जानिए बिहारी पारंपरिक व्यंजन लिट्टी चोखा की आसान और प्रामाणिक रेसिपी। स्टेप-बाय-स्टेप विधि, सामग्री, टिप्स और स्वाद के राज के साथलिट्टी चोखा रेसिपी – एक परंपरा, एक स्वाद, एक व्यवसायिक अवसर घर पर बनाएं स्वादिष्ट लिट्टी चोखा।”
लिट्टी चोखा रेसिपी – बिहार और पूर्वांचल की आत्मा
लिट्टी चोखा रेसिपी भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों की एक ऐसी पारंपरिक डिश है जो केवल स्वाद नहीं, बल्कि एक संस्कृति, विरासत और ग्रामीण आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। यह व्यंजन मुख्यतः बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के गांवों से लेकर शहरों तक लोगों की पसंदीदा रही है। इसकी लोकप्रियता आज देश की सीमाओं को पार कर दुबई, अमेरिका और यूके जैसे देशों के भारतीय रेस्टोरेंट्स तक पहुँच चुकी है।
इतिहास की परतों में लिट्टी चोखा रेसिपी :-
लिट्टी चोखा रेसिपी का इतिहास 1800 के दशक तक जाता है, जब यह सादा, टिकाऊ और पौष्टिक भोजन के रूप में सैनिकों और यात्रियों के लिए तैयार किया जाता था। यह बिना सब्ज़ी और चावल के एक ऐसा भोजन था जिसे कई दिनों तक रखा जा सकता था, और जो पेट को लंबे समय तक भरा रखता था।
सत्तू की खोज और उपयोग:
सत्तू (भुने हुए चने का आटा), जो लिट्टी की आत्मा है, प्राचीन आर्यवर्त काल से जाना जाता है। यह ताप में स्थिर, ऊर्जा देने वाला और पचने में आसान होता है। भारत के कई ग्रामीण इलाकों में आज भी सत्तू को “गरीबों का प्रोटीन पाउडर” कहा जाता है।
ग्रामीण जीवन में लिट्टी चोखा का महत्व
ग्रामीण भारत में, विशेषतः बिहार में, यह भोजन मिट्टी के चूल्हे, गाय के गोबर से बने उपले, और सरसों के तेल के साथ बनाया जाता है। खेतों में काम करने वाले किसानों के लिए यह सस्ता, टिकाऊ और ताकत देने वाला भोजन माना जाता है।
“बिना लिट्टी चोखा के भोज अधूरा” – यह कहावत बिहार में आम है।
संस्कृतिक और धार्मिक महत्व
- छठ पूजा जैसे पर्वों में उपवास के बाद लोग इसे व्रत-भंग के भोजन के रूप में खाते हैं।
- यह गांव की शादियों, मेलों, और होली-दिवाली जैसे त्योहारों में परोसा जाता है।
- कुछ क्षेत्रों में इसे मंगलकार्य का शुभ भोजन भी माना जाता है।
आज की दुनिया में लिट्टी चोखा
आज लिट्टी चोखा:
- 5-स्टार होटलों में स्टफ्ड बॉल्स के रूप मेंफूड ट्रकों में फ्यूजन लिट्टी बर्गर के रूप मेंज़ोमैटो/स्विग्गी जैसे ऑनलाइन प्लेटफार्म पर “सत्तू स्टफ्ड बॉल्स” के नाम से बिक रहा है।
नए अवतार:
- चीज़ लिट्टी,
- तंदूरी लिट्टी,
- फ्यूजन लिट्टी टैको,
- और लिट्टी स्लाइडर बर्गर – यह सब आज के यूथ को लुभा रहे हैं।
व्यापारिक दृष्टिकोण से लिट्टी चोखा
- यह एक ऐसा व्यंजन है जिसकी प्रारंभिक लागत बहुत कम होती है।
- इसे सड़क किनारे ठेले से लेकर बड़े रेस्टोरेंट तक बेचा जा सकता है।
- स्वास्थ्यप्रद और देसी ब्रांडिंग इसे बाज़ार में अलग पहचान देती है।
लिट्टी के प्रकार भरावन, पकाने की विधि और आधुनिक प्रयोग:-
1. परंपरागत सत्तू लिट्टी
