स्वाद में लाजवाब इस विधि से बनायेगे तो आपको बार-बार बनाने के लिए घर वाले कहेंगे खाने वाले आपकी रसोई का तारीफ करते नहीं थकेंगे वे मांग मांग कर खाएंगे
फिश कालिया का परिचय
फिश कालिया एक पारंपरिक और शाही बंगाली व्यंजन है, जो खास तौर पर उत्सवों और विशेष अवसरों पर बनाया जाता है। यह एक समृद्ध, मसालेदार और ग्रेवी वाली मछली करी होती है, जिसे सरसों के तेल में तला हुआ मछली के टुकड़े और विशेष मसालों के साथ पकाया जाता है।
फिश कालिया में मुख्य रूप से रोहु (Rohu), कतला (Katla) या किसी बड़ी मछली का इस्तेमाल होता है। इसे प्याज, अदरक-लहसुन का पेस्ट, गरम मसाला, दही, और टमाटर के साथ धीमी आंच पर पकाया जाता है, जिससे इसका स्वाद अत्यंत गहरा और सुगंधित बनता है।
यह व्यंजन बंगाल, बिहार, और पूर्वी उत्तर प्रदेश में खासा लोकप्रिय है।
Table of Contents


फिश कालिया
Ingredients
- 1 kg मछली कातला
- 50 ग्राम पीला सरसों
- 100 ग्राम प्याज
- 3 चम्मच हल्दी
- 2 चम्मच चीनी
- 2 चम्मच पोस्ता दाना
- 100 ग्राम बैगन
- 50 ग्राम लहसुन
- 50 ग्राम हरी मिर्च
- 100 ग्राम टमाटर
- 50 ग्राम फिश मसाला
- 2 चम्मच टमाटर क्यूरी
- 50 ग्राम धनिया पत्ता
- 300 ग्राम सरसों तेल
- 200 ग्राम आलू
- नमक स्वाद अनुसार
Instructions
- फिश कालिया बनाने की विधि:-Step 1फिश कालिया बनाने के लिए सबसे पहले मछली के कटे हुए पीस को पानी मे एक चम्मच नमक मिलाकर अच्छी तरह नमक पानी के घोल से धो ले।फिर पानी से धो लें और एक बर्तन में रख ले इसमें 1 चम्मच हल्दी पाउडर एवं हल्का नमक डाल दे,2 चम्मच टमाटर पेउरी डालकर अच्छा से मिला ले।आलू को पानी से धोकर चाकू से छीलकर और छोटा-छोटा टुकड़ा कर ले।
- Step 2चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने देजब कराही गर्म हो जाए तो सरसों तेल डालकर सरसो तेल को गर्म होने दे,जब सरसो तेल गर्म हो जाए तब आलू को डालकर फूल फ्राई करके अलग बर्तन में निकाल कर अलग रख ले।अब मिलाए हुए मछली के पीस को एक-एक करके फ्राई कर ले फिर अलग बर्तन में निकाल कर रख ले।चूल्हा बंद कर दे।मछली के पेट वाले पीस को अलग निकाल ले।पेट वाले पीस में से एक-एक करके कांटा को निकाल कर फेक दे, पीस को अलग बर्तन मे रख ले ।
- Step 3लहसुन को छिलकर,पोस्ता दाना को पानी से धोकर और सरसों के दाना को पानी धोकर, प्याज को छीलकर पानी से धोकर ग्राइंडर मशीन चालू करके सब को अलग-अलग डालकर पीसकरअलग-अलग प्लेट में निकाल कर रख ले।
- Step 4चूल्हा जलाकर कराही को गर्म होने के लिए चढ़ा दें जब कराही गर्म हो जाए तब सरसों तेल डाल दे जब सरसों तेल गर्म हो जाएतब पेट वाले पीस को डालकर फुल फ्राई कर ले और 1 बर्तन में निकाल कर चाकू के सहारे से इसको कीमा बना ले।तेल गर्म होने दे जब गर्म हो जाए तब हरी मिर्च, सरसों का पेस्ट डालकर चलाएं।
- Step 5सरसों का रंग लाल न हो जाए,तब तक चलाते रहे जब सरसों का रंग लाल हो जाये तब प्याज का पेस्ट, लहसुन का पेस्ट और पोस्ता दाना का पेस्ट डालकर कर अच्छी तरह भुने।अच्छी तरह भून जाए तो आलू एवं बैगन के कटे हुए पीस को डालकर 1 कप गर्म पानी डाल दे,अच्छी तरह भुने 5 मिनट के बाद नमक स्वाद अनुसार मिला कर ढकन से ढक दे।
- Step 6मिनट बाद ढक्कन हटा कर देखना है कि हल्दी का अवशकता है कि नही अगर जरुरत महसूस करें तो 1 चमच्च हल्दी डाल लेंफिर बारीक़ कटे हुए टमाटर को डाल दे,फिर फ्राई किये हुए मछली के पीस को डालकर 5 मिनट तक पकने दें,ध्यान देना है कि आलू अच्छी तरह से पका कि नहीं अगर पक गया तो इसमें चीनी मिला दे।2 से 3 मिनट तक पकने दें फिर मछली का कीमा बना हुआ है उसको डाल दे 1 कप गर्म पानी डाल दे,5 मिनट तक पकने दे।5 मिनट बाद बारीक कटा हुआ धनिया के पत्ता से गार्निश करें , चूल्हा बंद कर दें,कराही उतार ले फिश कालिया तैयार है सर्व करें।

