रस कदम मिठाई

रस कदम मिठाई खास बेहतरीन स्वाद एवं मिठास से भरपूर बंगाल के मशहूर मिठाई इसके स्वाद की चर्चा भारत के साथ अमेरिका में भी होता है इस मशहूर मिठाई को आप इस साधारण विधि से बनायेगे तो खाने वाले आपकी रसोई का तारीफ करना नहीं भूलेंगे

रस कदम मिठाई का परिचय

रस कदम मिठाई (या रसकदम) बंगाल की एक पारंपरिक और अत्यंत लोकप्रिय मिठाई है, जिसे मुख्यतः खास अवसरों और त्यौहारों पर बनाया जाता है। यह मिठाई बंगाली रसगुल्ला और मावा (खोया) का सुंदर मेल है। रसकदम दिखने में जितना आकर्षक होता है, स्वाद में उतना ही लाजवाब और अद्वितीय होता है।

इसका नाम “रस” (यानि रसगुल्ला या रसयुक्त मिठाई) और “कदम” (कदम के फूल की तरह गोल और सुंदर आकार) से जुड़कर बना है। इसे कभी-कभी “केसरिया रसकदम”, “मावा रसगुल्ला” या “रसगुल्ला की कोटेड मिठाई” भी कहा जाता है।

स्वरूप और बनावट:

रस कदम मिठाई अंदर से रसगुल्ला होता है, जो रस से भरा और नरम होता है।उसके चारों ओर सूखा मावा (खोया) लपेटा जाता है – जिसे केसर, इलायची और कभी-कभी रंगीन ड्राई फ्रूट पाउडर से सजाया जाता है।

ऊपर से यह पीले, गुलाबी या सफेद रंग का हो सकता है।

काटने पर यह दो परतों में बँटा हुआ दिखता है – बाहर मावा और अंदर रसगुल्ला।

रस कदम मिठाई

रस कदम मिठाई

रस कदम मिठाई खास बेहतरीन स्वाद एवं मिठास से भरपूर बंगाल के मशहूर मिठाई इसके स्वाद की चर्चा भारत के साथ अमेरिका में भी होता है इस मशहूर मिठाई को आप इस साधारण विधि से बनायेगे तो खाने वाले आपकी रसोई का तारीफ करना नहीं भूलेंगे
Prep Time 20 minutes
Cook Time 45 minutes
Total Time 1 hour 5 minutes
Course Dessert
Cuisine Indian
Calories 650 kcal
Keyword रस कदम मिठाई

INGREDIENT

  • 500 ग्राम दूध
  • 250 ग्राम मावा
  • 250 ग्राम चीनी
  • 200 ग्राम पनीर
  • 2 चम्मच आरारोट
  • 1pc नींबू
  • 1 चुटकी पीला बुश कलर
  • 10pc केसर के धागे

रस कदम मिठाई बनाने की विधि:-

Step 1

रस कदम मिठाई बनाने के लिए सबसे पहले ग्राइंडर मशीन चालू कर इसमें 100 ग्राम चीनी डालकर पीसकर पाउडर बनाकर निकाल कर अलग रख ले, पनीर को पानी से धोकर अलग बर्तन में कद्दूकस कर ले, मावा को अलग बर्तन में कद्दूकस कर ले, नींबू को काटकर निचोर कर इसके रस को एक अलग बर्तन में रख ले।

Step 2

चूल्हा जलाकर इस पर एक हांडी रखकर उसमें दूध डालकर दूध को तीन उबाल तक गर्म कर ले फिर उतार कर अलग रखें 20% तक दूध को ठंडा होने दे ध्यान दे की दूध 80% तक गर्म रखना है।

Step 3

जब दूध 20% ठंडा हो जाए तब नींबू के रस वाले बर्तन में नींबू के रस के बराबर पानी मिलाकर हल्का-हल्का दूध में डालते जाए जब दूध फट कर छेना अलग और पानी अलग हो जाए तब नींबू के रस को डालना बंद कर दे।

