मटर कुल्चा

स्वाद में चटपटा खाने में बेमिसाल अनोखा खास स्वाद का खजाना बनाकर घर आए मेहमान को खिलाएंगे तो वह बहुत आपकी रसोई से प्रभावित होंगे आपके सम्मान में कसीदे कढ़ेंगे

मटर कुलचा का परिचय

मटर कुलचा उत्तर भारत का एक लोकप्रिय और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड है, जो खासतौर पर पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के शहरों में बेहद पसंद किया जाता है। यह डिश दो मुख्य हिस्सों से मिलकर बनती है – मटर (उबली हुई सूखी सफेद मटर से बनी मसालेदार सब्जी) और कुलचा (मैदा से तैयार नरम और हल्के कुरकुरे तवे या तंदूर में पके हुए फ्लैटब्रेड)

।मटर कुलचा का स्वाद हल्के खट्टे, मसालेदार और चटपटे फ्लेवर का अनोखा मिश्रण होता है। मटर में प्याज, टमाटर, अदरक, हरी मिर्च, और चाट मसाला जैसी चीजें डालकर इसे खास अंदाज़ में तैयार किया जाता है, जबकि कुलचा को अक्सर मक्खन लगाकर गर्मागर्म परोसा जाता है। इसके साथ प्याज के स्लाइस, हरी चटनी और नींबू का टुकड़ा स्वाद को और बढ़ा देते हैं।

यह व्यंजन नाश्ते, लंच या शाम के हल्के भोजन के लिए बढ़िया विकल्प है और इसकी लोकप्रियता का कारण है – सस्ता, पेटभर और लाजवाब स्वाद। सड़क किनारे ठेले से लेकर बड़े रेस्टोरेंट तक, मटर कुलचा हर जगह आसानी से उपलब्ध है।

मटर कुलचा का इतिहास

मटर कुलचा की जड़ें उत्तर भारत के पारंपरिक व्यंजनों में गहराई से जुड़ी हुई हैं। इसका उद्भव मुख्य रूप से पंजाब और दिल्ली क्षेत्र में माना जाता है, लेकिन समय के साथ यह उत्तर भारत के लगभग हर राज्य में लोकप्रिय हो गया।

ऐतिहासिक रूप से, कुलचा एक मुगलकालीन रोटी है, जो मूल रूप से शाही दरबारों में तंदूर में बनाई जाती थी। उस समय इसे मैदा, दही और दूध से गूंथकर तंदूर में पकाया जाता था और साथ में शाही सब्जियां या मांस के व्यंजन परोसे जाते थे। कुलचा लाहौर, अमृतसर और दिल्ली जैसे शहरों में आम लोगों के बीच भी फैल गया और समय के साथ इसका साधारण और स्ट्रीट फूड संस्करण बनने लगा।

दूसरी ओर, मटर की सब्जी बनाने की परंपरा भारतीय घरों में बहुत पुरानी है, लेकिन सूखी सफेद मटर (White Peas) का प्रयोग सड़क किनारे ठेलों पर लोकप्रिय हुआ। खासतौर पर अमृतसर और दिल्ली की गलियों में हल्के खट्टे-मीठे, मसालेदार मटर को मक्खन लगे कुलचे के साथ परोसना एक ट्रेंड बन गया।

20वीं सदी के मध्य में, जब दिल्ली और पंजाब में स्ट्रीट फूड कल्चर तेजी से बढ़ा, तब मटर कुलचा सबसे सस्ते और पेट भरने वाले विकल्पों में से एक बन गया। इसने रेलवे स्टेशन, बस अड्डे और बाज़ारों में भी अपनी जगह बना ली।

आज मटर कुलचा सिर्फ स्थानीय ठेलों तक सीमित नहीं है, बल्कि बड़े रेस्टोरेंट और कैफ़े में भी अलग-अलग वेरायटी में परोसा जाने लगा है – जैसे चीज़ कुलचा, स्टफ्ड कुलचा और स्पेशल मसाला मटर।

मटर कुल्चा
मटर कुल्चा

मटर कुल्चा

स्वाद में चटपटा खाने में बेमिसाल स्वाद में चटपटा खाने में बेमिसाल अनोखा खास स्वाद का खजाना बनाकर घर आए मेहमान को खिलाएंगे तो वह बहुत आपकी रसोई से प्रभावित होंगे आपके सम्मान में कसीदे कढ़ेंगे
Prep Time 6 hours 20 minutes
Cook Time 25 minutes
Total Time 6 hours 45 minutes
Course Breakfast
Cuisine Indian
Servings 2
Calories 225 kcal

