मटन चाप मसाला इस विधि से बनायेगे तो अद्वितीय खास स्वाद से भरपूर जिसको खाने के बाद आपका मन स्वाद से तृप्त होकर खुशी से झूम उठेगा नया अनुभव प्राप्त करेंगे
मटन चाप मसाला का परिचय
मटन चाप मसाला एक शाही और लज़ीज़ नॉन-वेज डिश है, जो खासतौर पर उत्तर भारत और मुगलई खानपान का अहम हिस्सा मानी जाती है। इसमें मटन की पसलियों (चाप) को मसालेदार ग्रेवी या सूखे मसाले के साथ धीमी आंच पर पकाया जाता है, जिससे उसका स्वाद और खुशबू दोनों बेहद गहरे और रिच हो जाते हैं।
इस डिश की खासियत इसकी मैरीनेशन और धीमी पकाने की विधि है। पहले मटन चाप को दही, अदरक-लहसुन पेस्ट, नींबू का रस और पारंपरिक मसालों में कई घंटों तक मैरीनेट किया जाता है, जिससे मटन नर्म और रसीला बनता है। फिर इसे प्याज-टमाटर की ग्रेवी या सूखे मसालों के साथ पकाकर तैयार किया जाता है।
मटन चाप मसाला को आप दो तरीकों से परोस सकते हैं —
1. ग्रेवी स्टाइल – नान, रूमाली रोटी या चावल के साथ।
2. ड्राई मसाला स्टाइल – स्टार्टर या स्नैक के रूप में,
प्याज और नींबू के साथ।इसके मसालेदार स्वाद और मुलायम टेक्सचर के कारण यह डिश शादी-ब्याह, त्योहार और खास दावतों में बेहद लोकप्रिय है। मटन प्रेमियों के लिए यह एक लाजवाब व्यंजन है जो एक बार खाने के बाद लंबे समय तक याद रहता है।
मटन चाप मसाला का इतिहास
मटन चाप मसाला की जड़ें भारत के मुगलई दौर से जुड़ी मानी जाती हैं। जब 16वीं से 18वीं शताब्दी के बीच मुगलों का शासन था, तब उनके शाही खानपान में मटन का विशेष स्थान था। उस समय मटन की पसलियों (चाप) को मसाले और दही में लंबे समय तक मैरीनेट करके, धीमी आँच पर पकाने की परंपरा शुरू हुई। इस तकनीक से मटन बेहद नर्म और स्वादिष्ट बनता था, जिसे बाद में “चाप” कहा जाने लगा।
दिल्ली, लखनऊ और हैदराबाद मुगलई व्यंजनों के प्रमुख केंद्र बने, जहाँ मटन चाप को अलग-अलग तरीकों से पकाया जाने लगा। लखनऊ में इसे दम पुख्त शैली में कोयले की आँच पर पकाया जाता था, जबकि हैदराबाद में इसमें खट्टी और मसालेदार ग्रेवी जोड़ी जाती थी। दिल्ली के पुराने बाजारों में “मटन चाप मसाला” एक खास स्ट्रीट डिश के रूप में भी लोकप्रिय हुआ, जिसमें तंदूर में पकी चाप को मसालेदार ग्रेवी या सूखे मसाले में टॉस करके परोसा जाता था।
ब्रिटिश काल के समय, यह डिश कोलकाता और बिहार में भी पहुँची, जहाँ बंगाली और बिहारी स्वाद के अनुसार इसमें सरसों का तेल, गरम मसाला और देसी मसाले जोड़े जाने लगे। इस तरह, मटन चाप मसाला ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपना खास स्थानीय रूप ले लिया।
आज यह डिश शादी-ब्याह, ईद, दावतों और खास मौकों पर परोसी जाने वाली एक प्रीमियम नॉन-वेज रेसिपी मानी जाती है, जो मुगलई शाही स्वाद की याद दिलाती है।
मटन चाप मसाला – विकास यात्रा टाइमलाइन
| समयकाल / दौर | क्षेत्र / प्रभाव | बनाने की शैली | खास विशेषताएँ |
| 16वीं शताब्दी (मुगल शासन) | दिल्ली, आगरा, लखनऊ | दम पुख्त (धीमी आँच) | दही, केसर, मेवे और हल्के मसालों में पकाई चाप – शाही दावतों का हिस्सा |
