अद्भुत स्वाद का खजाना, टेस्ट में लाजवाब उत्तर प्रदेश के मशहूर शहर बनारसी के प्रशिद्ध ब्यंजन आलू दम बनारसी अपने घर पर इस खास विधि से बनाये,अपने घर आये अतिथि को खिलाएंगे तो ओ गद गद हो जायेंगे
आलू दम बनारसी का परिचय
आलू दम बनारसी उत्तर प्रदेश के वाराणसी (बनारस) का प्रसिद्ध और पारंपरिक व्यंजन है। यह व्यंजन खासकर भोज, त्योहारों और शादी-ब्याह जैसे अवसरों पर बनाया जाता है। इसमें छोटे उबले हुए आलू (बेबी पोटैटो) को मसालेदार, गाढ़ी और हल्की मीठी-खट्टी ग्रेवी में पकाया जाता है।
बनारसी खाना अपनी सादगी और स्वाद के लिए जाना जाता है, और आलू दम उसका महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इसमें टमाटर, दही, खसखस (पोस्त), काजू और पारंपरिक मसालों का विशेष उपयोग होता है।इस सब्ज़ी की खासियत यह है कि यह हल्की मिठास, तीखापन और मसालेदार स्वाद का अनोखा मिश्रण होती है।
यह व्यंजन पूड़ी, कचौरी और पराठे के साथ सबसे ज़्यादा पसंद किया जाता है।
संक्षेप में, आलू दम बनारसी एक शाही और स्वादिष्ट व्यंजन है जो बनारस की सांस्कृतिक व पाक-परंपरा को दर्शाता है।
आलू दम बनारसी का इतिहास
आलू दम बनारसी उत्तर भारत, विशेषकर बनारस (वाराणसी) की प्रसिद्ध पारंपरिक सब्ज़ी है। इसका इतिहास सदियों पुराना है और यह व्यंजन बनारसी खानपान की पहचान बन चुका है।
1. मुगल कालीन प्रभाव
बनारस परंपरागत रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी रही है। मुग़ल शासनकाल के दौरान यहाँ की रसोई पर शाही व्यंजनों का असर पड़ा। मसालों का भरपूर उपयोग और समृद्ध ग्रेवी बनाने की परंपरा यहीं से आई। आलू दम बनारसी में दही, काजू, खसखस और मसालों का प्रयोग इसी प्रभाव की झलक है।
2. ब्रिटिश काल और आलू का प्रसार
आलू भारत में पुर्तग़ाली और फिर अंग्रेजों के ज़रिए लोकप्रिय हुआ। बनारस में आलू को स्थानीय मसालों और दही की ग्रेवी के साथ पकाकर “दम आलू” का एक विशेष रूप तैयार किया गया, जिसे “बनारसी दम आलू” कहा जाने लगा।
3. धार्मिक महत्व
बनारस धार्मिक नगरी होने के कारण यहाँ व्रत, उत्सव और भोज में विशेष पकवान बनाए जाते थे। आलू दम बनारसी अक्सर शादी-ब्याह, त्योहारों और भोजों में परोसा जाने लगा। धीरे-धीरे यह बनारसी भोजन का अभिन्न हिस्सा बन गया।
4. खानपान की पहचान
बनारसी दम आलू की खासियत यह है कि इसमें स्वाद हल्का मीठा, तीखा और मलाईदार होता है। इसे पूरी, कचौड़ी या लच्छा पराठे के साथ परोसने की परंपरा बनी। यही वजह है कि यह डिश बनारस आने वाले हर पर्यटक की “टेस्ट लिस्ट” में शामिल रहती है।
संक्षेप में, आलू दम बनारसी का इतिहास बनारस की गंगा-जमुनी तहज़ीब, मुगलकालीन रसोई और धार्मिक-सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़ा हुआ है। यह व्यंजन न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि बनारस की खानपान संस्कृति का दर्पण भी है।
Table of Contents

आलू दम बनारसी इस खास विधि से अपने घर पर बनाएं और ढाबा और रेस्टोरेंट का स्वाद अपने रसोई में पाए
INGREDIENTS
- 500 ग्राम आलू
- 150 ग्राम प्याज
- 200 ग्राम टमाटर
- 2 चम्मच क्रीम
- 4 पीस साबुत लाल मिर्च
- 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 4 पीस हरा इलायची
- 25 ग्राम अदरक
- 100 ग्राम सरसों तेल
- 1 चम्मच कस्तूरी मेथी
- 1 चम्मच देसी घी
- 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
- 4पीस तेज पत्ता
- 1/2 कप दही
- 1 चुटकी बनारसी राई
- 25 ग्राम धनिया पत्ता
- 1 चम्मच शॉप
आलू दम बनारसी बनाने की विधि:-
Step 1
आलू को छीलकर पानी से धोकर आलू के सभी पीस में चारों तरफ एक तीन के मदद से छिद्र कर दे, प्याज को छीलकर पानी से धोकर बारीक काट ले, टमाटर को पानी से धोकर 2 भाग में काट ले, अदरक को छीलकर पानी से धो ले, धनिया पत्ता को पानी से धोकर बाड़ीक काट ले।
