मसालेदार खिचड़ी इस खास विधि से बनायेगे तो स्वाद और पौष्टिक आहार का मजा एक साथ पाएंगे खाने वाले बार-बार मांग कर खाएंगे और उंगली चाटने पर मजबूर हो जाएंगे
मसालेदार खिचड़ी का परिचय
मसालेदार खिचड़ी भारतीय रसोई की एक ऐसी पारंपरिक डिश है, जिसमें स्वाद, सेहत और सादगी – तीनों का बेहतरीन मेल होता है। यह सामान्य खिचड़ी का मसालेदार और चटपटा रूप है, जिसमें दाल और चावल के साथ तरह-तरह की सब्ज़ियों, मसालों और तड़के का इस्तेमाल किया जाता है। इसका स्वाद हल्के तीखे और सुगंधित मसालों की वजह से लाजवाब बनता है, जो न सिर्फ़ भूख बढ़ाता है बल्कि मन को भी तृप्त करता है।
मसालेदार खिचड़ी उत्तर भारत, खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में काफी लोकप्रिय है, वहीं गुजरात और महाराष्ट्र में इसे अलग-अलग अंदाज़ से बनाया जाता है। यह dish सर्दियों में खास तौर पर बनाई जाती है, जब मौसमी हरी सब्ज़ियाँ और ताज़ा मसाले आसानी से मिल जाते हैं।
इसका पोषण मूल्य भी काफी अच्छा होता है – दाल से प्रोटीन, चावल से कार्बोहाइड्रेट, और सब्ज़ियों से विटामिन-फाइबर मिलता है। साथ ही, घी या मक्खन का तड़का इसे स्वाद और ऊर्जा में भरपूर बना देता है।
मसालेदार खिचड़ी एक comfort food भी है, जिसे हल्के बुखार, बदलते मौसम या थकान के समय भी खाया जाता है। इसे पापड़, अचार, रायता या हरी चटनी के साथ परोसने पर इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
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मसालेदार खिचड़ी इस खास विधि से बनायेगे तो स्वाद और पौष्टिक आहार का मजा एक साथ पाएंगे खाने वाले बार-बार मांग कर खाएंगे और उंगली चाटने पर मजबूर हो जाएंगे
Ingredients
- 300 ग्राम अरवा चावल
- 100 ग्राम मूंग दाल
- 200 ग्राम आलू
- 50 ग्राम हरा मटर
- 100 ग्राम फूलगोभी
- 4 pc साबूत लाल मिर्च
- 50 ग्राम प्याज
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 100 ग्राम बैगन
- 6 pc हरा मिर्च
- 150 ग्राम टमाटर
- 4 pc तेजपत्ता
- 2 चम्मच देसी घी
- 1 चुटकी हींग
- 1 चुटकी मेथी पत्ता
- 2 चम्मच सरसों तेल
- 500 ग्राम दही
- 4 pc पापड़
- 1/2 चम्मच गरम मसाला
Instructions
मसालेदार खिचड़ी बनाने की विधि:-
Step 1
- masaledar-khichdi
- अरवा चावल को पानी से अच्छी तरह धो ले,मूंग दाल में 1 छोटा चम्मच से 1/2 चम्मच सरसों तेल डालकर अच्छा से हाथ से मिला ले, फूल गोभी को डंठल काटकर फूल को तोड़ कर निकाल कर रख ले, 100 ग्राम आलू को छीलकर कर 4 भाग में काट ले,हरा मिर्च को चीरा लगा ले,50 ग्राम टमाटर को 4 भाग मे काट ले,बैगन को चीरा लगा ले,प्याज को छीलकर पानी से धो कर बारीक काट ले।
Step 2
- एक हांडी में 1.5 लीटर पानी डालकर मूंग दाल डाल दे और चूल्हा जलाकर उस पर मुंग दाल वाला हांडी चढ़ा दे जब हांडी में के पानी गर्म हो जाए तब हल्दी पाउडर डाल दे फिर आने वाले झाग को चम्मच से निकाल कर फेंक दे, फिर अरवा चावल डालें,आलू के टुकड़ा,फूलगोभी, टमाटर,तेज पत्ता, हरा मिर्च, स्वाद अनुसार नमक डालकर पकने दें बीच-बीच में चलाते रहे।