Ingredients
  

  • 200 ग्राम सूखा मटर
  • 100 ग्राम प्याज
  • 25 ग्राम हरा मिर्च
  • 1/2 चम्मच गरम मसाला पाउडर
  • 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1 चम्मच चीनी
  • 1 चुटकी कस्तूरी मेथी
  • 1 चम्मच चाट मसाला
  • 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1/2 चम्मच जीरा पाउडर
  • 50 ग्राम टमाटर
  • 1/2 चम्मच आमचूर पाउडर
  • 1 चुटकी मीठा सोडा
  • 50 ग्राम धनिया पत्ता
  • 100 ग्राम बटर
  • 200 ग्राम मैदा
  • 2 चम्मच दही
  • 1 छुटकी बेकिंग सोडा

Instructions
 

मटर कुल्चा बनाने की विधि:-

    Step 1

    • एक बर्तन में मैदा को रखें,मैदा में बेकिंग सोडा,दही, चीनी,स्वाद अनुसार नमक और पानी डालकरअच्छी तरह गुथे, जब अच्छी तरह गूथ जाए तब बर्तन को ढक्कन से ढक कर 5 घंटा मैरीनेट होने दे।

    Step 2

    • सूखा मटर को साफ कर ले एक बर्तन डालकर इसमें पानी डालकर सूखा मटर को 6 घंटा तक फुलने के लिए छोड़ दे।

    Step 3

    • 6 घंटा के बाद मैरीनेट मैदा को ढक्कन हटाकर 4 बराबर गोला बनाकर बेलन के सहायता से आयताकार बेलकर कुल्चा बना ले।

    Step 4

    • चूल्हा जलाकर उसके ऊपर तवा चढ़ाकर तवा को गर्म होने दे,जब तवा गर्म हो जाए तब तैयार कुल्चा पर कस्तूरी मेथी और थोड़ा बारीक कटे धनिया पत्ता छिड़क कर कुल्चा को तवा पर डालकर सेक ले और निकाल कर अलग बर्तन में रख ले इसी तरह सभी कुल्चा को सेक ले और बर्तन में निकाल कर रख ले आंच धीमी कर दे,तवा उतार दे।

    Step 5

    • चूल्हा पर प्रेशर कुकर चढ़ाकर मटर डालकर 500 ml पानी डालकर इसमें हल्दी पाउडर, मीठा सोडा,नमक डालकर प्रेशर कुकर का ढक्कन बंद कर आंच को मेडियम कर ले, 4 से 5 सिटी लगने दे।

    Step 6

    • टमाटर को पानी से धोकर बारीक काट,प्याज को छीलकर पानी से धोकर बाड़ीक कचूमर सलाद के तरह काट ले, हरा मिर्च के डंठल हटाकर बारीक काट ले,धनिया पत्ता के जड़ को काटकर फेंक दे पानी से धोकर बारीक काट ले।

    Step 7

    • 4 से 5 सिटी लग गया होगा तो प्रेशर कुकर उतार कर ठंडा होने के लिए रख दे, चूल्हा के ऊपर तवा चढ़ाकर तवा को गर्म होने दे,जब तावा गर्म हो जाए तब जरूरत के अनुसार बटर को डालें,बटर जब गर्म हो जाए तब प्रेशर कुकर के ढक्कन खोलकर उसमे के उबले हुए मटर को तवा पर डाल दे फिर एक चम्मच से चलाएं।

    Step 8

    • फिर आमचूर पाउडर,लाल मिर्च पाउडर,जीरा पाउडर,प्याज,टमाटर,धनिया पत्ता, हरा मिर्च,दही डालकर 3 से 4 मिनट तक चलाएं,फिर गरम मसाला डालकर 1 से 2 मिनट तक चलाएं अब चम्मच से निकाल कर एक बर्तन में रख ले, अब उसी तवा पर 1 चम्मच बटर डालकर बने हुए कुल्चा को दोनों तरफ उलट पलट के सेक ले,चूल्हा बंद कर दे।
    • Step 9
    • अब 2 प्लेट में बराबर बराबर मटर कुल्चा डालकर उसके ऊपर प्याज,हरा मिर्च,धनिया पत्ता और चाट मसाला से गार्निश कर के सर्व करें मटर कुल्चा का आनंद ले ।
    Keyword मटर कुल्चा