- सबसे आम और मूल रूप, जिसमें गेहूं के आटे में भुने चने का सत्तू, सरसों तेल, नींबू रस, मसाले मिलाकर भरावन किया जाता है।उपले या मिट्टी के चूल्हे पर सेंकी जाती है।
2. घी वाली लिट्टी
- सत्तू की भरावन के साथ पकी हुई लिट्टी को गरम देसी घी में डुबोकर परोसा जाता है।
- पाचन और स्वाद दोनों में बेहतर।
3. चीज़ स्टफ्ड लिट्टी (Fusion)
- युवा वर्ग को ध्यान में रखते हुए लिट्टी के अंदर सत्तू के साथ चीज़ भरकर ओवन में बेक किया जाता है।
- होटल और रेस्टोरेंट में परोसी जाती है।
4. नॉनवेज लिट्टी (कीमा स्टफिंग)
- कुछ शहरों में चिकन या मटन कीमा के साथ सत्तू को मिक्स कर विशेष स्वादिष्ट लिट्टी बनाई जाती है।
5. तंदूरी लिट्टी
- तंदूर में सेंककर बनाई जाती है। स्वाद में दम और खुशबू विशेष रूप से लाजवाब होती है।
6. लिट्टी बर्गर
- दो छोटी लिट्टी बन्स के बीच आलू चोखा या भुजिया रखकर फास्ट फूड स्टाइल में पेश किया जाता है।
चोखा के प्रकार
1. आलू चोखा
- उबले आलू, हरी मिर्च, सरसों का तेल, लहसुन और नींबू रस मिलाकर बनाया जाता है।यह लिट्टी के साथ सबसे आम और प्रिय चोखा है।
2. बैंगन चोखा
- बैंगन को उपलों या गैस पर भूनकर छीलकर मसला जाता है।
- सरसों का तेल, लहसुन, हरी मिर्च मिलाकर बनाया जाता है।
3. टमाटर चोखा
- टमाटर को आग पर भूनकर, लहसुन और हरी मिर्च के साथ मिक्स किया जाता है।
- इसे आलू या बैंगन चोखा के साथ मिक्स कर भी खाया जाता है।
4 मिक्स चोखा (तीनों का मिश्रण)
- आलू, बैंगन, और टमाटर तीनों को मिलाकर बनाए गए चोखे को स्वाद और स्वास्थ्य दोनों में श्रेष्ठ माना जाता है।.

क्षेत्रीय विविधताएँ
बिहार (विशेष रूप से मगध और भोजपुर क्षेत्र)
- पारंपरिक सत्तू लिट्टी और बैंगन चोखा का उपयोग अधिक होता है।
- सरसों का तेल और अचार का मसाला अनिवार्य तत्व हैं।
झारखंड
- लिट्टी को भात (चावल) के साथ भी खाया जाता है।
- चोखे में सरसों की पत्तियों का उपयोग देखा गया है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश (गाज़ीपुर, बलिया, बनारस)
- यहाँ की लिट्टी थोड़ी बड़ी और अधिक भरावन वाली होती है।
- बैंगन चोखा में हींग और आमचूर का ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में
- लिट्टी को फूड स्टाल, फूड ट्रक, और कैफ़े स्टाइल में परोसा जाता है।
- Fusion versions (चीज़, मक्के की लिट्टी, Butter-topped, etc.) युवा वर्ग के लिए लोकप्रिय हो चुके हैं।
लिट्टी चोखा – स्वाद के साथ सेहत
भले ही लिट्टी चोखा एक देसी और पारंपरिक व्यंजन है, लेकिन इसका पोषण मूल्य किसी मॉडर्न हेल्दी डाइट से कम नहीं है। सत्तू, सरसों तेल, भुने सब्ज़ियाँ, और देसी मसाले – ये सभी इसे एनर्जी से भरपूर, पचने में आसान और डाइजेशन-फ्रेंडली बनाते हैं।
प्रमुख पोषण तत्व
तत्व. मात्रा (लिट्टी + चोखा)
- ऊर्जा (Energy) 280-320 कैलोरी
- प्रोटीन 8-10 ग्राम
- फाइबर. 6-8 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट. 30-40 ग्राम
- फैट. 10-12 ग्राम (अधिकतर अच्छा वसा)
- आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस उच्च मात्रा में
स्वास्थ्य लाभ
1. ऊर्जा और स्टैमिना बढ़ाता है
