फलाहारी आलू टिक्की रेसिपी

व्रत के लिए परफेक्ट फलाहारी आलू टिक्की रेसिपी! सिंघाड़ा आटा, आलू और देसी मसालों से बनी कुरकुरी टिक्की को आसान स्टेप-बाय-स्टेप विधि से बनाएं। जानें पोषण, फायदे और विविध प्रकार।

Table of Contents

फलाहारी आलू टिक्की रेसिपी का परिचय

भारत में उपवास (व्रत) न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह शरीर और मन की शुद्धि का माध्यम भी माना जाता है। हिन्दू धर्म में एकादशी, नवमी, महाशिवरात्रि, नवरात्रि, सोमवती अमावस्या जैसे अवसरों पर उपवास रखने की परंपरा है। इन व्रतों में सामान्य अनाज, प्याज, लहसुन, गेहूं, चावल आदि का सेवन वर्जित होता है और इनकी जगह विशेष फलाहारी भोजन लिया जाता है।

फलाहारी का अर्थ क्या होता है?

फलाहार” शब्द दो भागों से बना है – फल और आहार।इसका तात्पर्य है, ऐसा भोजन जो फल, कंद-मूल, दूध, साबूदाना, सिंघाड़ा, राजगिरा, कुट्टू आदि से बना हो और अनाज से रहित हो।

फलाहारी भोजन न केवल उपवास के नियमों का पालन करता है, बल्कि यह स्वास्थ्यवर्धक, हल्का और पोषण से भरपूर होता है। ऐसे ही एक स्वादिष्ट, पौष्टिक और उपयुक्त विकल्प का नाम है – फलाहारी आलू टिक्की।

फलाहारी आलू टिक्की: एक पारंपरिक व्यंजन का आधुनिक रूप

आलू टिक्की वैसे तो उत्तर भारत के हर गली-चौराहे पर मिलती है, लेकिन जब बात उपवास की आती है, तो हम अनाज और मिर्च-मसाले से परहेज रखते हैं। ऐसे में फलाहारी टिक्की एक ऐसा व्यंजन बन जाती है जो –

  • स्वाद में भी लाजवाब है
  • नियमों के अनुरूप है
  • बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको पसंद आती है
  • और आसान व सस्ती भी है

क्या आप जानते हैं?

व्रत के दौरान शरीर ग्लाइकोजन स्टोर कम करता है, जिससे ऊर्जा स्तर गिरता है। ऐसे में आलू जैसे कार्बोहाइड्रेट से भरपूर और आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ शरीर को जरूरी ऊर्जा देते हैं।

ब्रत के समय आलू का महत्व

व्रत के दौरान आलू आलू एक ऐसा कंद है जो उपवास में मान्य है क्योंकि यह अनाज की श्रेणी में नहीं आता। इसमें उच्च मात्रा में स्टार्च होता है, जो उपवास के समय ऊर्जा प्रदान करता है। इसके अलावा:

  • यह फाइबर से भरपूर होता है
  • इसमें पोटेशियम, विटामिन C, विटामिन B6 होता है
  • यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है

फलाहारी आलू टिक्की में जब सेंधा नमक, अरारोट या साबूदाना मिलाया जाता है, तो यह और भी पचने में आसान बनती है।

फलाहारी टिक्की की लोकप्रियता क्यों बढ़ी?

पिछले कुछ वर्षों में लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है। फलाहारी टिक्की अब केवल व्रत तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसे:

  • हेल्दी स्ट्रीट फूड
  • फ्यूजन स्नैक
  • बच्चों के टिफिन आइटम
  • डाइट स्नैक

के रूप में भी पसंद किया जा रहा है। यह लो-ऑयल, हाई फाइबर और स्वादिष्ट है।

व्रत में क्या-क्या फलाहारी सामग्री होती है?

सामग्री उपवास में प्रयोगउपयोगिता
उबले आलूऊर्जा व भराव
सेंधा नमकआयोडीन मुक्त व पचने योग्य
साबूदानाकार्ब स्रोत
सिंघाड़ा आटा ग्लूटेन फ्री आटा
राजगिरा आटाप्रोटीन व आयरन
मूंगफलीप्रोटीन व हेल्दी फैट
हरी मिर्चस्वाद व एंटीऑक्सीडेंट
नींबू रसविटामिन C

फलाहारी आलू टिक्की बनाना क्यों आसान है?

