसके उत्पादक इसे पारंपरिक और आधुनिक दोनों तरीकों से उगाते हैं। भारत विश्व में मखाना उत्पादन में अग्रणी है।
आलू और मखाना का संगम
आलू मखाना मसाला जैसे व्यंजन का विकास भारतीय घरों और खान-पान की विविधता का परिणाम है, जहाँ स्थानीय उपलब्ध सामग्री और स्वादों का मेल जादुई स्वाद पैदा करता है। आलू, जो भारत का एक प्रमुख सब्जी है, और मखाना, जो पौष्टिक और हल्का स्नैक है, जब मसालेदार रूप में मिलते हैं, तो एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन बनता है।
इस व्यंजन का इतिहास बहुत लंबा तो नहीं है, लेकिन यह परंपरागत व्यंजनों के साथ-साथ आधुनिक रसोई की रचनात्मकता का परिणाम है। खासकर बिहार में, जहां मखाना का उपयोग बहुतायत में होता है, वहां के घरों में यह मसाला आलू के साथ खास मौकों पर बनाया जाता है।
सांस्कृतिक महत्व
आलू मखाना मसाला न केवल रोज़मर्रा के खाने का हिस्सा है, बल्कि त्योहारों, पूजा-पाठ और पारिवारिक समारोहों में भी इसे बड़े आदर से बनाया जाता है। इसके अलावा, यह व्यंजन उन लोगों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है जो हल्का और हेल्दी खाना पसंद करते हैं।
संक्षेप में:
आलू मखाना मसाला भारतीय खान-पान की विविधता और पोषण की अनूठी मिसाल है, जो पारंपरिक कृषि उत्पादों को आधुनिक स्वाद के साथ जोड़ता है। इसका इतिहास भले ही बहुत पुराना न हो, लेकिन इसका स्वाद और पौष्टिकता इसे भारतीय व्यंजनों में खास स्थान दिलाती है।

Table of Contents

आलू मखाना मसाला
Ingredients
- 200 ग्राम आलू
- 100 ग्राम मखाना
- 100 ग्राम टमाटर
- 100 ग्राम प्याज
- 6 pc काजू
- 2 pc साबुत लाल मिर्च
- 1 pc दालचीनी
- 25 ग्राम अदरक
- 4 pc लौंग
- 25 ग्राम धनिया पत्ता
- 150 ग्राम सरसों तेल
- 3 चम्मच मलाई
- 1 चम्मच धनिया पाउडर
- 1/2 चम्मच साबुत जीरा
- 1/4 चम्मच सौंफ
- 2 pc हरा इलायची
- 1/2 चम्मच कश्मीरी मिर्च पाउडर
- 1 चम्मच बेसन
- 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 चम्मच सब्जी मसाला
- 1 चुटकी हींग
- 1 चम्मच कस्तूरी मेथी
- 1/4 चम्मच चीनी
- नमक स्वाद अनुसार
Instructions
आलू मखाना मसाला बनाने की विधि:-
Step 1
- आलू मखाना मसाला बनाने के लिए सबसे पहले आलू को छीलकर पानी से धोकर सब्जी की तरह काट ले प्याज को छील ले काटे नहीं साबुत रहने दे अदरक को छील ले, धनिया पत्ता मे अगर जड़ हो तो जड़ काट कर फेंक दे नहीं तो पानी से धोकर बारीक काट ले ।
Step 2
- चूल्हा जलाकर कराही चढ़ा कर इसमें 1 ग्लास पानी डालकर साबुत टमाटर, प्याज,काजू,लौंग,दालचीनी और अदरक डालकर ढक्कन से ढक कर 4 से 5 मिनट तक उबलने दे।
Step 3
- 4 से 5 मिनट बाद चूल्हा बंद कर दे कराही को ठंडा होने दे फिर कराही में से लौंग,लाल मिर्च,दालचीनी को निकाल कर फेंक दे बाकी टमाटर, प्याज,काजू, और अदरक को निकाल कर अलग रखें और पानी को अलग रखें, टमाटर का छिलका हटाकर छिलका फेंक दे। पानी को फेंकना नहीं है।
Step 4
- ग्राइंडर मशीन चालू कर इसमें उबले हुए टमाटर,काजू , प्याज और अदरक को डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग निकाल कर रख ले।