- सत्तू में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होता है जो धीरे-धीरे पचता है, जिससे लंबे समय तक ऊर्जा मिलती है।
2. मानसिक और शारीरिक थकान से राहत
- लिट्टी खाने से शरीर को स्थिरता मिलती है और दिमाग को ग्लूकोज़ सप्लाई होता है।
3. पाचन में सुधार
- सरसों का तेल, अदरक, लहसुन और सत्तू – सभी मिलकर डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त रखते हैं।
4. हड्डियाँ और मांसपेशियाँ मजबूत करता है
- सत्तू और चोखा में मौजूद आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम हड्डियों के लिए लाभकारी होते हैं।
5. ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है
- लिट्टी चोखा में जीरो शुगर और नेचुरल फैट होते हैं, जिससे यह डायबिटिक लोगों के लिए भी उपयुक्त है (बिना घी के)।
6. दिल के लिए अच्छा
- सरसों का तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर होता है, जो हृदय को स्वस्थ रखता है।
7. वजन नियंत्रित रखने में सहायक
- लो कैलोरी, हाई फाइबर, सैटिंग इफेक्ट वाला खाना – जो मोटापे को दूर रखने में मदद करता है।
8. डिटॉक्स करता है शरीर को
- सत्तू और भुने सब्ज़ियों की गर्म तासीर शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालती है।
9. बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी उपयोगी
- आसानी से पचने वाला और प्रोटीन युक्त यह खाना हर उम्र के लिए आदर्श है।
10. गर्मी और लू से बचाव
- बिहार और झारखंड में गर्मियों में सत्तू को लू और डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए खाया जाता है।
स्वस्थ लिट्टी चोखा के लिए सुझाव:
सुझाव लाभ
ओवन या तवा पर सेंकी हुई लिट्टी. कम तेल और कम फैट
देसी घी की जगह नारियल तेल या सरसों तेल हृदय के लिए बेहतर
भरावन में हरी सब्ज़ियाँ मिलाना. फाइबर और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स
सादा दही या रायता के साथ. डाइजेशन में मददगार
डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट क्या कहते हैं?
लिट्टी चोखा एक कम्पलीट मील है जिसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और एनर्जी सभी मौजूद होते हैं। खास बात यह है कि इसे हेल्दी भी बनाया जा सकता है और स्वादिष्ट भी।
लिट्टी बनाने की सामग्री
आटे के लिए (डो/कवर )
सामग्री. मात्रा
गेहूं का आटा. 2 कप
अजवाइन. ½ चम्मच
नमक. स्वादानुसार
घी या तेल. 1 बड़ा चम्मच
पानी. आवश्यकतानुसार (गूंथने के लिए)
2. भरावन – सत्तू मसाला
सामग्री. मात्रा
सत्तू (भुने चने का आटा) 1 कप
बारीक कटी हरी मिर्च. 2
बारीक कटा हरा धनिया. 2 चम्मच
लहसुन की पेस्ट या बारीक कटा. 1 चम्मच
अदरक की पेस्ट. 1 चम्मच
नींबू का रस. 1 चम्मच
अचार मसाला. 1 चम्मच (वैकल्पिक)
सरसों का तेल. 2 चम्मच
नमक स्वादानुसार
थोड़ा पानी. (भरावन को हल्का गीला करने के लिए)
चोखा बनाने की सामग्री
1. आलू चोखा
सामग्री. मात्रा
उबले हुए आलू. 3 मध्यम आकार के
बारीक कटी हरी मिर्च. 1
लहसुन की कली (कटी या पिसी) 2-3
नींबू रस / आमचूर पाउडर. ½ चम्मच