फिश कालिया बनाने की विधि:-
Step 1
- फिश कालिया बनाने के लिए सबसे पहले मछली के कटे हुए पीस को पानी मे एक चम्मच नमक मिलाकर अच्छी तरह नमक पानी के घोल से धो ले।
- फिर पानी से धो लें और एक बर्तन में रख ले इसमें 1 चम्मच हल्दी पाउडर एवं हल्का नमक डाल दे,2 चम्मच टमाटर पेउरी डालकर अच्छा से मिला ले।
- आलू को पानी से धोकर चाकू से छीलकर और छोटा-छोटा टुकड़ा कर ले।
Step 2
- चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे
- जब कराही गर्म हो जाए तो सरसों तेल डालकर सरसो तेल को गर्म होने दे,
- जब सरसो तेल गर्म हो जाए तब आलू को डालकर फूल फ्राई करके अलग बर्तन में निकाल कर अलग रख ले।
- अब मिलाए हुए मछली के पीस को एक-एक करके फ्राई कर ले फिर अलग बर्तन में निकाल कर रख ले।
- चूल्हा बंद कर दे।मछली के पेट वाले पीस को अलग निकाल ले।
- पेट वाले पीस में से एक-एक करके कांटा को निकाल कर फेक दे, पीस को अलग बर्तन मे रख ले ।
Step 3
- लहसुन को छिलकर,पोस्ता दाना को पानी से धोकर और सरसों के दाना को पानी धोकर, प्याज को छीलकर पानी से धोकर ग्राइंडर मशीन चालू करके सब को अलग-अलग डालकर पीसकरअलग-अलग प्लेट में निकाल कर रख ले।
Step 4
- चूल्हा जलाकर कराही को गर्म होने के लिए चढ़ा दें जब कराही गर्म हो जाए तब सरसों तेल डाल दे जब सरसों तेल गर्म हो जाए
- तब पेट वाले पीस को डालकर फुल फ्राई कर ले और 1 बर्तन में निकाल कर चाकू के सहारे से इसको कीमा बना ले।
- तेल गर्म होने दे जब गर्म हो जाए तब हरी मिर्च, सरसों का पेस्ट डालकर चलाएं।
Step 5
- सरसों का रंग लाल न हो जाए,तब तक चलाते रहे जब सरसों का रंग लाल हो जाये तब प्याज का पेस्ट, लहसुन का पेस्ट और पोस्ता दाना का पेस्ट डालकर कर अच्छी तरह भुने।
- अच्छी तरह भून जाए तो आलू एवं बैगन के कटे हुए पीस को डालकर 1 कप गर्म पानी डाल दे,अच्छी तरह भुने 5 मिनट के बाद नमक स्वाद अनुसार मिला कर ढकन से ढक दे।
Step 6
- मिनट बाद ढक्कन हटा कर देखना है कि हल्दी का अवशकता है कि नही अगर जरुरत महसूस करें तो 1 चमच्च हल्दी डाल लें
- फिर बारीक़ कटे हुए टमाटर को डाल दे,फिर फ्राई किये हुए मछली के पीस को डालकर 5 मिनट तक पकने दें,ध्यान देना है कि आलू अच्छी तरह से पका कि नहीं अगर पक गया तो इसमें चीनी मिला दे।
- 2 से 3 मिनट तक पकने दें फिर मछली का कीमा बना हुआ है उसको डाल दे 1 कप गर्म पानी डाल दे,5 मिनट तक पकने दे।
- 5 मिनट बाद बारीक कटा हुआ धनिया के पत्ता से गार्निश करें , चूल्हा बंद कर दें,कराही उतार ले फिश कालिया तैयार है सर्व करें।
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फिश कालिया के स्वास्थ्य सम्बंधित लाभ
हालांकि यह एक रिच और मसालेदार व्यंजन है, फिर भी फिश कालिया के कई स्वास्थ्य लाभ हैं यदि इसे संतुलित मात्रा में और कम तेल के साथ बनाया जाए:
1. उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन स्रोत
फिश कालिया में उपयोग होने वाली मछली प्रोटीन का समृद्ध स्रोत होती है। यह मांसपेशियों के विकास, ऊतक की मरम्मत और शरीर की प्रतिरक्षा को मजबूत करने में मदद करता है।
3. मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार
ओमेगा-3 फैटी एसिड और बी विटामिन्स, जैसे B12, फिश कालिया में मस्तिष्क की कार्यक्षमता, मेमोरी और मूड को बेहतर करने में मदद करते हैं।
4.नेत्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