Step 3
- अब दूसरा चूल्हा जलाकर इस पर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब सरसों तेल डालकर सरसो तेल गर्म होने दे,जब सरसो तेल गर्म हो जाए तब एक चम्मच बारीक कटा हुआ प्याज डालकर भूने फिर इसमें लाल मिर्च पाउडर,हरा मटर, मेथी पत्ता को डालकर फूल फ्राई करके 1 चम्मच के सहारे 1 बर्तन में निकाल कर रख ले।
Step 4
- अब कराही उतार कर चूल्हा पर लिट्टी स्टैंड चढ़ाकर उस पर बैगन,टमाटर और आलू रखकर पकाएं जब पक जाए तब अलग बर्तन में निकाल कर रख ले,अब उसी लिट्टी स्टैंड पर पापड़ को डालकर उलट पलट के सेक कर अलग रख ले चूल्हा बंद कर दे।
Step 5
- अब खिचड़ी वाले हांडी का ढक्कन हटाकर फ्राई किया हुआ मसाला डालकर चम्मच से चलाएं जरूरत के अनुसार गर्म पानी मिला सकते हैं,और 2 मिनट पकने के बाद हांडी को उतार ले।
Step 6
- अब चूल्हा पर फ्राई पैन चढ़ाकर देसी घी डालकर गर्म करें जब देसी घी गर्म हो जाए तब हींग,गरम मसाला डालकर खिचड़ी के हांडी में डालकर 1 चम्मच से चला दे।
Step 7
- अब पके हुए बैगन, आलू, टमाटर को छीलकर एक बर्तन में रख ले
Step 8
- अब चूल्हा जलाकर फ्राई पैन में 1 चम्मच सरसों तेल डालकर गर्म होने दे, जब सरसो तेल गर्म हो जाए तब इसमें आलू और टमाटर को मसलकर डालें और फ्राई कर ले और निकाल कर अलग रख ले,अब उसी फ्राई पैन में साबुत लाल मिर्च डालकर भून ले, चूल्हा बंद कर दे।
Step 9
- अब एक बर्तन में फ्राई किए गए टमाटर एवं आलू 2 पीस भुने हुए लाल मिर्च को मसल दे,बारीक कटे हुए प्याज और स्वाद अनुसार नमक डालकर चोखा बना ले।
Step 10
- अब 1 प्लेट में खिचड़ी,दूसरे प्लेट में बैगन का चोखा,आलू,टमाटर का चोखा, पापड़ और एक कटोरी में दही डालकर चम्मच के साथ सर्व करें।

INGREDIENTS
- 300 ग्राम अरवा चावल
- 100 ग्राम मूंग दाल
- 200 ग्राम आलू
- 50 ग्राम हरा मटर
- 100 ग्राम फूलगोभी
- 4pc साबूत लाल मिर्च
- 50 ग्राम प्याज
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 100 ग्राम बैगन
- 6pc हरा मिर्च
- 150 ग्राम टमाटर
- 4pc तेजपत्ता
- 2 चम्मच देसी घी
- 1 चुटकी हींग
- 1 चुटकी मेथी पत्ता
- 2 चम्मच सरसों तेल
- 500 ग्राम दही
- 4pc पापड़
- 1/2 चम्मच गरम मसाला
मसालेदार खिचड़ी बनाने की विधि:-
Step 1
masaledar-khichdi
अरवा चावल को पानी से अच्छी तरह धो ले,मूंग दाल में 1 छोटा चम्मच से 1/2 चम्मच सरसों तेल डालकर अच्छा से हाथ से मिला ले, फूल गोभी को डंठल काटकर फूल को तोड़ कर निकाल कर रख ले, 100 ग्राम आलू को छीलकर कर 4 भाग में काट ले,हरा मिर्च को चीरा लगा ले,50 ग्राम टमाटर को 4 भाग मे काट ले,बैगन को चीरा लगा ले,प्याज को छीलकर पानी से धो कर बारीक काट ले।
Step 2
एक हांडी में 1.5 लीटर पानी डालकर मूंग दाल डाल दे और चूल्हा जलाकर उस पर मुंग दाल वाला हांडी चढ़ा दे जब हांडी में के पानी गर्म हो जाए तब हल्दी पाउडर डाल दे फिर आने वाले झाग को चम्मच से निकाल कर फेंक दे, फिर अरवा चावल डालें,आलू के टुकड़ा,फूलगोभी, टमाटर,तेज पत्ता, हरा मिर्च, स्वाद अनुसार नमक डालकर पकने दें बीच-बीच में चलाते रहे।