सरसों का तेल. 1 चम्मच
नमक. स्वादानुसार
हरा धनिया (कटा हुआ). 1 चम्मच
2. बैंगन चोखा
सामग्री. मात्रा
उबले हुए आलू. 3 मध्यम आकार के
बारीक कटी हरी मिर्च. 1
लहसुन की कली (कटी या पिसी). 2-3
नींबू रस / आमचूर पाउडर. ½ चम्मच
सरसों का तेल. 1 चम्मच
नमक. स्वादानुसार
हरा धनिया (कटा हुआ). 1 चम्मच
3. टमाटर चोखा
सामग्री मात्रा
टमाटर (भुना हुआ). 2
लहसुन (भुना). 2-3
हरी मिर्च. 1
सरसों का तेल. 1 चम्मच
नमक. स्वादानुसार
कटा हरा धनिया. 1 चम्मच
जरूरी उपकरण
उपकरण. उपयोग
परात (गूंथने के लिए). आटा गूंथने के लिए
कटोरी / बाउल. भरावन और चोखा सामग्री रखने के लिए
तवा या कढ़ाइ लिट्टी सेंकने के लिए (अगर तंदूर/ओवन ना हो) चिमटा. लिट्टी पलटने के लिए
ओवन / एयर फ्रायर (वैकल्पिक)आधुनिक विधि से लिट्टी बनाने हेतु
कांटा या बेलन. लिट्टी बंद करने के लिए उपयोगी
गैस चूल्हा या मिट्टी का चूल्हा (उपला). पारंपरिक सेंकने के लिए
मिक्सिंग स्पून या हाथ.चोखा और भरावन मिलाने के लिए
सर्विंग प्लेट और कटोरी. परोसने के लिए

लिट्टी चोखा रेसिपी
Equipment
- लिट्टी चोखा रेसिपी
Ingredients
लिट्टी बनाने की सामग्री
- आटे के लिए डो/कवर
- सामग्री. मात्रा
- गेहूं का आटा. 2 कप
- अजवाइन. ½ चम्मच
- नमक. स्वादानुसार
- घी या तेल. 1 बड़ा चम्मच
- पानी. आवश्यकतानुसार गूंथने के लिए
भरावन – सत्तू मसाला
सामग्री. मात्रा
- सत्तू भुने चने का आटा 1 कप
- बारीक कटी हरी मिर्च. 2
- बारीक कटा हरा धनिया. 2 चम्मच
- लहसुन की पेस्ट या बारीक कटा. 1 चम्मच
- अदरक की पेस्ट. 1 चम्मच
- नींबू का रस. 1 चम्मच
- अचार मसाला. 1 चम्मच वैकल्पिक
- सरसों का तेल. 2 चम्मच
- नमक स्वादानुसार
- थोड़ा पानी. भरावन को हल्का गीला करने के लिए
चोखा बनाने की सामग्री
आलू चोखा
- सामग्री. मात्रा
- उबले हुए आलू. 3 मध्यम आकार के
- बारीक कटी हरी मिर्च. 1
- लहसुन की कली कटी या पिसी 2-3
- नींबू रस / आमचूर पाउडर. ½ चम्मच
- सरसों का तेल. 1 चम्मच
- नमक. स्वादानुसार
- हरा धनिया कटा हुआ. 1 चम्मच
बैंगन चोखा
- सामग्री. मात्रा
- उबले हुए आलू. 3 मध्यम आकार के
- बारीक कटी हरी मिर्च. 1
- लहसुन की कली कटी या पिसी. 2-3
- नींबू रस / आमचूर पाउडर. ½ चम्मच
- सरसों का तेल. 1 चम्मच
- नमक. स्वादानुसार
- हरा धनिया कटा हुआ. 1 चम्मच
टमाटर चोखा
- सामग्री मात्रा
- टमाटर भुना हुआ. 2
- लहसुन भुना. 2-3
- हरी मिर्च. 1
- सरसों का तेल. 1 चम्मच
- नमक. स्वादानुसार
- कटा हरा धनिया. 1 चम्मच
Instructions
लिट्टी बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप विधि
स्टेप 1: आटा गूंथना
सामग्री:
- गेहूं का आटा – 2 कप
- नमक – स्वादानुसार
- अजवाइन – ½ चम्मच
- तेल/घी – 1 बड़ा चम्मच
- पानी – आवश्यकतानुसार
विधि:
- एक परात या थाली में आटा छान लें।
- उसमें नमक, अजवाइन और घी मिलाएं।
- थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए सख्त आटा गूंथें।
- आटे को ढककर 15-20 मिनट के लिए रख दें।
- स्टेप 2: सत्तू की भरावन तैयार करना
सामग्री:
- सत्तू – 1 कप
- हरी मिर्च (कटी) – 2