| 17वीं-18वीं शताब्दी | लखनऊ (अवध) | तंदूर + दम पुख्त | कोयले की आँच पर तंदूरी चाप, फिर केसर और मलाई वाली रिच ग्रेवी |
| 18वीं-19वीं शताब्दी | हैदराबाद | खट्टी-मसालेदार ग्रेवी | इमली, नारियल और मसालों से बनी ग्रेवी – नान और बिरयानी के साथ |
| ब्रिटिश काल | कोलकाता, बिहार | स्ट्रीट फूड स्टाइल | सरसों के तेल, प्याज-टमाटर की मसालेदार ग्रेवी – थाली या पराठे के साथ |
| 1950-1970 | उत्तर भारत के शहर | होटल और ढाबा स्टाइल | ज्यादा मसालेदार और ऑयली, सूखा मसाला और ग्रेवी दोनों वर्ज़न |
| 1980-2000 | मेट्रो सिटी | पार्टी और कैटरिंग स्टाइल | रेड ग्रेवी, गार्निश में हरा धनिया और प्याज के रिंग |
| 2000 के बाद | पूरे भारत और विदेश | मॉडर्न फ्यूज़न स्टाइल | चीज़, बटर, स्मोकी फ्लेवर, ग्रिल्ड और बेक्ड वर्ज़न – हैल्दी और प्रेजेंटेबल |
Table of Contents


मटन चाप मसाला
Ingredients
- 1 kg मटन चाप पीस प्रत्येक पीस 20 kg से अधिक वजन के बकरे का सीना का पीस होना चाहिए
- 500 ग्राम बेसन
- 500 ग्राम टमाटर
- 4 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच देगी मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच कश्मीरी मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच हल्दी पाउडर
- 10 pc तेज पत्ता
- 50 ग्राम लहसुन
- 100 ग्राम साबुत गरम मसाला
- 1/2 चम्मच अजीनामोटो
- 1 चम्मच कच्चा पपीता का दूध
- 2 चम्मच मीट मसाला
- 1 चम्मच सेल्हा नमक
- 2 चम्मच गोल मिर्च पाउडर
- 100 ग्राम पोस्ता दाना
- 200 ग्राम सरसों तेल
- 250 ग्राम रिफाइन तेल
- 750 ग्राम प्याज
- 50 ग्राम काजू
- 1 pc जायफल
- 10 pc छोटी इलायची
- नमक स्वाद अनुसार
Instructions
मटन चाप मसाला बनाने की विधि :-
- Step 1
- मटन चाप मसाला बनाने के लिए सबसे पहले मटन चाप के पीस को अच्छा से धो ले, अपने प्रेशर कुकर में मटन चाप के पीस को रखें इसमें2 चम्मच मिर्च पाउडर,1 चम्मच कश्मीरी मिर्च,1 चम्मच देगी मिर्च, आधा चम्मच हल्दी पाउडर, आधा चम्मच अजीनोमोटो 1 चम्मच पपीता का दूध, 100 ग्राम सरसों तेल डालकर सबको अच्छा से मिला दे प्रेशर कुकर के ढक्कन बंद कर दे चूल्हा जलाकर धीमी आंच पर प्रेशर कुकर को चढ़ा दे 30 से 40 मिनट तक पकने के लिए छोड़ दे।
Step 2
- एक बर्तन में बेसन, पोस्ता दाना, स्वाद अनुसार नमक, आधा चम्मच हल्दी पाउडर, एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर,दो कप पानी मिलाकर ग्रेवी जैसा बना ले मटन चाप मसाला।
Step 3
- एक बर्तन में प्याज को बारीक काट ले, एक बर्तन मेंलाल मिर्च पाउडर,देगी मिर्च पाउडर, कश्मीरी मिर्च पाउडर, गोल मिर्च पाउडर और हल्दी पाउडर को आवश्यकता अनुसार पानी मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर ले, अदरक और लहसुन को ग्राइंडर में अलग-अलग पीस कर पेस्ट तैयार कर अलग रख ले, धनिया के पत्ता के जड़ को काटकर फेंक दे और धोकर बारीक काट ले और अलग रख ले, साबुत गरम मसाला को ग्राइंडर में पीसकर अलग रख ले मटन चाप मसाला।