Step 4

अब एक बर्तन के ऊपर छान्नी और छान्नी के ऊपर साफ सूती कपड़ा डालकर इसके ऊपर छेना को डालकर पानी गिरने दे जब पानी निकल जाए तब इसके ऊपर साफ पानी डालकर धो दे ताकि नींबू का गंध खत्म हो जाए फिर छेना वाले सूती कपड़ा को छेना के साथ एक स्थान पर 15 मिनट के लिए टांग दे ताकि छेना में का एक्स्ट्रा पानी निकल जाए।

Step 5

15 मिनट बाद सूती कपड़ा के ऊपर हाथ से निचोड़ कर छेना के एक्स्ट्रा पानी को अच्छा तरह निकाल दे, अब एक बर्तन में छेना डालकर 10 मिनट तक हाथ से छेना को मसलकर नरम कर ले ध्यान दे जितना अच्छा से मसलकर नरम करेंगे उतना अच्छा रसगुल्ला बनेगा।

Step 6

10 मिनट तक छेना मसलने के बाद इसमें अरारोट डालकर कर अच्छा से मिलाये फिर एक चुटकी पीला बुश कलर मिलाकर छेना को आटा की तरह अच्छा से गुथ ले गूथने के बाद इसका छोटा-छोटा टुकड़ा कर गोला बनाकर सभी गोले को मुलायम हाथ से गोल कर चिकना कर ले।

Step 7

चूल्हा जलाकर कराही चढ़ा कर इसमें चीनी और 2 कप पानी डालकर उबलने दे जब चीनी और पानी का घोल अच्छा तरह उबलने लगे तब चूल्हा का आंच तेज कर दे फिर रसगुल्ला के पीस को डालकर 15 मिनट तक पकने दे।

Step 8

15 मिनट के बाद चूल्हा बंद कर दे कराही को उतार कर केसर के धागे को मिला दे ,रसगुल्ला को चीनी के चासनी में 2 से 3 घंटे रहने दे, 2 से 3 घंटा के बाद एक बर्तन के ऊपर छन्नी रखकर छन्नी मे रसगुल्ला के पीस को रखकर 1 से 2 घंटे तक चासनी को निकलने दे।

Step 9

चूल्हा जलाकर कराही चढ़ा कर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब कद्दूकस पनीर को डालकर चम्मच से चलाते हुए 15 मिनट तक भूनना है जब पनीर का रंग सुनहरा रंग का हो जाए तब चूल्हा बंद कर दे भुने हुए पनीर को एक बर्तन में निकाल कर अलग रख ले।

Step 10

अब मावा वाले बर्तन में चीनी का पाउडर डालकर हाथ से अच्छा तरह मसलना है जो जब अच्छा से मसल जाए तब इसको आटा की तरह गुथ लेना है।

Step 11

मावा को गूथने के बाद उसका छोटा-छोटा टुकड़ा कर लेना है फिर गोला बनाना है, गोला में गड्ढा जैसा बनाकर छन्नी पर सुख रहे रसगुल्ला के प्रत्येक पीस को मावा के प्रत्येक गोले में भर (स्टम्प )लेना है फिर हाथ से गोला करके फिर भुने हुए पनीर में लपेट लेना फिर एक्स्ट्रा पनीर को हटा भी देना रसगुल्ला के सभी पीस को इसी तरह भरकर पनीर से लपेटकर रख देना, अब तैयार सभी रस कदम मिठाई के पीस को एक बर्तन में रखकर 1 घंटा के लिए फ्रिज में सेट होने के लिए रख दे,1 घंटा बाद रस कदम मिठाई को सर्व करें।

रस कदम मिठाई के स्वास्थ्य संबंधी लाभ

हालाँकि आमतौर पर मिठाइयों को केवल “मीठा” या “स्वाद के लिए” माना जाता है, लेकिन रसकदम यदि सही मात्रा में और संतुलित जीवनशैली के साथ खाई जाए, तो यह कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान कर सकती है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि रसकदम मिठाई कैसे पोषण और ऊर्जा का अच्छा स्रोत बन सकती है, और किन कारणों से इसे सीमित मात्रा में आहार में शामिल किया जा सकता है।

1. उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन का स्रोत

रस कदम मिठाई में प्रयोग होने वाला छेना (ताजा पनीर) और मावा, दोनों ही हाई-क्वालिटी प्रोटीन से भरपूर होते हैं।

शरीर में मांसपेशियों की मरम्मत और विकास के लिए आवश्यकबच्चों, किशोरों और व्यायाम करने वालों के लिए उपयोगी

प्रोटीन लंबे समय तक पेट भरा रखता है, जिससे अधिक खाने की प्रवृत्ति कम होती है

2. ऊर्जा में वृद्धि

रस कदम मिठाई एक उच्च ऊर्जा देने वाली मिठाई है।इसमें मौजूद चीनी और दूध उत्पाद कार्बोहाइड्रेट्स और फैट्स का अच्छा संतुलन प्रदान करते हैं

किसी भी शारीरिक मेहनत या व्यायाम के बाद ताजगी देने वाली मिठाई के रूप में लिया जा सकता है

बच्चों के टिफिन में कभी-कभी इसे रखने से वे दिनभर ऊर्जावान रह सकते हैं

3. हड्डियों और दांतों की मजबूती

छेना और खोया, दोनों में कैल्शियम और फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा में होते हैं।

यह हड्डियों और दाँतों को मज़बूती देते हैं

महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस और वृद्धों में हड्डियों के झुकने जैसी समस्याओं से बचाव में सहायक

बच्चों की बढ़ती उम्र में यह पोषक तत्व आवश्यक हैं

4. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा

रस कदम मिठाई में प्रयुक्त सूखे मेवे, इलायची और केसर जैसे तत्वों में एंटीऑक्सिडेंट्स मौजूद होते हैं।

शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं

मौसमी संक्रमणों से बचाने में सहायकशरीर को अंदर से डिटॉक्स करने में सहायता करते हैं

5. मानसिक तनाव को कम करता है

रस कदम मिठाई का स्वाद और उसकी बनावट अपने आप में आनंददायक होती है।मिठाई खाने से शरीर में “डोपामिन” और “सेरोटोनिन” जैसे हैप्पी हार्मोन रिलीज होते हैं।

केसर और इलायची की सुगंध मस्तिष्क को शांति देती है।

सीमित मात्रा में मिठास मानसिक थकावट और चिंता को कम कर सकती है।

6. हृदय के लिए लाभकारी (सीमित मात्रा में)

रस कदम मिठाई में प्रयुक्त मावा और सूखे मेवे में अच्छी गुणवत्ता वाले वसा पाए जाते हैं।

यह शरीर में “अच्छे कोलेस्ट्रॉल” को बढ़ावा देते हैंहृदय को सुचारु रूप से कार्य करने में मदद करते हैं।

केसर रक्त संचार को बेहतर बनाता है

ध्यान दें: हृदय रोगी इसे सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही लें।

7.नेत्र स्वास्थ्य के लिए सहायक

केसर और ड्राय फ्रूट्स में पाए जाने वाले कैरोटीनॉइड्स आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं।

बढ़ती उम्र में दृष्टि धुंधलाने की समस्या से बचाने में मदद कर सकते हैं।

बच्चों के लिए यह पोषक तत्व आँखों के विकास में सहायक हो सकते हैं।

8. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

रस कदम मिठाई में मौजूद सूखे मेवे, दूध उत्पाद और केसर त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

:त्वचा में चमक लाने और उसे मुलायम बनाए रखने में मदद करते हैं।

बालों को मज़बूत और चमकदार बनाते हैंएंटीऑक्सिडेंट्स उम्र के असर को धीमा करने में सहायक।

9. पाचन में सहायक

इलायची और हल्के मसाले पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं

यह गैस और अपच जैसी समस्याओं को कम करने में सहायक हो सकते हैं

अधिक मिठाइयों की तुलना में रसकदम हल्का और संतुलित होता है (विशेष रूप से ताजा बनाएं तो)