- लहसुन (कटा/पेस्ट) – 1 चम्मच
- अदरक पेस्ट – 1 चम्मच
- नींबू रस – 1 चम्मच
- सरसों तेल – 2 चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- हरा धनिया – 2 चम्मच
- थोड़ा पानी
विधि:1
- सत्तू को एक कटोरी में लें।
- सभी सामग्री मिलाएं।
- आवश्यकता अनुसार 1-2 चम्मच पानी डालकर सत्तू को हल्का गीला करें।
- मिश्रण न अधिक सूखा हो, न बहता हुआ।
स्टेप 3: लिट्टी बनाना
- विधि:
- आटे की छोटी-छोटी लोइयाँ बनाएं।
- एक लोई को बेलन से थोड़ा फैलाएँ या हाथ से कप के आकार में बनाएं।
- उसमें 1 चम्मच सत्तू भरावन भरें।
- किनारों को उठाकर बंद करें और गोल बॉल बना लें।
- सभी लिट्टियाँ इसी तरह तैयार करें।
स्टेप 4: लिट्टी सेंकना
- विकल्प 1: मिट्टी के चूल्हे या उपले पर सेंकना (पारंपरिक विधि)
- धीमी आँच पर हर तरफ से सेकें।
- लिट्टी को घुमा-घुमाकर अच्छे से पकाएँ।
- सेंकने के बाद गरम घी में डुबोएँ।
- विकल्प 2: तवे पर सेंकना (घरेलू तरीका)
- नॉन-स्टिक तवा पर धीमी आंच में ढककर सेंकें।
- बीच-बीच में पलटते रहें।
- लगभग 25-30 मिनट में पक जाएगी।
- विकल्प 3: ओवन में बेक करना
- ओवन को 180°C पर प्रीहीट करें।
- ट्रे में लिट्टी रखकर 25-30 मिनट तक बेक करें।
- बीच में पलटना न भूलें।
विकल्प 4: एयर फ्रायर में बनाना
- 180°C पर 15-18 मिनट तक रखें।
- तेल की आवश्यकता नहीं होती।
स्टेप 5: परोसने से पहले घी में डुबोना
- गरम-गरम लिट्टी को कटोरी में रखे गर्म देसी घी में कुछ सेकंड डुबोएँ।
- इससे स्वाद और नमी दोनों मिलती है।
स्टेप 6: परोसना
- हर प्लेट में 2-3 लिट्टी रखें।
- साथ में आलू/बैंगन/टमाटर चोखा परोसें।
- ऊपर से थोड़ा सरसों का तेल या घी टपकाएँ।
- एक बाउल में चटनी, प्याज, नींबू और अचार भी रखें।
टिप्स
- टिप. फायदा
- लिट्टी फट न जाए. सत्तू ज़्यादा न भरें
- सत्तू सूखा न लगे. थोड़ा पानी + तेल मिलाएँ
- लिट्टी कच्ची न रह जाए. धीमी आँच पर अच्छी तरह सेंकें
- लिट्टी कुरकुरी हो. ओवन या तंदूर में थोड़ा घुमा-घुमा कर पकाएँ
- चोखा बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप विधि (तीनों प्रकार)
आलू चोखा
- सामग्री:
- उबले आलू – 3 मध्यम आकार के
- लहसुन (कटी या पिसी) – 2-3 कलियाँ
- हरी मिर्च (कटी) – 1
- हरा धनिया – 1 बड़ा चम्मच
- नींबू रस / आमचूर पाउडर – ½ चम्मच
- सरसों का तेल – 1 बड़ा चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
विधि:
- उबले हुए आलू छीलकर मैश करें।
- उसमें बारीक कटा लहसुन, हरी मिर्च और हरा धनिया डालें।
- ऊपर से सरसों का तेल डालें (कच्चा ही डालें, यही असली स्वाद है)।
- नमक और नींबू रस/आमचूर मिलाएँ।
- अच्छे से मिलाकर तैयार करें।
बैंगन चोखा
- सामग्री:
- बैंगन (भुना हुआ) – 1 बड़ा
- टमाटर (भुना, वैकल्पिक) – 1
- लहसुन (भुना हुआ) – 4-5 कलियाँ
- हरी मिर्च – 1-2
- हरा धनिया – 1 चम्मच
- सरसों का तेल – 1 बड़ा चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
विधि
- बैंगन को सीधे आग पर या कोयले पर भूनें। (छिलका जलकर अलग हो जाए और अंदर का गूदा नरम हो जाए)