    INGREDIENTS

    • 200 ग्राम सूखा मटर
    • 100 ग्राम प्याज
    • 25 ग्राम हरा मिर्च
    • 1/2 चम्मच गरम मसाला पाउडर
    • 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
    • 1 चम्मच चीनी
    • 1 चुटकी कस्तूरी मेथी
    • 1 चम्मच चाट मसाला
    • 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
    • 1/2 चम्मच जीरा पाउडर
    • 50 ग्राम टमाटर
    • 1/2 चम्मच आमचूर पाउडर
    • 1 चुटकी मीठा सोडा
    • 50 ग्राम धनिया पत्ता
    • 100 ग्राम बटर
    • 200 ग्राम मैदा
    • 2 चम्मच दही
    • 1 छुटकी बेकिंग सोडा

    Step 1

    एक बर्तन में मैदा को रखें,मैदा में बेकिंग सोडा,दही, चीनी,स्वाद अनुसार नमक और पानी डालकरअच्छी तरह गुथे, जब अच्छी तरह गूथ जाए तब बर्तन को ढक्कन से ढक कर 5 घंटा मैरीनेट होने दे।

    Step 2

    सूखा मटर को साफ कर ले एक बर्तन डालकर इसमें पानी डालकर सूखा मटर को 6 घंटा तक फुलने के लिए छोड़ दे।

    Step 3

    6 घंटा के बाद मैरीनेट मैदा को ढक्कन हटाकर 4 बराबर गोला बनाकर बेलन के सहायता से आयताकार बेलकर कुल्चा बना ले।

    Step 4

    चूल्हा जलाकर उसके ऊपर तवा चढ़ाकर तवा को गर्म होने दे,जब तवा गर्म हो जाए तब तैयार कुल्चा पर कस्तूरी मेथी और थोड़ा बारीक कटे धनिया पत्ता छिड़क कर कुल्चा को तवा पर डालकर सेक ले और निकाल कर अलग बर्तन में रख ले इसी तरह सभी कुल्चा को सेक ले और बर्तन में निकाल कर रख ले आंच धीमी कर दे,तवा उतार दे।

    Step 5

    चूल्हा पर प्रेशर कुकर चढ़ाकर मटर डालकर 500 ml पानी डालकर इसमें हल्दी पाउडर, मीठा सोडा,नमक डालकर प्रेशर कुकर का ढक्कन बंद कर आंच को मेडियम कर ले, 4 से 5 सिटी लगने दे।

    Step 6

    टमाटर को पानी से धोकर बारीक काट,प्याज को छीलकर पानी से धोकर बाड़ीक कचूमर सलाद के तरह काट ले, हरा मिर्च के डंठल हटाकर बारीक काट ले,धनिया पत्ता के जड़ को काटकर फेंक दे पानी से धोकर बारीक काट ले।

    Step 7

    4 से 5 सिटी लग गया होगा तो प्रेशर कुकर उतार कर ठंडा होने के लिए रख दे, चूल्हा के ऊपर तवा चढ़ाकर तवा को गर्म होने दे,जब तावा गर्म हो जाए तब जरूरत के अनुसार बटर को डालें,बटर जब गर्म हो जाए तब प्रेशर कुकर के ढक्कन खोलकर उसमे के उबले हुए मटर को तवा पर डाल दे फिर एक चम्मच से चलाएं।

    Step 8

    फिर आमचूर पाउडर,लाल मिर्च पाउडर,जीरा पाउडर,प्याज,टमाटर,धनिया पत्ता, हरा मिर्च,दही डालकर 3 से 4 मिनट तक चलाएं,फिर गरम मसाला डालकर 1 से 2 मिनट तक चलाएं अब चम्मच से निकाल कर एक बर्तन में रख ले, अब उसी तवा पर 1 चम्मच बटर डालकर बने हुए कुल्चा को दोनों तरफ उलट पलट के सेक ले,चूल्हा बंद कर दे।

    Step 9

    अब 2 प्लेट में बराबर बराबर मटर कुल्चा डालकर उसके ऊपर प्याज,हरा मिर्च,धनिया पत्ता और चाट मसाला से गार्निश कर के सर्व करें मटर कुल्चा का आनंद ले ।

    मटर कुलचा के स्वास्थ्य लाभ

    मटर कुलचा भारत के उत्तर क्षेत्र का एक बेहद लोकप्रिय और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड है। अमृतसर, दिल्ली, लुधियाना, कानपुर और लखनऊ जैसे शहरों की गलियों में आपको मटर कुलचा के ठेले बड़ी आसानी से मिल जाएंगे। इसका स्वाद इतना लाजवाब होता है कि लोग सुबह के नाश्ते से लेकर शाम के स्नैक तक इसे पसंद करते हैं।