Step 4
- एक दूसरा चूल्हा जलाकर उस पर तवा चढ़ा दे, जब तवा गरम हो जाए तब उस पर समान्य नमक एवं सेंधा नमक को भून ले अलग निकाल कर रख ले।
Step 5
- अब 30 से 40 मिनट समय हो गया होगा तो चूल्हा बंद करके कुकर उस पर से उतार के ठंडा होने के लिए छोड़ दे,कुकर जब ठंडा हो जाए तो ढक्कन खोलकर उबले हुए मटन चाप को एक छन्नी के सहारे छान कर एक बर्तन में रख ले, कुकर में के बचे हुये पानी को फेंकना नहीं है अलग एक बर्तन में निकाल कर रख लेना है,मटन के साथ सटे हुए मसाले को बिंन कर अलग निकाल दे।
Step 6
- चूल्हा को जलाकर कराही उस पर चढ़ा दे कराही गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब बचे हुए सरसों तेल को डालकर तेल गर्म होने दे जब तेल गर्म हो जाए
Step 7
- तब इसमें साबुत जीरा, तेज पत्ता और साबुत लाल मिर्च का फोड़न दे फोड़न के भूनने के बाद बारीक़ कटी हुई प्याज को डालकर चलाएं, प्याज का रंग सुनहरा होने तक प्याज को भूने,जब प्याज का रंग सुनहरा हो जाए तब बने हुए मसाले के पेस्ट को डाल दे फिर भुने तब तक भूने जब तक मसाले से तेल छोड़ ना दे जब तेल ऊपर नजर आने लगे, मटन चाप के साथ जो पानी उबालने के बाद बचा हुआ था उस पानी को डाल दे फिर स्वाद अनुसार भुना हुआ नमक मिला दे,
Step 8
- अगले 15 मिनट तक इसको चलाएं इसके बाद इसमें अदरक, और लहसुन के पेस्ट,हरा मिर्च,जायफल,छोटी इलायची डालकर अगले 15 मिनट तक पकाएं 15 मिनट के बाद देख की तेल(रोगन) ऊपर आया कि नहीं अगर तेल(रोगन )दिख जाए तो हमारा मसाला पक चुका है गरम मसाला डालकर ढक्कन बंद कर दे 5 मिनट पकने दें 5 मिनट के बाद चूल्हा बंद कर दे ग्रेवी को उतार ले मटन चाप मसाला।
Step 9
- उबले हुए मटन चाप के पीस को स्क्रैप चाकू के सहारे पतले वाले हिस्से के मांस को मोटे भाग के तरफ एक-एक करके कर ले सभी मटन चाप के पीस को पहले से बर्तन में घुले हुए बेसन में मिला ले मैग्नेट होने दे।
Step 10
- चूल्हा को जलाकर कराही गर्म होने के लिए चढ़ा दे जब कराही गर्म हो जाए तब इसमें रिफाइंन तेल डाल दे तेल को गर्म होने दे जब तेल गर्म हो जाए तो बर्तन के क्षमता के अनुसार मैग्नेटेड मटन चाप पीस को सुनहरा रंग होने तक फ्राई करें, फ्राई होने के बाद सभी फ्राई मटन चाप पीस को एक बड़ा प्लेट में निकाल ले, अलग-अलग कप में तैयार ग्रेवी को डाल ले इसे सूप के तरह उपयोग करें एवं मटन चाप मसाला का आनंद ले ग्रेवी के साथ मटन चाप को मिला कर भी आनंद ले सकते हैं।

INGREDIENTS
- 1kg मटन चाप पीस, प्रत्येक पीस 20 kg से अधिक वजन के बकरे का सीना का पीस होना चाहिए
- 500 ग्राम बेसन
- 500 ग्राम टमाटर
- 4 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच देगी मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच कश्मीरी मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच हल्दी पाउडर
- 10pc तेज पत्ता
- 50 ग्राम लहसुन
- 100 ग्राम साबुत गरम मसाला
- 1/2 चम्मच अजीनामोटो
- 1 चम्मच कच्चा पपीता का दूध
- 2 चम्मच मीट मसाला
- 1 चम्मच सेल्हा नमक
