स्वाद में बेहतरीन लाजवाब खाने में बेमिसाल गाजर मलाई की बर्फी इस विधि से बनाकर खाएंगे और अपने घर वाले को खिलाएंगे तो घर वाले आपके मिठाई बनाने की कला का तारीफ करते नहीं थकेगे

गाजर मलाई बर्फी का परिचय
उत्तर भारत में गाजर से विभिन्न प्रकार का व्यंजन तैयार किया जाता है जैसे गाजर की खीर गाजर का हलवा गाजर की बर्फी. गाजर को सलाद सब्जी इत्यादि में भी उपयोग किया जाता है खासकर सर्दियों में ज्यादा इसका उपयोग किया जाता है, बड़े-बड़े होटल, मिष्ठान भंडार, रेस्टोरेंट मैं सर्दियों के दिनों में गाजर का हलवा आपको निश्चित रूप से देखने को मिलेगा पहले गाजर का कृषि सर्दियों के दिनों में ही होता था परंतु अब तकनीक उन्नत होने के वजह से अन्य मौसम में भी गाजर की खेती होने लगी है लेकिन सर्दियों के दिन में गाजर सस्ता और सुलभ हर जगह मिलता है।
गाजर मलाई बर्फी को विभिन्न तरह से बनाया जाता है जिसमें मिल्क पाउडर मावा खोवा का उपयोग करके भी इसे बनाया जाता है, गाजर के बर्फी को बच्चे बहुत खाना पसंद करते हैं। गाजर मलाई बर्फी को आप खाने के समय मीठा डिश के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं। इस व्यंजन को बनाने में बहुत कम सामग्री की आवश्यकता होती है इसे घर पर आसानी से बना सकते हैं।
गाजर मलाई बर्फी का इतिहास
गाजर मलाई बर्फी भारतीय मिठाई की समृद्ध परंपरा का एक अनोखा और स्वादिष्ट हिस्सा है। यह मूल रूप से गाजर का हलवा और मलाई बर्फी — दो लोकप्रिय मिठाइयों के स्वाद और तकनीक के मेल से विकसित हुई एक फ्यूजन डिश है।
पारंपरिक मिठाइयों से प्रेरणा
गाजर का हलवा: मुग़ल काल में पर्शियन और अफगानी प्रभाव से उत्तर भारत में गाजर आधारित मिठाइयाँ लोकप्रिय हुईं। दूध, गाजर और घी का मेल धीरे-धीरे गाजर हलवे के रूप में विकसित हुआ।
मलाई बर्फी: दूध से बनने वाली पारंपरिक बर्फी का चलन भी सदियों से भारत में रहा है, खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान में। मलाई बर्फी में दूध की मलाई और चीनी का संतुलित मेल होता है।
फ्यूजन का उदय
गाजर मलाई बर्फी का विचार संभवतः 20वीं सदी में मिठाई बनाने वाले हलवाइयों ने पेश किया, जब उन्होंने गाजर के मीठे और रंगीन स्वाद को मलाई बर्फी की मलाईदार बनावट के साथ जोड़ा। इसका उद्देश्य था एक नई मिठाई तैयार करना जो त्योहारों, खास मौकों और शादी-ब्याह में अलग पहचान बना सके।
लोकप्रियता
यह मिठाई खासकर उत्तर भारत और पंजाब में तेजी से लोकप्रिय हुई।सर्दियों के मौसम में, जब ताज़ी लाल गाजर आसानी से मिलती है, तब गाजर मलाई बर्फी का स्वाद और भी निखर जाता है।आजकल यह न सिर्फ हलवाइयों की दुकानों में, बल्कि घरों में भी त्योहारों और फंक्शन्स के लिए बनाई जाती है।
मेरे व्यंजन