Step 3
अब दूसरा चूल्हा जलाकर इस पर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब सरसों तेल डालकर सरसो तेल गर्म होने दे,जब सरसो तेल गर्म हो जाए तब एक चम्मच बारीक कटा हुआ प्याज डालकर भूने फिर इसमें लाल मिर्च पाउडर,हरा मटर, मेथी पत्ता को डालकर फूल फ्राई करके 1 चम्मच के सहारे 1 बर्तन में निकाल कर रख ले।
Step 4
अब कराही उतार कर चूल्हा पर लिट्टी स्टैंड चढ़ाकर उस पर बैगन,टमाटर और आलू रखकर पकाएं जब पक जाए तब अलग बर्तन में निकाल कर रख ले,अब उसी लिट्टी स्टैंड पर पापड़ को डालकर उलट पलट के सेक कर अलग रख ले चूल्हा बंद कर दे।
Step 5
अब खिचड़ी वाले हांडी का ढक्कन हटाकर फ्राई किया हुआ मसाला डालकर चम्मच से चलाएं जरूरत के अनुसार गर्म पानी मिला सकते हैं,और 2 मिनट पकने के बाद हांडी को उतार ले।
Step 6
अब चूल्हा पर फ्राई पैन चढ़ाकर देसी घी डालकर गर्म करें जब देसी घी गर्म हो जाए तब हींग,गरम मसाला डालकर खिचड़ी के हांडी में डालकर 1 चम्मच से चला दे।
Step 7
अब पके हुए बैगन, आलू, टमाटर को छीलकर एक बर्तन में रख ले
Step 8
अब चूल्हा जलाकर फ्राई पैन में 1 चम्मच सरसों तेल डालकर गर्म होने दे, जब सरसो तेल गर्म हो जाए तब इसमें आलू और टमाटर को मसलकर डालें और फ्राई कर ले और निकाल कर अलग रख ले,अब उसी फ्राई पैन में साबुत लाल मिर्च डालकर भून ले, चूल्हा बंद कर दे।
Step 9
अब एक बर्तन में फ्राई किए गए टमाटर एवं आलू 2 पीस भुने हुए लाल मिर्च को मसल दे,बारीक कटे हुए प्याज और स्वाद अनुसार नमक डालकर चोखा बना ले।
Step 10
अब 1 प्लेट में खिचड़ी,दूसरे प्लेट में बैगन का चोखा,आलू,टमाटर का चोखा, पापड़ और एक कटोरी में दही डालकर चम्मच के साथ सर्व करें।
मसालेदार खिचड़ी के 15 हेल्दी वैरिएशन
1. मूंग दाल मसालेदार खिचड़ी
हल्की, सुपाच्य और डिटॉक्स के लिए उपयुक्त।
गैस, अपच और पेट की समस्या में फायदेमंद।
2. मल्टी-ग्रेन मसालेदार खिचड़ी
चावल की जगह ज्वार, बाजरा, रागी और क्विनोआ का इस्तेमाल।
डायबिटीज़ और वजन घटाने वालों के लिए बेहतरीन।
3. सब्ज़ियों वाली मसालेदार खिचड़ी
गाजर, मटर, बीन्स, पालक और टमाटर के साथ।
विटामिन और फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है।
4. ब्राउन राइस मसालेदार खिचड़ी
लो-जीआई (Low Glycemic Index) वाला विकल्प।
ब्लड शुगर कंट्रोल में मददगार।
5. ओट्स मसालेदार खिचड़ी
ओट्स में फाइबर और बीटा-ग्लूकन भरपूर।
कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक।
6. पालक-दाल मसालेदार खिचड़ी
पालक से आयरन और कैल्शियम भरपूर।
एनीमिया से बचाव।
7. क्विनोआ मसालेदार खिचड़ी
ग्लूटेन-फ्री और हाई प्रोटीन।
फिटनेस और जिम करने वालों के लिए उत्तम।
8. मिक्स दाल मसालेदार खिचड़ी
मसूर, अरहर, मूंग और चना दाल का मिश्रण।
प्रोटीन और स्वाद दोनों बढ़ते हैं।
9. तड़के वाली मसालेदार खिचड़ी
देसी घी, जीरा, हींग, लहसुन और हरी मिर्च का तड़का।
स्वाद और सुगंध में जबरदस्त।
10. पनीर वाली मसालेदार खिचड़ी
हाई प्रोटीन और कैल्शियम रिच।