मछली में मौजूद रेटिनल और विटामिन A आंखों की रोशनी को बनाए रखने और उम्र से जुड़ी नेत्र समस्याओं से बचाने
5. वजन नियंत्रण में मददगार
यदि इसे कम तेल और सही पोर्शन में खाया जाए तो फिश कालिया एक उच्च प्रोटीन और कम कार्ब वाला भोजन हो सकता है, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और वजन घटाने में सहायक होता है।
6. हड्डियों और दांतों के लिए उपयोगी
मछली कैल्शियम और फास्फोरस का अच्छा स्रोत होती है, जिससे हड्डियाँ मजबूत बनती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है।
7. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है
अदरक, लहसुन, गरम मसाला और सरसों का तेल जैसी सामग्री फिश कालिया में शामिल होती है, जो एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं और प्रतिरक्षा को बेहतर बनाते हैं।
8. खून की गुणवत्ता सुधारता है
फिश कालिया में प्रयुक्त मछली में आयरन, विटामिन B12 और फोलिक एसिड पाया जाता है जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने, खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होते हैं।
9. एंटी-एजिंग गुण
मछली और फिश कालिया में प्रयुक्त मसालों (जैसे हल्दी और टमाटर) में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को खत्म करके त्वचा को जवान और स्वस्थ बनाए रखते हैं।
10.सर्दी-खांसी में राहत
सरसों के तेल, अदरक, लहसुन और गर्म मसालों से बना फिश कालिया शरीर में गर्मी पैदा करता है और बंद नाक, गले की खराश या ठंडी हवाओं में आराम पहुंचा सकता है।
11. पाचन शक्ति बढ़ाता है
इस व्यंजन में प्रयुक्त जीरा, सौंफ, अदरक और लहसुन जैसे मसाले पेट के पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करते हैं, जिससे भोजन जल्दी और ठीक से पचता है।
12.थकावट दूर करता है और ऊर्जा देता है
मछली में मौजूद हाई-क्वालिटी प्रोटीन और जरूरी फैटी एसिड शरीर को भरपूर ऊर्जा देते हैं और मानसिक व शारीरिक थकावट को दूर करते हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
- तेल की मात्रा नियंत्रित रखें – पारंपरिक रेसिपी में तेल ज्यादा होता है, लेकिन कम तेल में पकाकर इसे हेल्दी बनाया जा सकता है।
- ताजे मसाले और मछली का उपयोग करें – जिससे पोषण और स्वाद दोनों बने रहें।
- उच्च रक्तचाप या कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को कम मसाले व नमक के साथ खाना चाहिए।
FAQs फिश कालिया के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके उत्तर
Q 1.मछली के पेटी बाले पीस से कांटा निकालना क्या जरूरी है
A हां जरूरी है क्योंकि कांटा रहने सेअच्छा कीमा करने में परेशानी होगा।
Q2. सरसों तेल के जगह पर दूसरा कोई तेल उपयोग कर सकते हैं
A हां कर सकते हैं लेकिन फिशकालिया बनाने में अक्सर सरसों तेल का ही उपयोग किया जाता है।
Q3 फिश कालिया के लिए कतला मछली का ही उपयोग करना जरूरी है
A नहीं दूसरे मछली का भी उपयोग कर सकते हैं लेकिन फिश कालिया अक्सर कतला मछली का ही बनता है क्योंकि कतला मछली बहुत स्वादिष्ट होता है
Q4 फिश कालिया किस चीज के साथ खाना अच्छा होगा
A फिश कालिया चावल के साथ खाना सबसे बेहतर होगा।

निष्कर्ष
फिश कालिया सिर्फ एक स्वादिष्ट बंगाली रेसिपी ही नहीं, बल्कि यह स्वास्थ्यवर्धक गुणों से भरपूर पारंपरिक व्यंजन भी है। यदि इसे संतुलित मात्रा में और सही तरीके से बनाया जाए, तो यह आपके डाइट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकता है – खासतौर पर उन लोगों के लिए जो स्वाद के साथ-साथ पोषण का भी ध्यान रखते हैं।