- 2 चम्मच गोल मिर्च पाउडर
- 100 ग्राम पोस्ता दाना
- 200 ग्राम सरसों तेल
- 250 ग्राम रिफाइन तेल
- 750 ग्राम प्याज
- 50 ग्राम काजू
- 1pc जायफल
- 10pc छोटी इलायची
- नमक स्वाद अनुसार
मटन चाप मसाला बनाने की विधि :-
Step 1
मटन चाप मसाला बनाने के लिए सबसे पहले मटन चाप के पीस को अच्छा से धो ले, अपने प्रेशर कुकर में मटन चाप के पीस को रखें इसमें2 चम्मच मिर्च पाउडर,1 चम्मच कश्मीरी मिर्च,1 चम्मच देगी मिर्च, आधा चम्मच हल्दी पाउडर, आधा चम्मच अजीनोमोटो 1 चम्मच पपीता का दूध, 100 ग्राम सरसों तेल डालकर सबको अच्छा से मिला दे प्रेशर कुकर के ढक्कन बंद कर दे चूल्हा जलाकर धीमी आंच पर प्रेशर कुकर को चढ़ा दे 30 से 40 मिनट तक पकने के लिए छोड़ दे।
Step 2
एक बर्तन में बेसन, पोस्ता दाना, स्वाद अनुसार नमक, आधा चम्मच हल्दी पाउडर, एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर,दो कप पानी मिलाकर ग्रेवी जैसा बना ले मटन चाप मसाला।
Step 3
एक बर्तन में प्याज को बारीक काट ले, एक बर्तन मेंलाल मिर्च पाउडर,देगी मिर्च पाउडर, कश्मीरी मिर्च पाउडर, गोल मिर्च पाउडर और हल्दी पाउडर को आवश्यकता अनुसार पानी मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर ले, अदरक और लहसुन को ग्राइंडर में अलग-अलग पीस कर पेस्ट तैयार कर अलग रख ले, धनिया के पत्ता के जड़ को काटकर फेंक दे और धोकर बारीक काट ले और अलग रख ले, साबुत गरम मसाला को ग्राइंडर में पीसकर अलग रख ले मटन चाप मसाला।
Step 4
एक दूसरा चूल्हा जलाकर उस पर तवा चढ़ा दे, जब तवा गरम हो जाए तब उस पर समान्य नमक एवं सेंधा नमक को भून ले अलग निकाल कर रख ले।
Step 5
अब 30 से 40 मिनट समय हो गया होगा तो चूल्हा बंद करके कुकर उस पर से उतार के ठंडा होने के लिए छोड़ दे,कुकर जब ठंडा हो जाए तो ढक्कन खोलकर उबले हुए मटन चाप को एक छन्नी के सहारे छान कर एक बर्तन में रख ले, कुकर में के बचे हुये पानी को फेंकना नहीं है अलग एक बर्तन में निकाल कर रख लेना है,मटन के साथ सटे हुए मसाले को बिंन कर अलग निकाल दे।
Step 6
चूल्हा को जलाकर कराही उस पर चढ़ा दे कराही गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब बचे हुए सरसों तेल को डालकर तेल गर्म होने दे जब तेल गर्म हो जाए
Step 7
तब इसमें साबुत जीरा, तेज पत्ता और साबुत लाल मिर्च का फोड़न दे फोड़न के भूनने के बाद बारीक़ कटी हुई प्याज को डालकर चलाएं, प्याज का रंग सुनहरा होने तक प्याज को भूने,जब प्याज का रंग सुनहरा हो जाए तब बने हुए मसाले के पेस्ट को डाल दे फिर भुने तब तक भूने जब तक मसाले से तेल छोड़ ना दे जब तेल ऊपर नजर आने लगे, मटन चाप के साथ जो पानी उबालने के बाद बचा हुआ था उस पानी को डाल दे फिर स्वाद अनुसार भुना हुआ नमक मिला दे,
Step 8
अगले 15 मिनट तक इसको चलाएं इसके बाद इसमें अदरक, और लहसुन के पेस्ट,हरा मिर्च,जायफल,छोटी इलायची डालकर अगले 15 मिनट तक पकाएं 15 मिनट के बाद देख की तेल(रोगन) ऊपर आया कि नहीं अगर तेल(रोगन )दिख जाए तो हमारा मसाला पक चुका है गरम मसाला डालकर ढक्कन बंद कर दे 5 मिनट पकने दें 5 मिनट के बाद चूल्हा बंद कर दे ग्रेवी को उतार ले मटन चाप मसाला।