मेरे व्यंजन गाजर मलाई बर्फी एक आसान तरीका का उपयोग करके बनाया गया है जिसको घर पर आराम से बनाया जा सकता है गाजर को कद्दूकस करके दूध के साथ अच्छा तरह से पका कर मावा के मिश्रण के साथ शुद्ध देसी घी का स्वाद देने के साथ ही इलायची पाउडर के खुशबू से खुशबूदार बनाया गया है। मावा और दूध के मिश्रण से मलाईदार बनाया गया है जो इसके स्वाद में चार चांद लगाने के लिए काफी है, इस बर्फी के व्यंजन को बूढ़े जवान बच्चे सब वर्ग के लोग पसंद करेंगे, आप खाना खिलाने के बाद मीठा डिश के रूप में इसे सर्व कर सकते हैं।
INGREDIENT
- 500 ग्राम गाजर
- 600 ग्राम दूध
- 150 ग्राम मावा
- 100 ग्राम चीनी
- 2 चम्मच देसी घी
- 1/4 चम्मच इलायची पाउडर
- दो चम्मच पिस्ता बादाम कटा हुआ
- 1 पेपर चांदी का वर्क
- 1 चम्मच अरारोट
गाजर मलाई बर्फी बनाने की विधि
Step 1
गाजर मलाई बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले गाजर को पानी से धोकर छील ले फिर पानी से अच्छी तरह धो ले. गाजर को कद्दूकस कर एक बर्तन में निकाल कर रख ले।
Step 2
गाजर को कराही में रखकर चूल्हा पर चढ़ा कर चूल्हा जलाकर गाजर के ऊपर 500 ग्राम दूध डालकर चम्मच से चलाएं आँच धीमी रखे क्योंकि तेज आंच पर आपका दूध सुख जाएगा और गाजर अच्छी तरह से नहीं पक पाएगा 30 मिनट तक पकाना है बीच-बीच में चम्मच से चलाते रहे।
Step 3
गाजर को पकाते हुए दूध जब आधा हो जाए तब चम्मच से चला कर अच्छा से मिलाये दूध को और सूखने दे जब गाजर में हल्का नमी रह जाए तब 50 ग्राम मावा को डालकर चम्मच से अच्छा तरह चलाएं फिर 3 से 4 मिनट तक पकने दे।
Step 4
3 से 4 मिनट पकने के बाद 75 ग्राम चीनी डालकर चीनी को गाजर में अच्छी तरह से मिला ले ध्यान रखें कि चीनी जब पिघलेगा तो गाजर में पुनः नमी आ जाएगा फिर इस नमी को सूखने दे।
Step 5
जब गाजर ड्राई होने लगे तब देसी घी डालकर अच्छी तरह से चला कर मिलाये फिर चूल्हा बंद कर दे अब बर्फी ट्रे या थाली में देसी घी का हल्का लेप कर दे फिर इसके ऊपर तैयार गाजर के मिश्रण को फैलाकर अच्छी तरह चम्मच से चला कर बराबर करके चिकना कर दे बर्फी को सेट होने के लिए रख दे।
Step 6
चूल्हा जलाकर फ्राई पैन चढ़ाकर कर फ्राई पैन को गर्म होने दे जब फ्राई पैन गर्म हो जाए तब बाकी बचे मावा बाकी बचे दूध में अरारोट मिला कर चम्मच से चला कर अच्छा तरह से मिलाये फिर इसे कराही में डालकर मावा के साथ अच्छा से मिक्स करें बाकी बचे चीनी भी डालकर इसमें अच्छा से मिलाये और उबाल आने दे।
Step 7
जब उबाल आ जाए तो इलायची पाउडर डालकर चम्मच से चलाते रहे इसको ज्यादा गढा नहीं करना है रबड़ी की तरह रखना है फिर इसे गाजर के बर्फी के ऊपर अच्छा तरह से फैला दे हल्का ठंडा होने पर ऊपर से घी का लेप चढ़ा दे, कटे पिस्ता बादाम से गार्निश कर चांदी का वर्क से सजाकर 4 से 5 घंटे सेट होने के लिए रख दे।
Step 8
4 से 5 घंटे पर जब गाजर मलाई बर्फी सेट हो जाए तब अपने मन मुताबिक आकार के साइज में चाकू से काट कर प्लेट में रखकर सर्व करें।
गाजर मलाई बर्फी की वैराइटी (प्रकार)
1. क्लासिक गाजर मलाई बर्फी
ताज़ी लाल गाजर, दूध, मलाई और चीनी से बनाई जाती है।पारंपरिक स्वाद और हल्की नमी के साथ।