बच्चों और जिम करने वालों के लिए उपयुक्त।
11. दही वाली मसालेदार खिचड़ी
गर्मियों में ठंडक देने वाली।
पाचन में सुधार और पेट की सेहत के लिए अच्छी।
12. मसालेदार मिलेट खिचड़ी
बाजरा, कंगनी, कोदो या सामा चावल से बनी।
ग्लूटेन-फ्री और डायबिटिक-फ्रेंडली।
13. अंडा मसालेदार खिचड़ी
प्रोटीन और विटामिन B12 से भरपूर।
बच्चों और एथलीट्स के लिए बेहतर।
14. लहसुन-अदरक वाली मसालेदार खिचड़ी
सर्दी-जुकाम में फायदेमंद।
इम्युनिटी को बढ़ाती है।
15. नारियल दूध वाली मसालेदार खिचड़ी
साउथ इंडियन स्टाइल में, हल्के मीठे और क्रीमी स्वाद के साथ।
पाचन में आसान और स्वाद में लाजवाब।
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मसालेदार खिचड़ी के स्वास्थ्य संबंधी लाभ
मसालेदार खिचड़ी भारतीय भोजन संस्कृति का एक अहम हिस्सा है। यह सिर्फ़ एक स्वादिष्ट व्यंजन नहीं, बल्कि सेहत का खज़ाना भी है। पारंपरिक रूप से इसे दाल, चावल, मौसमी सब्ज़ियाँ, मसाले और घी के साथ पकाया जाता है। मसालेदार खिचड़ी में मौजूद पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और फाइबर प्रदान करते हैं, जो इसे पौष्टिक और संतुलित भोजन बनाते हैं।
1. पाचन के लिए लाभकारी
मसालेदार खिचड़ी में दाल और चावल का मेल आसानी से पचने वाला होता है।
- दाल से मिलने वाला फाइबर आंतों की सफाई करता है और कब्ज से बचाता है।
- हल्के मसाले जैसे जीरा, हींग और अदरक गैस और अपच की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।
- यदि इसे घी में बनाया जाए तो यह पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे खाना जल्दी पचता है।
2. प्रोटीन का अच्छा स्रोत
दाल में मौजूद प्लांट-बेस्ड प्रोटीन मांसपेशियों को मज़बूती देता है और शरीर के ऊतकों की मरम्मत में मदद करता है।
- मूंग, मसूर या अरहर की दाल प्रोटीन से भरपूर होती है।
- नियमित रूप से खिचड़ी खाने से शरीर में प्रोटीन की कमी नहीं होती, खासकर शाकाहारी लोगों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है।
3. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
मसालेदार खिचड़ी में उपयोग होने वाले हरी सब्ज़ियाँ (पालक, गाजर, बीन्स, मटर) और मसाले (हल्दी, अदरक, लहसुन) एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं।
- हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को कम करता है और इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
- अदरक और लहसुन बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करते हैं।
4. शरीर को ऊर्जा प्रदान करे
चावल में मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर को तुरंत ऊर्जा देते हैं।
- व्यायाम करने वाले, बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह एक हल्का लेकिन ऊर्जा देने वाला भोजन है।
- ठंड के मौसम में मसालेदार खिचड़ी शरीर को गर्म रखने में भी मदद करती है।
5. वजन नियंत्रित करने में सहायक
मसालेदार खिचड़ी का एक और बड़ा फायदा है कि यह पेट को लंबे समय तक भरा रखती है।