Step 5
- अब चूल्हा जलाकर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब मखाना को डालकर भूनकर निकाल कर अलग रख ले।
Step 6
- अब कराही में सरसों तेल डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब आलू के टुकड़े को डालकर फुल फ्राई करके निकाल कर अलग बर्तन मे रख ले।
Step 7
- अब कराही के तेल में जीरा,सौफ़,हारा इलायची डालकर चम्मच से चलाएं और जीरा को चटकने दे जब जीरा चटक जाए तो धनिया पाउडर,कश्मीरी मिर्च पाउडर,बेसन,हल्दी पाउडर,हींग,सब्जी मसाला और स्वाद अनुसार नमक डालकर चलाएं और आंच धीमी कर दे।
Step 8
- 1 मिनट के बाद हल्का पानी मिलाकर भुने, जब मसाला भून जाए तो टमाटर, प्याज वाला पेस्ट डालकर चम्मच से चलाएं जरूरत महसूस हो तो हल्का पानी मिला ले ध्यान रखें कि मसाला जले नहीं। ढक्कन से ढक कर 3 से 4 मिनट तक पकाना है बीच-बीच में चलाते रहे।
Step 9
- 3 से 4 मिनट बाद मलाई को कराही मे डालकर चम्मच से लगातार चलाते रहे जब तक मलाई मसाला में अच्छा तरह से मिल न जाए, जब मलाई मसाला में अच्छा तरह से मिल जाए तब चीनी फिर कस्तूरी मेंंथी को हाथ से मसल कर डालें चम्मच से चला कर ग्रेवी की आवश्यकता अनुसार 2 कप गर्म पानी डालकर उबाल आने दे।
Step 10
- जब उबाल आ जाए तब फ्राई आलू के टुकड़े को डालकर चम्मच से चला कर ढक्कन से ढक कर 3 से 4 मिनट तक पकने दे,3 से 4 मिनट बाद ढक्कन हटाकर मखाना को डालकर ढक्कन से ढक कर 2 मिनट तक पकने दे,2 मिनट बाद चूल्हा बंद कर दे,कराही को उतार कर बारीक कटे धनिया पत्ता से गार्निश कर आलू मखाना मसाला को प्लेट में निकाल कर सर्व करें।
INGREDIENT
- 200 ग्राम आलू
- 100 ग्राम मखाना
- 100 ग्राम टमाटर
- 100 ग्राम प्याज
- 6pc काजू
- 2pc साबुत लाल मिर्च
- 1pc दालचीनी
- 25 ग्राम अदरक
- 4pc लौंग
- 25 ग्राम धनिया पत्ता
- 150 ग्राम सरसों तेल
- 3 चम्मच मलाई
- 1 चम्मच धनिया पाउडर
- 1/2 चम्मच साबुत जीरा
- 1/4 चम्मच सौंफ
- 2pc हरा इलायची
- 1/2 चम्मच कश्मीरी मिर्च पाउडर
- 1 चम्मच बेसन
- 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 चम्मच सब्जी मसाला
- 1 चुटकी हींग
- 1 चम्मच कस्तूरी मेथी
- 1/4 चम्मच चीनी
- नमक स्वाद अनुसार

आलू मखाना मसाला बनाने की विधि:-
Step 1
आलू मखाना मसाला बनाने के लिए सबसे पहले आलू को छीलकर पानी से धोकर सब्जी की तरह काट ले प्याज को छील ले काटे नहीं साबुत रहने दे अदरक को छील ले, धनिया पत्ता मे अगर जड़ हो तो जड़ काट कर फेंक दे नहीं तो पानी से धोकर बारीक काट ले ।
Step 2
चूल्हा जलाकर कराही चढ़ा कर इसमें 1 ग्लास पानी डालकर साबुत टमाटर, प्याज,काजू,लौंग,दालचीनी और अदरक डालकर ढक्कन से ढक कर 4 से 5 मिनट तक उबलने दे।
Step 3
4 से 5 मिनट बाद चूल्हा बंद कर दे कराही को ठंडा होने दे फिर कराही में से लौंग,लाल मिर्च,दालचीनी को निकाल कर फेंक दे बाकी टमाटर, प्याज,काजू, और अदरक को निकाल कर अलग रखें और पानी को अलग रखें, टमाटर का छिलका हटाकर छिलका फेंक दे। पानी को फेंकना नहीं है।
Step 4
ग्राइंडर मशीन चालू कर इसमें उबले हुए टमाटर,काजू , प्याज और अदरक को डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग निकाल कर रख ले।