- भुने बैंगन को ठंडा करके छीलें और मैश करें।
- भुना हुआ टमाटर और लहसुन छीलकर मैश करें और बैंगन में मिलाएं।
- कटी हरी मिर्च, हरा धनिया, सरसों तेल और नमक मिलाकर मिलाएं।
टमाटर चोखा
- सामग्री:
- टमाटर (भुने हुए) – 2
- लहसुन – 2-3 कलियाँ
- हरी मिर्च – 1
- सरसों का तेल – 1 चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- हरा धनिया – 1 चम्मच
विधि:
- टमाटर को आग या तंदूर पर भूनें, जब तक छिलका जल न जाए।
- ठंडा करके छीलें और मैश करें।
- उसमें भुना लहसुन और कटी हरी मिर्च मिलाएँ।
- सरसों का तेल, नमक और हरा धनिया मिलाएँ।
- मिक्स चोखा – तीनों का मेल
- आप चाहें तो तीनों चोखे को बराबर मात्रा में मिलाकर भी एक यूनिक फ्लेवर तैयार कर सकते हैं।
- यह स्वाद और टेक्सचर में शानदार होता है।
Video
बाज़ार से खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
- सत्तू: हमेशा ताजा और बिना किसी मिलावट का लें।
- सरसों का तेल: कच्चा, ठंडा-प्रेस्ड (cold-pressed) हो तो अच्छा रहेगा।
- बैंगन: मोटा और बीज रहित हो – भूनने के लिए अच्छा होता है।
- आटा: मोटा गेहूं आटा (हाथ से पिसा हुआ) अधिक स्वाद देता है।
अतिरिक्त सामग्री (वैकल्पिक मगर उपयोगी)
- अचार या अचार मसाला – तीखेपन के लिए
- देसी घी – लिट्टी को डुबोने के लिए
- दही या रायता – खाने के साथ ठंडक देने के लिए
- लाल मिर्च की चटनी – तीखा स्वाद बढ़ाने हेतु
- नींबू और प्याज – परोसने में साथ दें
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- मोरिंगा ओलीफेरा
लिट्टी बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप विधि
स्टेप 1: आटा गूंथना
सामग्री:
- गेहूं का आटा – 2 कप
- नमक – स्वादानुसार
- अजवाइन – ½ चम्मच
- तेल/घी – 1 बड़ा चम्मच
- पानी – आवश्यकतानुसार
विधि:
- एक परात या थाली में आटा छान लें।
- उसमें नमक, अजवाइन और घी मिलाएं।
- थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए सख्त आटा गूंथें।
- आटे को ढककर 15-20 मिनट के लिए रख दें।
स्टेप 2: सत्तू की भरावन तैयार करना
सामग्री:
- सत्तू – 1 कप
- हरी मिर्च (कटी) – 2
- लहसुन (कटा/पेस्ट) – 1 चम्मच
- अदरक पेस्ट – 1 चम्मच
- नींबू रस – 1 चम्मच
- सरसों तेल – 2 चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- हरा धनिया – 2 चम्मच
- थोड़ा पानी
विधि:1
- सत्तू को एक कटोरी में लें।
- सभी सामग्री मिलाएं।
- आवश्यकता अनुसार 1-2 चम्मच पानी डालकर सत्तू को हल्का गीला करें।
- मिश्रण न अधिक सूखा हो, न बहता हुआ।
स्टेप 3: लिट्टी बनाना
विधि:
- आटे की छोटी-छोटी लोइयाँ बनाएं।
- एक लोई को बेलन से थोड़ा फैलाएँ या हाथ से कप के आकार में बनाएं।
- उसमें 1 चम्मच सत्तू भरावन भरें।
- किनारों को उठाकर बंद करें और गोल बॉल बना लें।
- सभी लिट्टियाँ इसी तरह तैयार करें।
स्टेप 4: लिट्टी सेंकना
विकल्प 1: मिट्टी के चूल्हे या उपले पर सेंकना (पारंपरिक विधि)
- धीमी आँच पर हर तरफ से सेकें।
- लिट्टी को घुमा-घुमाकर अच्छे से पकाएँ।
- सेंकने के बाद गरम घी में डुबोएँ।