2. खोया गाजर मलाई बर्फी
गाजर और मलाई के साथ खोया (मावा) मिलाकर।ज्यादा रिच और मिठास भरी वैराइटी, त्योहारों के लिए खास।
3. ड्राई फ्रूट गाजर मलाई बर्फी
काजू, बादाम, पिस्ता, अखरोट मिलाकर।पोषण और स्वाद दोनों में बढ़िया।
4. कोकोनट गाजर मलाई बर्फी
नारियल पाउडर या ताजा नारियल मिलाकर।हल्की ट्रॉपिकल फ्लेवर के साथ।
5. लो-शुगर / शुगर-फ्री गाजर मलाई बर्फी
चीनी की जगह गुड़, शहद या स्टीविया का इस्तेमाल।डायबिटिक और हेल्थ-कॉन्शियस लोगों के लिए।
6. कंडेंस्ड मिल्क गाजर मलाई बर्फी
कंडेंस्ड मिल्क के साथ जल्दी और गाढ़ा स्वाद।फटाफट बनने वाला वेरिएंट।
7. गुलाब फ्लेवर गाजर मलाई बर्फी
गुलाब जल या गुलकंद मिलाकर हल्का फूलों का स्वाद।खास मौकों और शादी-ब्याह के लिए आकर्षक।
8. केसर-पिस्ता गाजर मलाई बर्फी
केसर का रंग और पिस्ता की सजावट।महक और शाही लुक देने वाली वैराइटी।
गाजर मलाई बर्फी की सर्विंग (परोसने) के तरीके
1. पारंपरिक थाली में
चांदी या स्टील की मिठाई थाली में बर्फी सजाएं।ऊपर से बारीक कटे बादाम, पिस्ता और चांदी का वर्क लगाएं।
2. डेज़र्ट प्लेट में
एक प्लेट में 2-3 पीस गाजर मलाई बर्फी रखें।साथ में छोटे कटोरे में गरम दूध या रबड़ी परोसें।
3. फेस्टिव बॉक्स या गिफ्ट पैक में
रंगीन पेपर कप या सिलिकॉन मोल्ड में बर्फी के टुकड़े रखें।ट्रांसपेरेंट गिफ्ट बॉक्स में पैक करके रिबन लगाएं।
4. शेप के साथ क्रिएटिव सर्विंग
गोल, स्टार, हार्ट या डायमंड शेप में काटकर प्लेट में सजाएं।प्लेट के किनारों पर गुलाब की पंखुड़ियां या केसर दूध की बूंदें डालकर सजावट करें।
5. चाय/कॉफी के साथ
शाम की चाय या कॉफी के साथ 1-2 पीस बर्फी परोसना बढ़िया कॉम्बिनेशन है।
6. बुफे काउंटर में
मिठाई सेक्शन में बर्फी को छोटे-छोटे स्क्वायर टुकड़ों में काटकर रखें।अलग-अलग रंग और गार्निश वाली बर्फियों को साथ में रखकर कॉन्ट्रास्ट लुक दें।

गाजर मलाई बर्फी
Ingredients
- 500 ग्राम गाजर
- 600 ग्राम दूध
- 150 ग्राम मावा
- 100 ग्राम चीनी
- 2 चम्मच देसी घी
- 1/4 चम्मच इलायची पाउडर
- दो चम्मच पिस्ता बादाम कटा हुआ
- 1 पेपर चांदी का वर्क
- 1 चम्मच अरारोट
Instructions
गाजर मलाई बर्फी बनाने की विधि
Step 1
- गाजर मलाई बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले गाजर को पानी से धोकर छील ले फिर पानी से अच्छी तरह धो ले. गाजर को कद्दूकस कर एक बर्तन में निकाल कर रख ले।
Step 2
- गाजर को कराही में रखकर चूल्हा पर चढ़ा कर चूल्हा जलाकर गाजर के ऊपर 500 ग्राम दूध डालकर चम्मच से चलाएं आँच धीमी रखे क्योंकि तेज आंच पर आपका दूध सुख जाएगा और गाजर अच्छी तरह से नहीं पक पाएगा 30 मिनट तक पकाना है बीच-बीच में चम्मच से चलाते रहे।
Step 3
- गाजर को पकाते हुए दूध जब आधा हो जाए तब चम्मच से चला कर अच्छा से मिलाये दूध को और सूखने दे जब गाजर में हल्का नमी रह जाए तब 50 ग्राम मावा को डालकर चम्मच से अच्छा तरह चलाएं फिर 3 से 4 मिनट तक पकने दे।