Step 5
अब चूल्हा जलाकर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब मखाना को डालकर भूनकर निकाल कर अलग रख ले।
Step 6
अब कराही में सरसों तेल डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब आलू के टुकड़े को डालकर फुल फ्राई करके निकाल कर अलग बर्तन मे रख ले।
Step 7
अब कराही के तेल में जीरा,सौफ़,हारा इलायची डालकर चम्मच से चलाएं और जीरा को चटकने दे जब जीरा चटक जाए तो धनिया पाउडर,कश्मीरी मिर्च पाउडर,बेसन,हल्दी पाउडर,हींग,सब्जी मसाला और स्वाद अनुसार नमक डालकर चलाएं और आंच धीमी कर दे।
Step 8
1 मिनट के बाद हल्का पानी मिलाकर भुने, जब मसाला भून जाए तो टमाटर, प्याज वाला पेस्ट डालकर चम्मच से चलाएं जरूरत महसूस हो तो हल्का पानी मिला ले ध्यान रखें कि मसाला जले नहीं। ढक्कन से ढक कर 3 से 4 मिनट तक पकाना है बीच-बीच में चलाते रहे।
Step 9
3 से 4 मिनट बाद मलाई को कराही मे डालकर चम्मच से लगातार चलाते रहे जब तक मलाई मसाला में अच्छा तरह से मिल न जाए, जब मलाई मसाला में अच्छा तरह से मिल जाए तब चीनी फिर कस्तूरी मेंंथी को हाथ से मसल कर डालें चम्मच से चला कर ग्रेवी की आवश्यकता अनुसार 2 कप गर्म पानी डालकर उबाल आने दे।
Step 10
जब उबाल आ जाए तब फ्राई आलू के टुकड़े को डालकर चम्मच से चला कर ढक्कन से ढक कर 3 से 4 मिनट तक पकने दे,3 से 4 मिनट बाद ढक्कन हटाकर मखाना को डालकर ढक्कन से ढक कर 2 मिनट तक पकने दे,2 मिनट बाद चूल्हा बंद कर दे,कराही को उतार कर बारीक कटे धनिया पत्ता से गार्निश कर आलू मखाना मसाला को प्लेट में निकाल कर सर्व करें।
आलू मखाना मसाला की वैरायटीज़ (प्रकार)
आलू मखाना मसाला को बनाने के कई अलग-अलग तरीके और स्टाइल होते हैं, जो क्षेत्रीय स्वाद, सामग्री और पकाने की विधि के अनुसार भिन्न होते हैं।
1. क्लासिक उत्तर भारतीय आलू मखाना मसाला
यह पारंपरिक शैली में बनाया जाता है, जिसमें आलू के साथ मखाना को मसालेदार ग्रेवी में पकाया जाता है। इसमें प्याज, टमाटर, अदरक-लहसुन का पेस्ट और गरम मसाले डालकर स्वाद बढ़ाया जाता है। यह वैरायटी खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में बहुत लोकप्रिय है।
2. फ्राइड आलू मखाना मसाला
इसमें मखाना को हल्के तवे पर या तेल में भूनकर कुरकुरा बनाया जाता है, फिर उसे मसालेदार आलू के साथ मिलाकर एक ड्राय मसाला बनाया जाता है। यह त्वरित स्नैक या हल्का मील के रूप में खाया जाता है।
3. क्रीमयुक्त आलू मखाना मसालाइस वैरायटी में मलाई या क्रीम का उपयोग अधिक होता है जिससे मसाला थोड़ा मलाईदार और माइल्ड स्वाद वाला बनता है। इसे त्योहारों या खास मौकों पर पसंद किया जाता है।
4. स्पाइसी लाल मसाला आलू मखाना
जो लोग तीखा खाना पसंद करते हैं उनके लिए लाल मिर्च पाउडर और हरी मिर्च के ज्यादा इस्तेमाल से तैयार मसाला। यह मसाला तीखा और ज़ोरदार होता है।
5. तंदूरी स्टाइल आलू मखाना मसाला
इसमें आलू और मखाना को पहले तंदूरी मसाले में मैरीनेट करके या तंदूर में हल्का सेक कर फिर मसालेदार ग्रेवी में पकाया जाता है, जिससे एक अलग और स्मोकी फ्लेवर आता है।