Step 9
उबले हुए मटन चाप के पीस को स्क्रैप चाकू के सहारे पतले वाले हिस्से के मांस को मोटे भाग के तरफ एक-एक करके कर ले सभी मटन चाप के पीस को पहले से बर्तन में घुले हुए बेसन में मिला ले मैग्नेट होने दे।
Step 10
चूल्हा को जलाकर कराही गर्म होने के लिए चढ़ा दे जब कराही गर्म हो जाए तब इसमें रिफाइंन तेल डाल दे तेल को गर्म होने दे जब तेल गर्म हो जाए तो बर्तन के क्षमता के अनुसार मैग्नेटेड मटन चाप पीस को सुनहरा रंग होने तक फ्राई करें, फ्राई होने के बाद सभी फ्राई मटन चाप पीस को एक बड़ा प्लेट में निकाल ले, अलग-अलग कप में तैयार ग्रेवी को डाल ले इसे सूप के तरह उपयोग करें एवं मटन चाप मसाला का आनंद ले ग्रेवी के साथ मटन चाप को मिला कर भी आनंद ले सकते हैं।
मटन चाप मसाला के लोकप्रिय वैरायटीज़
मटन चाप मसाला भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग अंदाज़ में बनाया और परोसा जाता है।
1. तंदूरी मटन चाप
बनाने की शैली: मटन चाप को दही, अदरक-लहसुन, लाल मिर्च पाउडर, कसूरी मेथी और तंदूरी मसाले में मैरीनेट करके तंदूर या ग्रिल पर पकाया जाता है।
स्वाद: स्मोकी, मसालेदार और हल्का चारकोल फ्लेवर।
परोसने का तरीका: प्याज के रिंग, नींबू और पुदीना चटनी के साथ।
2. ग्रेवी मटन चाप मसाला
बनाने की शैली: प्याज-टमाटर की रिच ग्रेवी में चाप को धीमी आँच पर पकाया जाता है।
स्वाद: मसालेदार और हल्का तीखा, रोटी और चावल दोनों के साथ उपयुक्त।
परोसने का तरीका: नान, रूमाली रोटी या स्टीम राइस के साथ।
3. ड्राई मटन चाप मसाला
बनाने की शैली: पकने के बाद ग्रेवी को सुखा लिया जाता है और चाप पर सूखे मसाले की कोटिंग की जाती है।
स्वाद: तीखा और गाढ़ा मसाला, स्नैक के रूप में परफेक्ट।
परोसने का तरीका: पार्टी स्टार्टर या चाट मसाले के साथ सर्व करें।
4. कोलकाता स्टाइल मटन चाप
बनाने की शैली: सरसों के तेल में प्याज, टमाटर और गरम मसाले के साथ पकाई गई चाप, हल्के मीठे और तीखे स्वाद का मिश्रण।
स्वाद: बंगाली मसालों का अनोखा मेल।
परोसने का तरीका: पराठा या रोटी के साथ।
5. फ्यूज़न मटन चाप
बनाने की शैली: चीज़, क्रीम, या पेरि-पेरि सॉस के साथ मटन चाप का नया रूप।
स्वाद: इंडो-इटालियन या इंडो-कॉन्टिनेंटल ट्विस्ट।
परोसने का तरीका: पार्टी प्लेटर में सलाद और डिप्स के साथ।
मटन चाप मसाला सर्व करने का तरीका
मटन चाप मसाला को सही ढंग से सर्व करने से इसका स्वाद और प्रस्तुति दोनों बेहतर हो जाते हैं। यहाँ मटन चाप मसाला को परोसने के कुछ बेहतरीन तरीके दिए गए हैं:
1. गरमागरम परोसें
मटन चाप मसाला को ताज़ा पकाकर तुरंत ही गर्मागर्म सर्व करें, ताकि मसालों का स्वाद और मटन का जूसीपन बना रहे।
2. साथ में ताजी सजावट रखें
ऊपर से ताजा हरा धनिया और कटा हुआ हरा मिर्च छिड़कें।
प्लेट में नींबू के टुकड़े, प्याज के लम्बे स्लाइस और पुदीने की पत्तियाँ रखें।
इससे स्वाद में ताजगी आती है और डिश देखने में आकर्षक लगती है।