- इसमें मौजूद फाइबर और प्रोटीन भूख को नियंत्रित करते हैं।
- यदि इसे कम तेल और घी में बनाया जाए तो यह वजन घटाने वालों के लिए भी सही भोजन है।
6. हड्डियों और दाँतों के लिए फायदेमंद
मसालेदार खिचड़ी में डाली गई हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, गाजर, मटर और दाल कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम से भरपूर होती हैं।
- ये मिनरल्स हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
- बुजुर्ग और बच्चों के लिए यह बहुत अच्छा भोजन है।
7. ब्लड शुगर कंट्रोल में मददगार
- मसालेदार खिचड़ी में उपयोग की जाने वाली दाल और सब्ज़ियों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।
- फाइबर युक्त होने के कारण यह शुगर लेवल को धीरे-धीरे बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज़ रोगियों के लिए भी यह सुरक्षित विकल्प है।
8. हार्ट हेल्थ के लिए लाभकारी
दाल और सब्ज़ियों में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हैं।
- घी की थोड़ी मात्रा “गुड फैट” के रूप में दिल को पोषण देती है।
- लहसुन और अदरक का उपयोग ब्लड कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है।
9. खून की कमी (एनीमिया) से बचाव
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ और दाल में भरपूर आयरन होता है।
- यह खून में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है।
- विशेषकर महिलाओं और बच्चों के लिए यह खून की कमी की समस्या में फायदेमंद है।
10. मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
- मसालेदार खिचड़ी में मौजूद विटामिन B-कॉम्प्लेक्स (विशेषकर B6 और फोलेट) मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं।
- गर्मागरम खिचड़ी खाने से serotonin (हैप्पी हार्मोन) का स्तर बढ़ता है, जिससे मूड अच्छा होता है और तनाव कम होता है।
11. डिटॉक्स में मददगार
- मसालेदार खिचड़ी में डाली जाने वाली हल्दी, धनिया और हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करती हैं।
- यदि इसमें मूंग दाल का उपयोग किया जाए तो यह हल्की और डिटॉक्स डाइट के लिए परफेक्ट है।
12. बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुपाच्य
- बुजुर्गों के लिए यह मुलायम और आसानी से चबाने वाला भोजन है।
- बच्चों के लिए इसमें पोषण, स्वाद और पचने की क्षमता तीनों मौजूद होते हैं।
मसालेदार खिचड़ी के पोषण मूल्य (100 ग्राम में लगभग)
| पोषक तत्व | मात्रा |
| ऊर्जा (कैलोरी) | 120-150 kcal |
| प्रोटीन | 5-7 g |
| कार्बोहाइड्रेट | 20-25 g |
| वसा | 2-4 g |
| फाइबर | 3-5 g |
| कैल्शियम | 30-40 mg |
| आयरन | 2-3 mg |
| पोटैशियम | 150-200 mg |
FAQs मसालेदार खिचड़ी के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके उत्तर
Q1. लिट्टी स्टैंड का होना क्या जरूरी है
Aनहीं, लिट्टी स्टैंड नहीं हो तब आप आलू,टमाटर, बैगन को आग पर पका ले अथवा उबाल ले पापड़ को तवा पर सेक ले।
Q2. क्या मसालेदार खिड़की स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है