6. वेजन आलू मखाना मसाला
यह वैरायटी बिना किसी डेयरी उत्पाद (जैसे मलाई या मक्खन) के बनाई जाती है। इसमें नारियल का दूध या तेल का उपयोग होता है, जिससे यह पूरी तरह शाकाहारी और हल्का होता है।
7. अलग-अलग मसालों के साथ वैरायटीज़हर्बल मसाला:
ताजा धनिया, पुदीना और नींबू के रस के साथ बनाया जाता है।सूखा मसाला: बहुत कम ग्रेवी या बिना ग्रेवी के मसालेदार ड्राय आलू मखाना।गरम मसाला फ्लेवर: क्लासिक गरम मसाला जैसे लौंग, दालचीनी, इलायची के साथ।
8. फिटनेस और हेल्दी वैरायटी
यह वैरायटी कम तेल और मसालों के साथ बनाई जाती है, जिसमें भुने हुए मखाना और उबले आलू का इस्तेमाल होता है। यह वजन नियंत्रण और स्वास्थ्य के लिए बेहतर होती है।
नोट: आप अपने स्वाद और जरूरत के अनुसार इन वैरायटीज़ में बदलाव कर सकते हैं, जैसे मसाले कम या ज्यादा करना, तेल की जगह हेल्दी तेल लेना, या क्रीम की जगह दही का इस्तेमाल करना।
आलू मखाना मसाला के स्वास्थ्य संबंधी लाभ
1.आलू कोलेस्ट्रोल फ्री होता है और मखाना में कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं इसलिए वजन कम करने वाले लोगों को अपने आहार में आलू मखाना मसाला को शामिल करना लाभदायक हो सकता है।
2.मखाना में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो पाचन तंत्र के लिए अच्छा माना जाता है कब्ज जैसी समस्या को दूर करने में मखाना का उपयोग करना लाभदायक हो सकता है।
3.मखाना में पोटेशियम और मैग्नीशियम परचूर मात्रा में पाया जाता है, पोटेशियम ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायता करता है इसलिए उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को अपने आहार में मखाना को शामिल करना लाभदायक हो सकता है साथ ही यह हृदय रोग के लिए भी लाभदायक माना जाता है।
4. आलू में विटामिन सी पाया जाता है जो हड्डियों के मजबूती के लिए जरूरी पोषक तत्व है इसलिए हड्डियों के मजबूती के लिए आलू का सेवन करना लाभदायक हो सकता है।
5. हृदय स्वास्थ्य के लिए कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हृदय स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक माना जाता है जबकि आलू कोलेस्ट्रोल फ्री होता है इसलिए हृदय स्वास्थ्य के लिए आलू का सेवन करना लाभदायक हो सकता है।
6. आलू में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो विटामिन सी के कमी के कारण मसूड़े के होने वाले स्कर्वी रोग को ठीक करने में मददगार हो सकता है, विटामिन सी शरीर के प्रति रक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
आलू मखाना मसाला का पोषण चार्ट
| पोषक तत्व | मात्रा | स्वास्थ्य लाभ |
| कैलोरी | 150-170 kcal | शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। |
| प्रोटीन | 6-8 ग्राम | मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है। |
| कार्बोहाइड्रेट | 25-30 ग्राम | ऊर्जा का मुख्य स्रोत। |
| फैट | 3-5 ग्राम | आवश्यक फैटी एसिड और ऊर्जा का स्रोत। |
| फाइबर | 5-7 ग्राम | पाचन क्रिया सुधारता है, कब्ज से बचाता है। |