3. साथ में रोटी या नान परोसें
मटन चाप मसाला के साथ तंदूरी नान, रूमाली रोटी या गरमागरम पराठा परोसें।
आप इसे जीरा राइस या स्टीम्ड राइस के साथ भी सर्व कर सकते हैं।
4. पार्टी और डिनर के लिए खास प्रेजेंटेशन
मटन चाप मसाला को एक सुंदर प्लेट में रखें और सलाद या हरी चटनी के छोटे बाउल साथ रखें।
इसे लकड़ी के बोर्ड या थाली में सजाकर परोसने से यह और भी आकर्षक दिखता है।
5. स्ट्रीट फूड स्टाइल सर्विंग
फूड ग्रेड पेपर या एल्यूमिनियम फॉइल में मटन चाप मसाला को लपेटकर सर्व करें, ताकि आसानी से खाया जा सके।
छोटे पैकेट में हरी चटनी, मीठी चटनी और नींबू के साथ परोसें।
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मटन चाप मसाला के स्वास्थ्य लाभ
मटन चाप, जो मटन की पसलियों के हिस्से से तैयार की जाती है, भारतीय और एशियाई पाक-कला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। स्वाद, खुशबू और बनावट में यह डिश लाजवाब होती है, लेकिन इसके अलावा इसमें कई ऐसे पोषण तत्व भी मौजूद हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।अक्सर लोग मटन को केवल स्वाद के नजरिए से देखते हैं, लेकिन अगर इसे सही तरीके से पकाया और सीमित मात्रा में खाया जाए तो यह शरीर के लिए ऊर्जा, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स का उत्कृष्ट स्रोत है।
1. उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन
– मांसपेशियों और कोशिकाओं के लिए ईंधन
मटन चाप में मिलने वाला प्रोटीन कंप्लीट प्रोटीन होता है, जिसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड मौजूद होते हैं।
शरीर में भूमिका:मांसपेशियों का निर्माण और मरम्मतहार्मोन और एंजाइम के निर्माण में मददत्वचा, बाल और नाखूनों के स्वास्थ्य को बनाए रखनाकितना प्रोटीन मिलता है 100 ग्राम पके हुए मटन चाप में लगभग 20-22 ग्राम प्रोटीन मिलता है, जो वयस्कों की दैनिक आवश्यकता का एक अच्छा हिस्सा पूरा करता है।
2. हीम आयरन
– खून की कमी से बचाव
मटन में हीम आयरन पाया जाता है, जो पौधों के स्रोतों से मिलने वाले नॉन-हीम आयरन की तुलना में शरीर द्वारा तेजी से अवशोषित होता है।
लाभ:एनीमिया (खून की कमी) को दूर करने में मददऑक्सीजन को कोशिकाओं तक पहुँचाने में सहायक
थकान और कमजोरी को कम करना विशेषकर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और खिलाड़ियों के लिए यह बेहद उपयोगी है।
3. विटामिन B12
– मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के लिए आवश्यकविटामिन B12 मुख्य रूप से पशु-आधारित भोजन में मिलता है, और मटन चाप इसका एक बेहतरीन स्रोत है
शरीर में भूमिका:लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माणडीएनए सिंथेसिसतंत्रिका कोशिकाओं की सुरक्षा100 ग्राम मटन चाप में 2-2.5 माइक्रोग्राम B12 मिलता है, जो दैनिक आवश्यकता का लगभग 80-100% है।
4. जिंक – रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
मटन चाप में जिंक की मात्रा अच्छी होती है।