Step 2
ओखल मुसल के सहारे बनारसी राई और हरा इलायची को कूट ले,अलग निकाल कर रख ले, साबुत लाल मिर्च को ओखल मुसल में कूट कर अलग निकाल कर रख ले।
Step 3
ग्राइंडर मशीन चालू करें इसमें टमाटर और प्याज को एक साथ डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग बर्तन में निकाल ले, अदरक को डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग निकाल कर रख ले, आलू वाले बर्तन में हल्का नमक एवं हल्दी डालकर मैरीनेट होने दे।
Step 4
चूल्हा जलाकर उसके ऊपर कराही चढ़ा कर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब इसमें सरसों तेल डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे,जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब उसमें मैरीनेट आलू को डालकर हाफ फ्राई करके निकाल कर अलग बर्तन में रख ले।
Step 5
अब कराही के उसी तेल में सौंफ और तेज पत्ता डालकर चटकने दे जब चटक जाए तब टमाटर और प्याज के पेस्ट के साथ दही डालकर 4 से 5 मिनट तक चलाएं।
Step 6
4 से 5 मिनट बाद इसमें स्वाद अनुसार नमक, हल्दी पाउडर,लाल मिर्च पाउडर, अदरक का पेस्ट और हाफ फ्राई किए गए आलू को डालकर चलाएं फिर 2 कप गर्म पानी डालकर ढक्कन से ढक कर 10 मिनट के लिए पकने दें।
Step7
10 मिनट के बाद ढक्कन हटा कर एक सिक से आलू को चेक करें कि आलू पका है कि नहीं अगर आलू पक गया है तो इसमें क्रीम और कूटा हुआ इलायची और बनारसी राई को डालकर चलाएं 2 से 3 मिनट तक पकने दे।
Step 8
एक बड़ा चम्मच में देसी घी एवं इसमें कूटे हुए लाल मिर्च को डालकर एक दूसरे चूल्हा पर गर्म करें जब गर्म हो जाए तब पक रहे आलू दम बनारसी में छौंक लगाकर ढक्कन बंद कर दे,चूल्हा को बंद कर दे कराही को उतार कर ढक्कन हटाकर बाड़ीक कटे धनिया पत्ता एवं हल्का देसी क्रीम से गार्निश करके सर्व करें।
आलू दम बनारसी के प्रकार
आलू दम बनारसी स्वाद और बनाने की विधि के अनुसार कई प्रकार में पाया जाता है। अलग-अलग मसाले, सामग्री और परोसने के तरीकों के आधार पर इसे विभिन्न रूपों में बनाया जाता है।
| प्रकार | विशेषता |
| सादा आलू दम बनारसी | हल्के मसालों और दही की ग्रेवी में बनाया जाता है, खासकर व्रत या पूजा के अवसर पर। |
| मसालेदार आलू दम बनारसी | इसमें गरम मसाला, लाल मिर्च और अन्य मसालों की मात्रा अधिक होती है। यह तीखा और चटपटा स्वाद देता है। |
| शाही आलू दम बनारसी | इसमें काजू, किशमिश, मलाई और क्रीम का इस्तेमाल होता है। इसका स्वाद बेहद रिच और मलाईदार होता है। |
| व्रत वाला आलू दम बनारसी | इसमें प्याज-लहसुन का उपयोग नहीं किया जाता। सेंधा नमक, दही और हल्के मसालों से बनाया जाता है। |
| टमाटरी आलू दम बनारसी | इसमें दही के साथ टमाटर की प्यूरी का प्रयोग होता है, जिससे इसका स्वाद खट्टा-मीठा हो जाता है। |
| रेस्तरां स्टाइल आलू दम बनारसी | इसमें अतिरिक्त तेल, बटर और कसूरी मेथी का प्रयोग किया जाता है ताकि यह रिच और सुगंधित लगे। |
| घरैलू आलू दम बनारसी | साधारण दाल-चावल या रोटी के साथ खाने के लिए कम मसाले और हल्की ग्रेवी में बनाया जाता है। |

आलू दम बनारसी
Ingredients
- 500 ग्राम आलू
- 150 ग्राम प्याज
- 200 ग्राम टमाटर
- 2 चम्मच क्रीम
- 4 पीस साबुत लाल मिर्च
- 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 4 पीस हरा इलायची
- 25 ग्राम अदरक
- 100 ग्राम सरसों तेल
- 1 चम्मच कस्तूरी मेथी
- 1 चम्मच देसी घी
- 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
- 4 पीस तेज पत्ता
- 1/2 कप दही
- 1 चुटकी बनारसी राई
- 25 ग्राम धनिया पत्ता
- 1 चम्मच शॉप
Instructions
आलू दम बनारसी बनाने की विधि:-
Step 1