Step 4
- 3 से 4 मिनट पकने के बाद 75 ग्राम चीनी डालकर चीनी को गाजर में अच्छी तरह से मिला ले ध्यान रखें कि चीनी जब पिघलेगा तो गाजर में पुनः नमी आ जाएगा फिर इस नमी को सूखने दे।
Step 5
- जब गाजर ड्राई होने लगे तब देसी घी डालकर अच्छी तरह से चला कर मिलाये फिर चूल्हा बंद कर दे अब बर्फी ट्रे या थाली में देसी घी का हल्का लेप कर दे फिर इसके ऊपर तैयार गाजर के मिश्रण को फैलाकर अच्छी तरह चम्मच से चला कर बराबर करके चिकना कर दे बर्फी को सेट होने के लिए रख दे।
Step 6
- चूल्हा जलाकर फ्राई पैन चढ़ाकर कर फ्राई पैन को गर्म होने दे जब फ्राई पैन गर्म हो जाए तब बाकी बचे मावा बाकी बचे दूध में अरारोट मिला कर चम्मच से चला कर अच्छा तरह से मिलाये फिर इसे कराही में डालकर मावा के साथ अच्छा से मिक्स करें बाकी बचे चीनी भी डालकर इसमें अच्छा से मिलाये और उबाल आने दे।
Step 7
- जब उबाल आ जाए तो इलायची पाउडर डालकर चम्मच से चलाते रहे इसको ज्यादा गढा नहीं करना है रबड़ी की तरह रखना है फिर इसे गाजर के बर्फी के ऊपर अच्छा तरह से फैला दे हल्का ठंडा होने पर ऊपर से घी का लेप चढ़ा दे, कटे पिस्ता बादाम से गार्निश कर चांदी का वर्क से सजाकर 4 से 5 घंटे सेट होने के लिए रख दे।
Step 8
- 4 से 5 घंटे पर जब गाजर मलाई बर्फी सेट हो जाए तब अपने मन मुताबिक आकार के साइज में चाकू से काट कर प्लेट में रखकर सर्व करें।
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गाजर मलाई बर्फी के स्वास्थ्य संबंधी लाभ
- गाजर में विटामिन E पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है इसलिए नियमित रूप से गाजर खाना ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने में लाभदायक हो सकता है।
- गाजर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायता करता है जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है।
- गाजर में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन आंखों के कई तरह के बीमारी से बचाता है और स्वस्थ रखने में मदद करता है गाजर का सेवन करना आंख के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है।
- गाजर में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है और कैलोरी भी कम पाया जाता है इसलिए वजन कम करने वाले लोग को गाजर का सेवन करना लाभदायक हो सकता है क्योंकि फाइबर भोजन को धीरे पचने देता है जिससे काफी समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है और भूख कम लगता है वजन बढ़ाने का एक कारण भूख का ज्यादा लगाना भी माना जाता है।
- गाजर में शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित कर इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करता है जिसके कारण कई बीमारी से हम लोग का बचाव होता है।