लाभ:संक्रमण से बचावघाव भरने में तेजीत्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार100 ग्राम मटन चाप में 4-5 मिलीग्राम जिंक मिलता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
5. फॉस्फोरस और कैल्शियम
– हड्डियों के लिए फायदेमंद
फॉस्फोरस: हड्डियों और दाँतों की मजबूती के लिए आवश्यक।
कैल्शियम: मांसपेशियों की क्रियाओं, रक्त के थक्के जमाने और हड्डी निर्माण में मदद करता है।
मटन चाप, खासकर यदि हड्डी समेत पकाई जाए, तो इसमें से मिलने वाला बोन मैरो भी हड्डियों और जोड़ों के लिए फायदेमंद होता है।
6. ऊर्जा और सहनशक्ति में वृद्धि
मटन चाप में मौजूद प्रोटीन और फैट लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
एथलीट, जिम जाने वाले और शारीरिक मेहनत करने वालों के लिए यह एक बेहतरीन भोजन है।
फैट धीमे पचते हैं, जिससे सस्टेनेबल एनर्जी रिलीज़ होती है।
7. मूड और मानसिक स्वास्थ्य पर असर
प्रोटीन और B-विटामिन से सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर का उत्पादन बढ़ता है, जो मूड को बेहतर और तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
8. पारंपरिक चिकित्सा दृष्टिकोणआयुर्वेदिक दृष्टि से:
मटन को “बल्य” (शक्ति देने वाला) और “पुष्टिकर” (पोषण देने वाला) माना जाता है। यह वात और कफ को संतुलित करता है और शारीरिक दुर्बलता में लाभकारी है।
यूनानी चिकित्सा: मटन को शरीर को गर्मी और ताकत देने वाला भोजन माना जाता है, खासकर सर्दियों में।
9. वजन बढ़ाने और रिकवरी में मदद
मटन चाप का प्रोटीन और कैलोरी कंटेंट वजन बढ़ाने में सहायक है।बीमारी या सर्जरी के बाद रिकवरी में यह डिश ऊर्जा और पोषण दोनों देती है।
10. हेल्दी मटन चाप के लिए सुझावकम तेल और मसाले:
तेल की मात्रा घटाकर, रोस्टिंग या बेकिंग का तरीका अपनाएँ।स्मोक्ड फ्लेवर: कोयले पर स्मोक देकर स्वाद बढ़ाएँ लेकिन डीप-फ्राई से बचें।
ग्रीन हर्ब्स का उपयोग: पुदीना, धनिया और नींबू से ताजगी और डाइजेशन बेहतर करें।
परोसने के साथ सलाद: फाइबर की कमी को पूरा करने के लिए हरी सब्ज़ियों का इस्तेमाल करें।
पोषण चार्ट (100 ग्राम पकी हुई मटन चाप मसाला)
| पोषक तत्व | मात्रा | लाभ |
| कैलोरी | 250-280 kcal | शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है |
| प्रोटीन | 20-22 g | मांसपेशियों की वृद्धि और मरम्मत |
| फैट | 16-18 g | लंबे समय तक ऊर्जा और सेल संरचना के लिए ज़रूरी |
| सैचुरेटेड फैट | 6-7 g | सीमित मात्रा में हार्मोनल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी |
| कार्बोहाइड्रेट | 4-6 g | मसालों और ग्रेवी से मिलने वाली ऊर्जा |
| डायटरी फाइबर | 1-1.5 g | पाचन में सहायता |
| कोलेस्ट्रॉल | 70-80 mg | सीमित मात्रा में शरीर के हार्मोन उत्पादन के लिए ज़रूरी |
| आयरन | 2.5-3 mg | हीमोग्लोबिन और रक्त निर्माण |
| जिंक | 4-5 mg | इम्यूनिटी और त्वचा के लिए फायदेमंद |
| फॉस्फोरस | 180-200 mg | हड्डियों और दाँतों की मजबूती |