    हालाँकि यह डिश अक्सर स्वाद के लिए खाई जाती है, लेकिन अगर हम इसके पोषण और स्वास्थ्य लाभ को गहराई से देखें तो पाएंगे कि इसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद हैं, जो शरीर के लिए लाभकारी हो सकते हैं — बशर्ते इसे संतुलित मात्रा में और सही तरीके से तैयार करके खाया जाए।

    1. प्रोटीन का अच्छा स्रोत

    मांसपेशियों के लिए लाभकारीमटर, खासतौर पर सफेद मटर (White Peas), एक बेहतरीन प्लांट-बेस्ड प्रोटीन स्रोत है। प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत, विकास और मजबूती के लिए आवश्यक है।

    फायदा: नियमित रूप से प्रोटीन युक्त भोजन लेने से शरीर में कमजोरी नहीं आती और मांसपेशियां मजबूत रहती हैं।

    हेल्दी टिप: मटर को अच्छी तरह उबालकर और कम तेल-मसाले में पकाने से इसका प्रोटीन बेहतर तरीके से पचता है।

    2. पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद

    मटर में भरपूर डाइटरी फाइबर होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से बचाता है।

    फाइबर आंतों की सफाई करता है और भोजन को पचाने की प्रक्रिया को सुचारू रखता है।

    फाइबर से रक्त में शुगर का स्तर संतुलित रहता है, जिससे डायबिटीज़ रोगियों को भी फायदा हो सकता है।

    3. इम्युनिटी को बढ़ावा देना

    मटर में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को मजबूत करते हैं।

    विटामिन C संक्रमण से बचाता है और शरीर को बैक्टीरिया व वायरस से लड़ने की क्षमता देता है।

    ठंड, खांसी और मौसमी बीमारियों में यह मददगार साबित हो सकता है।

    4. हड्डियों और दाँतों के लिए फायदे

    मंदमटर में पोटैशियम, मैग्नीशियम और कुछ मात्रा में कैल्शियम भी मौजूद होता है। ये मिनरल्स हड्डियों और दाँतों की मजबूती के लिए बेहद आवश्यक हैं।

    पोटैशियम शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखता है और हड्डियों को कमजोर होने से बचाता है।

    मैग्नीशियम मांसपेशियों के खिंचाव और दर्द को कम करता है।

    5. ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत

    कुलचा मैदा या गेहूं के आटे से बनाया जाता है, जो कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है।

    कार्बोहाइड्रेट शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है और लंबे समय तक भूख को नियंत्रित करता है।

    मटर में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का संतुलन इसे एक संतुलित एनर्जी स्नैक बना देता है।

    6. वजन नियंत्रण में मदद (संतुलित मात्रा में खाने पर)

    अगर कुलचा को साबुत गेहूं के आटे से बनाया जाए और मटर को कम तेल में पकाया जाए, तो यह वजन नियंत्रण के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।

    फाइबर भूख को लंबे समय तक शांत रखता है।प्रोटीन मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है, जिससे कैलोरी बर्निंग तेज होती है।

    7. हार्ट हेल्थ में सहायक

    मटर में मौजूद फाइबर, पोटैशियम और मैग्नीशियम दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

    पोटैशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है।

    फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाता है।

    8. डायबिटीज रोगियों के लिए संतुलित विकल्प

    मटर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है, जिसका मतलब है कि यह रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से नहीं बढ़ाता।

    कुलचा में साबुत गेहूं का प्रयोग डायबिटीज रोगियों के लिए इसे और बेहतर विकल्प बना सकता है।

    FAQs मटर कुल्चा से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवालऔर उनके जबाब

    Q1. क्या कुल्चा बाजार से खरीद सकते हैं

    A हां कुल्चा बाजार में भी मिलता है उसका भी उपयोग कर सकते हैं

    Q2. क्या मटर कुल्चा बनाने के लिए काबली चना का उपयोग कर सकते है

    A नहीं,काबुली चना से इस डिश को नहीं बना सकते हैं। काबुली चना से बने व्यंजन को काबुली कुल्चा कहा जाता है

    3. मटर कुल्चा किस समय खाया जाता है

    A मटर कुल्चा सुबह के नाश्ता में खाया जाता है

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