| विटामिन C | 10-15 mg | रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, त्वचा को स्वस्थ बनाता है। |
| कैल्शियम | 50-70 mg | हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है। |
| आयरन | 2-3 mg | हीमोग्लोबिन उत्पादन में मदद करता है, थकान कम करता है। |
| मैग्नीशियम | 20-25 mg | मांसपेशियों के स्वस्थ कार्य में सहायता करता है। |
| पोटैशियम | 300-350 mg | रक्तचाप नियंत्रित करता है, हृदय स्वास्थ्य बेहतर बनाता है। |
| सोडियम | 200-250 mg | इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखता है। |
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FAQs आलू मखाना मसाला के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके उत्तर
Q1. क्या आलू को उबालकर आलू मखाना मसाला बना सकते हैं
A हां बना सकते हैं लेकिन इस विधि से बनायेगे तो आलू मखाना मसाला ज्यादा स्वादिष्ट बनेगा।
Q2. आलू मखाना मसाला बनाने के लिए प्याज टमाटर इत्यादि को उबालना जरूरी है
A नहीं आप आलू मखाना मसाला बनाने के लिए बिना उबाले भी बना सकते हैं लेकिन उबालने से ग्रेवी अच्छा बनता है।
Q3. आलू मखाना मसाला में मलाई मिलना जरूरी है
A नहीं आप बिना मलाई डाले भी आलू मखाना मसाला बना सकते हैं।
Q4. आलू मखाना मसाला में चीनी डालना जरूरी है
A नहीं आलू मखाना मसाला बिना चीनी के भी बना सकते हैं लेकिन चीनी डालने से टमाटर के खटास को संतुलित करता है।
Q5. आलू मखाना मसाला क्या स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है
A हा आलू मखाना मसाला स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्रोल का अस्तर हृदय को बुरी तरह प्रभावित करता है जबकि आलू कोलेस्ट्रोल फ्री होता है आलू में पाए जाने वाले विटामिन बी विटामिन सी और ल्यूटिन और जेक्सैनधिन हृदय को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण हो सकता है।वही मखाने में फाइबर की मात्रा अधिक होता है जिस कारण यह पाचन के लिए अच्छा माना जाता है और कब्ज के समस्या को दूर करने में सहायता कर सकता है

अंतिम निष्कर्ष
आलू मखाना मसाला एक स्वादिष्ट, पौष्टिक और पारंपरिक भारतीय व्यंजन है जो आसानी से घर पर बनाया जा सकता है। मखाना और आलू दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं — मखाना में प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जबकि आलू ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। इस व्यंजन को विभिन्न तरीकों से बनाया जा सकता है, जिससे यह हर स्वाद और ज़रूरत के अनुरूप फिट बैठता है।
चाहे आप इसे तंदूरी स्टाइल बनाएं, क्रीमी ग्रेवी के साथ या स्पाइसी ड्राय मसाले में — आलू मखाना मसाला हर बार एक लाजवाब अनुभव देता है। इसके नियमित सेवन से न केवल स्वाद का आनंद मिलता है, बल्कि यह पाचन सुधारने, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और वजन नियंत्रण में भी मदद करता है।
तो अगली बार जब आप कुछ खास और हेल्दी खाना चाहें, तो आलू मखाना मसाला बनाएं और अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ इस पौष्टिक पकवान का लुत्फ़ उठाएं।