विकल्प 2: तवे पर सेंकना (घरेलू तरीका)
- नॉन-स्टिक तवा पर धीमी आंच में ढककर सेंकें।
- बीच-बीच में पलटते रहें।
- लगभग 25-30 मिनट में पक जाएगी।
विकल्प 3: ओवन में बेक करना
- ओवन को 180°C पर प्रीहीट करें।
- ट्रे में लिट्टी रखकर 25-30 मिनट तक बेक करें।
- बीच में पलटना न भूलें।
विकल्प 4: एयर फ्रायर में बनाना
- 180°C पर 15-18 मिनट तक रखें।
- तेल की आवश्यकता नहीं होती।
स्टेप 5: परोसने से पहले घी में डुबोना
- गरम-गरम लिट्टी को कटोरी में रखे गर्म देसी घी में कुछ सेकंड डुबोएँ।
- इससे स्वाद और नमी दोनों मिलती है।
स्टेप 6: परोसना
- हर प्लेट में 2-3 लिट्टी रखें।
- साथ में आलू/बैंगन/टमाटर चोखा परोसें।
- ऊपर से थोड़ा सरसों का तेल या घी टपकाएँ।
- एक बाउल में चटनी, प्याज, नींबू और अचार भी रखें।
टिप्स
टिप. फायदा
लिट्टी फट न जाए. सत्तू ज़्यादा न भरें
सत्तू सूखा न लगे. थोड़ा पानी + तेल मिलाएँ
लिट्टी कच्ची न रह जाए. धीमी आँच पर अच्छी तरह सेंकें
लिट्टी कुरकुरी हो. ओवन या तंदूर में थोड़ा घुमा-घुमा कर पकाएँ
चोखा बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप विधि (तीनों प्रकार)
1. आलू चोखा
सामग्री:
- उबले आलू – 3 मध्यम आकार के
- लहसुन (कटी या पिसी) – 2-3 कलियाँ
- हरी मिर्च (कटी) – 1
- हरा धनिया – 1 बड़ा चम्मच
- नींबू रस / आमचूर पाउडर – ½ चम्मच
- सरसों का तेल – 1 बड़ा चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
विधि:
- उबले हुए आलू छीलकर मैश करें।
- उसमें बारीक कटा लहसुन, हरी मिर्च और हरा धनिया डालें।
- ऊपर से सरसों का तेल डालें (कच्चा ही डालें, यही असली स्वाद है)।
- नमक और नींबू रस/आमचूर मिलाएँ।
- अच्छे से मिलाकर तैयार करें।
2. बैंगन चोखा
सामग्री:
- बैंगन (भुना हुआ) – 1 बड़ा
- टमाटर (भुना, वैकल्पिक) – 1
- लहसुन (भुना हुआ) – 4-5 कलियाँ
- हरी मिर्च – 1-2
- हरा धनिया – 1 चम्मच
- सरसों का तेल – 1 बड़ा चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
विधि
- बैंगन को सीधे आग पर या कोयले पर भूनें। (छिलका जलकर अलग हो जाए और अंदर का गूदा नरम हो जाए)
- भुने बैंगन को ठंडा करके छीलें और मैश करें।
- भुना हुआ टमाटर और लहसुन छीलकर मैश करें और बैंगन में मिलाएं।
- कटी हरी मिर्च, हरा धनिया, सरसों तेल और नमक मिलाकर मिलाएं।
3. टमाटर चोखा
सामग्री:
- टमाटर (भुने हुए) – 2
- लहसुन – 2-3 कलियाँ
- हरी मिर्च – 1
- सरसों का तेल – 1 चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- हरा धनिया – 1 चम्मच
विधि:
- टमाटर को आग या तंदूर पर भूनें, जब तक छिलका जल न जाए।
- ठंडा करके छीलें और मैश करें।
- उसमें भुना लहसुन और कटी हरी मिर्च मिलाएँ।
- सरसों का तेल, नमक और हरा धनिया मिलाएँ।
मिक्स चोखा – तीनों का मेल
- आप चाहें तो तीनों चोखे को बराबर मात्रा में मिलाकर भी एक यूनिक फ्लेवर तैयार कर सकते हैं।
- यह स्वाद और टेक्सचर में शानदार होता है।
FAQs लिटी चोखा रेसिपी के सम्बन्ध मे अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. लिट्टी और बाटी में क्या अंतर है?