Aहां स्वास्थ्य के लिए यह बहुत ही लाभदायक है इसमें प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है
Q3. मसालेदार खिचड़ी कौन-कौन डाल से बन सकता है
A हां आप इसे मसूर दाल,अरहर दाल से बना सकते हैं लेकिन सबसे ज्यादा स्वादिष्ट मूंग के दाल से ही बनता है।
Q4. मसालेदार खिचड़ी और सामान्य खिचड़ी में क्या फर्क है
A सामान्य खिचड़ी हल्की और कम मसालों वाली होती है, जबकि मसालेदार खिचड़ी में तड़का, सब्ज़ियाँ और मसाले ज़्यादा डाले जाते हैं जिससे इसका स्वाद चटपटा और सुगंधित बनता है।
Q5. मसालेदार खिचड़ी बनाने के लिए कौन सी दाल सबसे अच्छी है
A मूंग दाल (छिलका रहित) सबसे हल्की और सुपाच्य मानी जाती है, लेकिन आप अरहर, मसूर या मिक्स दाल भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
Q6. क्या डायबिटीज़ मरीज मसालेदार खिचड़ी खा सकते हैं
A हाँ, लेकिन सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस, मिलेट (बाजरा, कोदो, सामा) या क्विनोआ का इस्तेमाल करें और तेल/घी सीमित मात्रा में डालें।
Q7. क्या वजन घटाने में मसालेदार खिचड़ी मददगार है
A जी हाँ, यदि इसे कम घी और तेल में, ब्राउन राइस या मिलेट के साथ बनाया जाए तो यह लो-कैलोरी और हाई-फाइबर डाइट के रूप में वजन घटाने में सहायक है।
Q8. बच्चों के लिए मसालेदार खिचड़ी कैसे बनाएं
A बच्चों के लिए हल्के मसाले, ज्यादा सब्ज़ियाँ और घी का उपयोग करें, मिर्च कम डालें ताकि यह स्वादिष्ट और पौष्टिक बने।
Q9. मसालेदार खिचड़ी में कौन-कौन सी सब्ज़ियाँ डालना सबसे अच्छा है
A गाजर, मटर, बीन्स, पालक, लौकी, टमाटर, शिमला मिर्च और बैंगन सबसे अच्छे विकल्प हैं।
Q10. क्या मसालेदार खिचड़ी सर्दी-जुकाम में खाई जा सकती है
A हाँ, इसमें अदरक, लहसुन और हल्दी डालकर बनाई जाए तो यह सर्दी-जुकाम में राहत देती है और इम्युनिटी बढ़ाती है।
Q11. क्या मसालेदार खिचड़ी को डिनर में खाना सही है
A हाँ, यह हल्की और पचने में आसान है, इसलिए डिनर में भी खाई जा सकती है, बस रात में कम घी/तेल का उपयोग करें।Q12. क्या मसालेदार खिचड़ी फ्रीज में स्टोर की जा सकती है
ताज़ा खाने पर इसका स्वाद और पौष्टिकता सबसे बेहतर रहती है, लेकिन आप इसे एयरटाइट कंटेनर में 1 दिन के लिए फ्रिज में रख सकते हैं और गर्म करके खा सकते हैं।
Q13. मसालेदार खिचड़ी के साथ क्या परोसना सबसे अच्छा है
पापड़, अचार, दही, रायता, हरी चटनी या सलाद के साथ इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।

निष्कर्ष
मसालेदार खिचड़ी न केवल स्वाद में लाजवाब है बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। यह पाचन सुधारती है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, हड्डियों को मजबूत बनाती है, दिल को स्वस्थ रखती है और ऊर्जा प्रदान करती है। कम तेल-घी और ताज़ी सब्ज़ियों के साथ बनाई गई मसालेदार खिचड़ी को अगर हफ्ते में 2-3 बार आहार में शामिल किया जाए तो यह आपके शरीर को संतुलित पोषण दे सकती है और कई बीमारियों से बचाव भी कर सकती है।