| विटामिन B12 | 2-2.5 µg | तंत्रिका तंत्र और रक्त निर्माण |
| विटामिन B6 | 0.3-0.4 mg | मेटाबॉलिज़्म और मस्तिष्क स्वास्थ्य |
| सोडियम | 300-350 mg | इलेक्ट्रोलाइट संतुलन लेकिन हाई BP वालों को नियंत्रित मात्रा में लें |
FAQs मटन चाप मसाला के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1 मटन चाप के लिए क्या सीना का पीसी होना जरूरी है
A मटन चाप मसाला के लिए सीना का पीस होना ही जरूरी है क्योंकि मटन चाप सीना के पीस के एक हड्डी वाले का मांस का ही बनता है।
Q 2.मटन चाप मसाला में स्केप चाकू का उपयोग करना जरूरी है
A नहीं आप बिना स्केप चाकू के चम्मच से भी कर सकते हैं।
Q3. मटन चाप क्या होती है
A मटन चाप मटन की पसलियों का हिस्सा है, जिसे मसाले, दही और अन्य सामग्री में मैरीनेट करके ग्रिल, तंदूर या ग्रेवी में पकाया जाता है।
Q4. मटन चाप और मटन चॉप में क्या फर्क है
A मटन चाप भारत में पसलियों पर आधारित डिश है, जबकि “चॉप” शब्द विदेशों में मीट कटलेट के लिए इस्तेमाल होता है।
Q5. मटन चाप मसाला बनाने के लिए मटन का कौन सा हिस्सा सबसे अच्छा होता है
A मटन की पसलियाँ (Ribs) या शोल्डर के पास का मांस सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यह नर्म और जूसी होता है
Q6. मटन चाप मसाला हेल्दी है क्या
A हाँ, अगर इसे सीमित तेल और मसाले के साथ ग्रिल या बेक किया जाए तो यह प्रोटीन और आयरन का अच्छा स्रोत है।
Q7. मटन चाप मसाला को किसके साथ सर्व करना चाहिए
A यह नान, रूमाली रोटी, पराठा, या बिरयानी और जीरा राइस के साथ बहुत अच्छा लगता है।
Q8. मटन चाप को कितनी देर मैरीनेट करना चाहिए
A कम से कम 3-4 घंटे, और अगर रातभर फ्रिज में मैरीनेट किया जाए तो स्वाद और भी गहरा हो जाता है।
Q9. मटन चाप मसाला में कौन-कौन से मसाले ज़रूरी होते हैं
A लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, गरम मसाला, धनिया पाउडर, कसूरी मेथी और अदरक-लहसुन पेस्ट मुख्य मसाले हैं।
Q10. मटन चाप मसाला का वेज वर्ज़न बन सकता है क्या
A हाँ, आप मटन की जगह पनीर, सोया चाप या मशरूम का इस्तेमाल करके वेज वर्ज़न बना सकते हैं।

अंतिम निष्कर्ष
मटन चाप केवल एक स्वादिष्ट व्यंजन नहीं, बल्कि पोषण से भरपूर और ऊर्जा देने वाला भोजन है। इसमें मौजूद उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन, हीम आयरन, विटामिन B12, जिंक और फॉस्फोरस शरीर को ताकत, मांसपेशियों की मजबूती, बेहतर रक्त संचार और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते हैं।
सर्दियों में यह शरीर को गर्माहट देता है, थकान कम करता है और मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।
हालाँकि, इसके स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए इसे संतुलित मात्रा में और हेल्दी तरीके से पकाना जरूरी है—जैसे ग्रिल, बेक या दम पुख्त विधि। साथ में हरी सलाद और नींबू का इस्तेमाल करके इसे और पौष्टिक बनाया जा सकता है।सही तरह से तैयार किया गया मटन चाप, स्वाद और सेहत—दोनों का बेहतरीन संगम है।