उत्तर:
लिट्टी और बाटी देखने में मिलती-जुलती होती हैं, लेकिन लिट्टी में सत्तू की भरावन होती है जबकि बाटी बिना भरावन के सूखी गोल रोटी जैसी होती है। लिट्टी आमतौर पर चोखा के साथ खाई जाती है, जबकि बाटी दाल और चूरमा के साथ।
2. लिट्टी बनाने के लिए कौन-सा आटा इस्तेमाल होता है?
उत्तर:
साधारण गेहूं का आटा ही लिट्टी बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। कभी-कभी थोड़ी मात्रा में सूजी (रवा) या बेसन भी मिलाया जाता है ताकि कुरकुरापन आए।
3. लिट्टी की भरावन में क्या होता है?
उत्तर:
लिट्टी की भरावन में मुख्यतः सत्तू (भुने चने का पिसा हुआ आटा), कटी हुई हरी मिर्च, अदरक, नींबू का रस, अचार का मसाला, कलौंजी, अजवाइन, सरसों का तेल, और नमक मिलाया जाता है।
4. चोखा बनाने के लिए कौन-कौन सी सब्जियाँ ली जाती हैं?
उत्तर:
चोखा के लिए आमतौर पर ये सब्जियाँ ली जाती हैं:
- बैंगन (भुना हुआ)
- टमाटर (भुना हुआ या उबला)
- आलू (उबला हुआ) इन सबका मसाले,
- सरसों का तेल और हरी मिर्च के साथ मिश्रण बनाया जाता है।
5.लिट्टी किस माध्यम से पकाई जाती है?
उत्तर:
लिट्टी को पारंपरिक रूप से गोइठा (उपले) या अंगीठी की आग में भूना जाता था। अब लोग इसे तंदूर, ओवन, या एयर फ्रायर में भी बनाते हैं। तवे पर सेंककर या उबालकर भी लिट्टी बनाई जाती है।
6. क्या लिट्टी को तलकर भी बनाया जा सकता है?
उत्तर:
जी हाँ, लिट्टी को तलकर भी बनाया जाता है, खासकर जब जल्दी बनानी हो या कुरकुरापन चाहिए। हालांकि पारंपरिक विधि में भुनी हुई लिट्टी अधिक स्वादिष्ट मानी जाती है।
7.लिट्टी चोखा को किस समय पर खाया जाता है?
उत्तर:
लिट्टी चोखा को दोपहर के भोजन (लंच) या रात के खाने (डिनर) में परोसा जाता है। यह एक भारी और संतुलित
क्या लिट्टी चोखा हेल्दी है?
उत्तर:
हाँ, लिट्टी चोखा हेल्दी हो सकता है यदि इसे कम घी में पकाया जाए। सत्तू फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है, और चोखा में सब्जियाँ होती हैं। तली हुई लिट्टी की तुलना में भुनी या ओवन में बनी लिट्टी अधिक सेहतमंद होती है।
लिट्टी चोखा किस राज्य की पहचान है?
उत्तर:
लिट्टी चोखा बिहार राज्य की प्रमुख पहचान है। इसके साथ ही यह झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बहुत लोकप्रिय है।
लिट्टी चोखा को यात्रा में कैसे ले जा सकते हैं?
उत्तर:
लिट्टी चोखा यात्रा के लिए उपयुक्त व्यंजन है क्योंकि यह जल्दी खराब नहीं होता। लिट्टी को घी लगाकर और चोखा को ठंडा करके एयरटाइट डिब्बे में पैक किया जा सकता
क्या लिट्टी चोखा बच्चों के लिए उपयुक्त है?
उत्तर:
हाँ, अगर आप मसालों की मात्रा कम रखें और अच्छी तरह से पकाएँ तो लिट्टी चोखा बच्चों के लिए पौष्टिक और स्वादिष्ट विकल्प हो सकता है।