- आलू को छीलकर पानी से धोकर आलू के सभी पीस में चारों तरफ एक तीन के मदद से छिद्र कर दे, प्याज को छीलकर पानी से धोकर बारीक काट ले, टमाटर को पानी से धोकर 2 भाग में काट ले, अदरक को छीलकर पानी से धो ले, धनिया पत्ता को पानी से धोकर बाड़ीक काट ले।
Step 2
- ओखल मुसल के सहारे बनारसी राई और हरा इलायची को कूट ले,अलग निकाल कर रख ले, साबुत लाल मिर्च को ओखल मुसल में कूट कर अलग निकाल कर रख ले।
Step 3
- ग्राइंडर मशीन चालू करें इसमें टमाटर और प्याज को एक साथ डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग बर्तन में निकाल ले, अदरक को डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग निकाल कर रख ले, आलू वाले बर्तन में हल्का नमक एवं हल्दी डालकर मैरीनेट होने दे।
Step 4
- चूल्हा जलाकर उसके ऊपर कराही चढ़ा कर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब इसमें सरसों तेल डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे,जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब उसमें मैरीनेट आलू को डालकर हाफ फ्राई करके निकाल कर अलग बर्तन में रख ले।
Step 5
- अब कराही के उसी तेल में सौंफ और तेज पत्ता डालकर चटकने दे जब चटक जाए तब टमाटर और प्याज के पेस्ट के साथ दही डालकर 4 से 5 मिनट तक चलाएं।
Step 6
- 4 से 5 मिनट बाद इसमें स्वाद अनुसार नमक, हल्दी पाउडर,लाल मिर्च पाउडर, अदरक का पेस्ट और हाफ फ्राई किए गए आलू को डालकर चलाएं फिर 2 कप गर्म पानी डालकर ढक्कन से ढक कर 10 मिनट के लिए पकने दें।
Step7
- 10 मिनट के बाद ढक्कन हटा कर एक सिक से आलू को चेक करें कि आलू पका है कि नहीं अगर आलू पक गया है तो इसमें क्रीम और कूटा हुआ इलायची और बनारसी राई को डालकर चलाएं 2 से 3 मिनट तक पकने दे।
Step 8
- एक बड़ा चम्मच में देसी घी एवं इसमें कूटे हुए लाल मिर्च को डालकर एक दूसरे चूल्हा पर गर्म करें जब गर्म हो जाए तब पक रहे आलू दम बनारसी में छौंक लगाकर ढक्कन बंद कर दे,चूल्हा को बंद कर दे कराही को उतार कर ढक्कन हटाकर बाड़ीक कटे धनिया पत्ता एवं हल्का देसी क्रीम से गार्निश करके सर्व करें।
आलू दम बनारसी के स्वास्थ्य संबंधी लाभ
1.शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्रोल का अस्तर हृदय को बुरी तरह प्रभावित करता है जबकि आलू कोलेस्ट्रोल फ्री होता है आलू में पाए जाने वाले विटामिन बी विटामिन सी और ल्यूटिन और जेक्सैनधिन हृदय को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण हो सकता है।
2. आलू में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में कारगर हो सकता है आलू का सेवन करने से तनाव के कारण होने वाले उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायता कर सकता है।
3. आलू में पोषक तत्व कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों के लिए जरूरी पोषक तत्व है,कैल्शियम की कमी के कारण होने वाले ऑस्टियोपोरोसिस के समस्या में आलू का सेवन करना महत्वपूर्ण हो सकता है।
4. आलू में फाइबर पाया जाता है जो पेट से जुड़ी समस्या पर प्रभावी रूप से कम कर सकता है कब्ज जैसी समस्या को दूर कर सकता है,आलू में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो आहार को पचाने में मददगार माना जाता है।
5. आलू में विटामिन सी पाया जाता है जो मसूड़े से संबंधित स्कर्वी रोग को ठीक करने में मददगार हो सकता है।
पोषण चार्ट
(100g आलू दम बनारसी में औसत)
| पोषक तत्व | मात्रा | स्वास्थ्य लाभ |
| ऊर्जा (कैलोरी) | 120–150 kcal | तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है, थकान दूर करता है। |
| कार्बोहाइड्रेट | 20–25 g | शरीर को ग्लूकोज़ देकर सक्रिय रखता है। |