10. सकारात्मक सामाजिक और भावनात्मक प्रभाव

मिठाइयाँ, विशेषकर पारंपरिक मिठाइयाँ, सामाजिक बंधनों को मजबूत बनाती हैं।

रसकदम जैसे व्यंजन त्यौहारों, पूजा-पाठ, और पारिवारिक आयोजनों में मिठास भरते हैं।

ऐसे मिठाई खाने से मन को संतुष्टि मिलती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य में भी सकारात्मकता आती है।

रसकदम मिठाई का पोषण

रसकदम (Ras Kadam) बंगाल की एक प्रसिद्ध मिठाई है, जिसमें अंदर रसगुल्ला और बाहर खोया (मावा) की परत होती है। यह स्वादिष्ट मिठाई दिखने में सुंदर, खाने में नरम, और पोषण में भी समृद्ध होती है – यदि संतुलित मात्रा में खाई जाए।यहाँ पर हम रसकदम मिठाई के प्रत्येक 1 पीस (लगभग 70 ग्राम) के औसत पोषण तथ्य

पोषक तत्वमात्रा
ऊर्जा 180–220 किलो कैलोरी
कुल वसा8–10 ग्राम
संतृप्त वसा4–6 ग्राम
कोलेस्ट्रॉल10–20 मि.ग्रा.
कार्बोहाइड्रेट26–30 ग्राम
चीनी18–24 ग्राम
प्रोटीन4–5 ग्राम
कैल्शियम80–120 मि.ग्रा.
आयरन0.5–1.0 मि.ग्रा.
सोडियम50–80 मि.ग्रा.
रेशा0.2–0.5 ग्राम

सावधानियाँ और सुझाव:

अत्यधिक चीनी के कारण मधुमेह (डायबिटीज़) रोगी इसे कम मात्रा में या शुगर-फ्री संस्करण में लें

वजन नियंत्रित करने वाले लोग सप्ताह में 1 बार या विशिष्ट अवसरों पर ही सेवन करें

अत्यधिक सेवन से मोटापा, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल स्तर पर असर पड़ सकता है

घर पर बनाए गए रसकदम को ताजे और संतुलित सामग्री से तैयार करें — यह बाजार की तुलना में अधिक पौष्टिक होगा

FAQs रस कदम मिठाई के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके उत्तर

Q1. दूध को फाड़ने के लिए क्या छेना के पानी का उपयोग कर सकते हैं

A हां रस कदम मिठाई बनाने के लिए अगर उपलब्ध हो तो दूध को फाड़ने के लिए छेना का पानी का उपयोग कर सकते हैं।

Q2. क्या रस कदम मिठाई बनाने के लिए पीला बुश कलर का उपयोग करना जरूरी है

A नहीं बिना कलर का उपयोग किये भी आप रस कदम मिठाई को बना सकते हैं लेकिन कलर डाल देने से रसगुल्ले देखने में खूबसूरत लगता है।

Q3. रस कदम मिठाई के लिए रसगुल्ले को चासनी से छन्नी पर डालकर सुखाना जरूरी है

A हां सुखाना बहुत जरूरी है नहीं तो इसे भरने के समय रस के वजह से मावा अच्छा से नहीं सेट हो पाएगा।

Q4. अरारोट के जगह पर मक्का के आटा का प्रयोग कर सकते हैं

A हां रस कदम मिठाई बनाने के लिए आप अरारोट के जगह मक्का के आटा का उपयोग कर सकते हैं

निष्कर्ष

रसकदम मिठाई, न केवल स्वाद की दृष्टि से एक विशिष्ट अनुभव है, बल्कि यह एक सीमित मात्रा में ली जाए तो कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान कर सकती है। छेना और मावा जैसे पोषण तत्वों से भरपूर यह मिठाई शरीर को प्रोटीन, कैल्शियम, ऊर्जा और आनंद प्रदान करती है।

रसकदम मिठाई, पारंपरिक बंगाली मिठाइयों की सूची में एक शाही और खास स्थान रखती है। इसकी दोहरी बनावट – रसगुल्ला की नरमी और खोए की मलाईदार परत – इसे अनोखा बनाती है। यह मिठाई केवल स्वाद ही नहीं, बल्कि बनावट, रंग और खुशबू से भी दिल जीत लेती है।

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