- गाजर त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है यह त्वचा को मुलायम और चमकीला बनाने में मदद करता है क्योंकि इसमें विटामिन सी पाया जाता है जो त्वचा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है विटामिन सी दांत के लिए भी अच्छा माना जाता है इसलिए डांट को स्वस्थ रखने के लिए भी गाजर का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए
पोषण चार्ट
(प्रति 100 ग्राम)
| पोषक तत्व | मात्रा | स्वास्थ्य लाभ |
| कैलोरी | 250-300 kcal | ऊर्जा प्रदान करता है |
| प्रोटीन | 5-7 ग्राम | मांसपेशियों और ऊतकों की मरम्मत |
| वसा | 10-15 ग्राम | शरीर को आवश्यक फैटी एसिड और विटामिन अवशोषण में मदद |
| कार्बोहाइड्रेट | 30-35 ग्राम | शरीर को त्वरित ऊर्जा |
| फाइबर | 2-3 ग्राम | पाचन में सुधार |
| कैल्शियम | 150-200 mg | हड्डियों और दांतों को मजबूत करता है |
| विटामिन A 3000-4000 IU | 3000-4000 IU | आंखों की रोशनी और त्वचा स्वास्थ्य के लिए |
| विटामिन C | 2-4 mg रोग | प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है |
| पोटैशियम | 300-350 mg | हृदय और रक्तचाप नियंत्रण में मदद |
| शुगर | 20-25 ग्राम | मिठास और त्वरित ऊर्जा |
FAQs गाजर मलाई बर्फी के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर
Q1 गाजर मलाई बर्फी बनाने के लिए अरारोट का उपयोग करना जरूरी है
A बिना अरारोट का उपयोग किए हुए भी आप गाजर मलाई बर्फी बना सकते हैं
Q2. गाजर मलाई बर्फी को सेट होने के लिए फ्रिज में रख सकते हैं
A नहीं गाजर मलाई बर्फी को फ्रिज में सेट करने के लिए रखेंगे तब हल्का पानी आ जाएगा जिससे आपके बर्फी का स्वाद खराब हो सकता है।
Q3. गाजर को पकाने के लिए क्या ज्यादा दूध का उपयोग किया जा सकता है
A हां गाजर मलाई बर्फी बनाने के लिए आपके पास अगर समय कम है तो दूध का ज्यादा प्रयोग कर सकते हैं।
Q4. गाजर मलाई बर्फी बनाने के लिए देसी घी का उपयोग करना जरूरी है
A गाजर मलाई बर्फी बनाने में अगर आप देसी घी को पसंद नहीं करते हैं तो देसी घी नहीं भी डालकर बना सकते हैं।
अंतिम निष्कर्ष
गाजर मलाई बर्फी भारतीय मिठाई संस्कृति का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसमें पारंपरिक स्वाद और आधुनिक फ्यूज़न का सुंदर मेल है। गाजर की प्राकृतिक मिठास और रंग, मलाई की मुलायम बनावट और दूध के पोषण के साथ यह मिठाई न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि शरीर को ऊर्जा, विटामिन A, कैल्शियम और प्रोटीन भी देती है।
त्योहारों, शादी-ब्याह, या खास मौकों पर इसकी मौजूदगी मिठाई की थाली को खास बना देती है। इसकी अलग-अलग वैराइटी—जैसे ड्राई फ्रूट, केसर, नारियल या शुगर-फ्री—हर उम्र और स्वाद के लोगों को पसंद आती है। सही प्रस्तुति और गार्निश के साथ, गाजर मलाई बर्फी न सिर्फ जीभ का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि आँखों को भी लुभाती है।
संक्षेप में, यह मिठाई स्वाद, परंपरा और पोषण—तीनों का संतुलित संगम है, जिसे सर्दियों और उत्सव के मौसम में जरूर आज़माना चाहिए।