| प्रोटीन | 3–4 g | मांसपेशियों की मजबूती और मरम्मत में सहायक। |
| फाइबर | 2–3 g | पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज से बचाता है। |
| फैट | 5–7 g | शरीर को आवश्यक वसा प्रदान करता है, लेकिन सीमित मात्रा में। |
| विटामिन C | 6–8 mg | रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ाता है। |
| विटामिन B6 | 0.2–0.3 mg | मस्तिष्क कार्य और मेटाबॉलिज़्म में सहायक। |
| पोटैशियम | 350–400 mg | रक्तचाप नियंत्रित करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है। |
| कैल्शियम | 40–50 mg | हड्डियों और दांतों को मजबूत करता है। |
| आयरन | 1–2 mg | खून की कमी (एनीमिया) से बचाता है। |
| मैग्नीशियम | 20–25 mg | तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों को आराम देता है। |
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FAQs आलू दम बनारसी के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके उत्तर
Q1. आलू दम बनारसी की खासियत क्या है
A इसकी खासियत यह है कि इसमें छोटे उबले आलू को दही, टमाटर, काजू-पोस्त और पारंपरिक बनारसी मसालों के साथ गाढ़ी और स्वादिष्ट ग्रेवी में पकाया जाता है। यह हल्का मीठा, खट्टा और मसालेदार स्वाद देता है।
Q2. आलू दम बनारसी किन व्यंजनों के साथ अच्छा लगता है
A यह खासकर पूड़ी, कचौरी, पराठा और नान के साथ परोसा जाता है। कई लोग इसे दाल-चावल या साधारण रोटी के साथ भी खाते हैं।
Q3. क्या आलू दम बनारसी व्रत (उपवास) में खाया जा सकता है
A हाँ, व्रत वाले संस्करण में प्याज-लहसुन का प्रयोग नहीं किया जाता और इसमें सेंधा नमक, दही और हल्के मसालों का उपयोग होता है।
Q4. आलू दम बनारसी और बंगाली आलू दम में क्या अंतर है
A आलू दम बनारसी में दही, खसखस, काजू और खास बनारसी मसालों का उपयोग होता है जबकि बंगाली आलू दम में पंचफोरन और सरसों के तेल की महक प्रमुख होती है।
Q5. आलू दम बनारसी को और भी हेल्दी कैसे बनाया जा सकता है
A इसमें कम तेल का इस्तेमाल करें, काजू-क्रीम की जगह दही का प्रयोग करें और साथ में सलाद या हरी सब्ज़ियाँ परोसें।
Q6. क्या आलू दम बनारसी बच्चों के लिए सही है
A हाँ, यह बच्चों के लिए उपयुक्त है, बस तीखे मसालों और मिर्च की मात्रा कम रखनी चाहिए।
Q7. आलू दम बनारसी को कितने समय तक स्टोर किया जा सकता है
A इसे फ्रिज में एयरटाइट कंटेनर में 1–2 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है। परोसने से पहले हल्का गर्म कर लेना चाहिए।
Q8. क्या यह डिश वजन बढ़ाती है
A हाँ, अगर इसे ज़्यादा तेल और क्रीम से बनाया जाए तो कैलोरी अधिक हो जाती है। लेकिन कम तेल और दही से बने वर्ज़न को सीमित मात्रा में खाने से वजन पर असर नहीं पड़ता।
निष्कर्ष
आलू दम बनारसी केवल एक व्यंजन नहीं, बल्कि बनारस की समृद्ध पाक-परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। यह डिश अपनी गाढ़ी, मसालेदार और हल्की मीठी-खट्टी ग्रेवी के कारण खास पहचान रखती है। इसमें छोटे आलू, दही, काजू-पोस्त और बनारसी मसालों का अद्भुत संयोजन होता है, जो इसे हर अवसर पर लोकप्रिय बनाता है।
चाहे वह त्योहार, शादी-ब्याह, पारिवारिक भोज या रोज़मर्रा का भोजन क्यों न हो, आलू दम बनारसी हर थाली को शाही स्वाद प्रदान करता है।
पोषण की दृष्टि से भी यह फायदेमंद है – इसमें मौजूद पोटैशियम, विटामिन C, कैल्शियम और प्रोटीन शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
इसके विभिन्न प्रकार (सादा, मसालेदार, शाही, व्रत वाला आदि) अलग-अलग मौकों और स्वाद की ज़रूरतों को पूरा करते हैं।
अतः, आलू दम बनारसी एक ऐसा व्यंजन है जो स्वाद, सेहत और परंपरा – तीनों का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।