  • सिर्फ 5-7 सामग्री से बन जाती है
  • बिना प्याज, लहसुन या अनाज के तैयार होती है
  • न तो ज्यादा मसाला चाहिए, न ज्यादा तेल
  • चाहें तो तवे पर सेंकें, चाहें तो एयर फ्रायर में
आलू टिक्की रेसिपी

स्वाद और सेहत का मेल

फलाहारी टिक्की का स्वाद इतना भरपूर होता है कि उपवास के बाद भी लोग इसे सामान्य दिनों में खाना पसंद करते हैं। यह –

  • कुरकुरी होती है बाहर से
  • नरम होती है अंदर से
  • मूंगफली या पनीर जैसी सामग्री डालने से प्रोटीन भी मिल जाता है

INGREDIENTS

सामग्रीमात्रा (2 लोगों के लिएउपयोगिता
उबले आलू3-4 मध्यम आकार बेस सामग्री
सिंघाड़ा आटा 2 टेबलस्पून बाइंडिंग
सेंधा नमक स्वादानुसारनमक का विकल्प
मूंगफली2 टेबलस्पून (भुनी) स्वाद व प्रोटीन
हरी मिर्च1 बारीक कटीतीखापन
अदरक1/2 टीस्पून (वैकल्पिक)फ्लेवर
नींबू रस/दही 1 टीस्पून (वैकल्पिक) खट्टापन
हरा धनिया1 टेबलस्पून (गार्निशरंग और खुशबू

टिक्की में कौन से मसाले कब और कैसे डालें

समागी उपयोगमात्रा
सेंधा नमकव्रत का प्रमुख नमकसामान्य नमक में आयोडीन व अन्य तत्व होते हैं जो व्रत में वर्जित माने जाते हैं, जबकि सेंधा नमक:शुद्ध खनिज लवण होता हैपाचन को सही रखता हैहल्का और सुपाच्य होता हैस्वादानुसार (आमत: 1/2 से 3/4 टीस्पून प्रति 3-4 आलू)
काली मिर्च व्रत में तीखापन और गर्मी देने वाला मसालाकाली मिर्च न केवल स्वाद बढ़ाती है, बल्कि:शरीर की गर्मी बनाए रखती हैअपच नहीं होने देतीभूख को उत्तेजित करती है1/4 टीस्पून या स्वादानुसार – बहुत अधिक न डालें वरना तीखा हो सकता है
जीरातड़का और पाउडर – दोनों रूपों में उपयोगीजीरा व्रत में मान्य है और इसका उपयोग टिक्की में दो प्रकार से किया जाता है:साबुत जीरा: घी या तेल में तड़का देकरजीरा पाउडर: पिसा हुआ डालने से सुगंध और स्वाद दोनों बढ़ते हैंसाबुत जीरा – 1/2 टीस्पूनपिसा जीरा – 1/2 टीस्पून
अदरकसुगंध और पाचन सहायकअगर आपके व्रत में अदरक मान्य है, तो इसका उपयोग जरूर करें। यह:गैस और कब्ज से राहत देता हैगंध और स्वाद दोनों देता है1/2 टीस्पून ताज़ा कद्दूकस किया हुआ
हरी मिर्चस्वाद में तीखापन और चटपटा अंदाज़हरी मिर्च:प्राकृतिक तीखापन देती है टिक्की को bland होने से बचाती है अगर बच्चे खा रहे हों, तो मात्रा कम रखें।1 से 2 हरी मिर्च बारीक कटी हुई (स्वादानुसार)
नींबू रस या अमचूर पाउडरखट्टा स्वाद देने के लिएअगर व्रत में अमचूर पाउडर स्वीकार्य हो, तो एक चुटकी डालें। अन्यथा ताजा नींबू रस सबसे उपयुक्त है।नींबू रस – 1 टीस्पूनअमचूर – 1/4 टीस्पून (यदि उपयोग कर सकते हों)
सौंफ पाउडरमीठा-ठंडा स्वाद देने वाला मसालायह विशेष रूप से गर्मियों में उपयोगी होता है। टिक्की में इसकी खुशबू और ठंडकपन आकर्षण बढ़ाते हैं।1/4 टीस्पून – बच्चों के लिए अच्छा विकल्प

प्रयोग के सुझाव

मसालों को मिलाने से पहले टिक्की मिश्रण में नमक का संतुलन जरूर चख लें

काली मिर्च कम रखें – व्रत में ज्यादा तीखा नुकसानदायक हो सकता है

जीरा तड़के में डालने से टिक्की में सुगंध और स्वाद दोनों गहराते हैं

नींबू रस टिक्की के फ्राई होने के बाद भी ऊपर से छिड़क सकते हैं

Related Post

आलू टिक्की रेसिपी

आलू टिक्की रेसिपी

व्रत के लिए परफेक्ट फलाहारी आलू टिक्की रेसिपी! सिंघाड़ा आटा, आलू और देसी मसालों से बनी कुरकुरी टिक्की
Prep Time 5 minutes
Cook Time 10 minutes
Total Time 15 minutes
Course Main Course
Cuisine Indian
Calories 100 kcal

Equipment

  • आलू टिक्की रेसिपी

Ingredients
  

  • उबले आलू
  • सेंधा नमक
  • साबूदाना
  • सिंघाड़ा आटा
  • राजगिरा आटा
  • मूंगफली
  • हरी मिर्च
  • नींबू रस

Instructions
 

चरण 1: आलू और सामग्री को तैयार करना

  • उबले आलू छीलना और मैश करना
  • 5 मध्यम आकार के आलू उबालकर उन्हें अच्छी तरह छील लें।
  • –एक बड़ी परात या बाउल में इन आलुओं को अच्छी तरह मैश कर लें।
  • ध्यान रखें कि आलू में गांठें न रहें।

सामग्री मिलाना

  • मैश किए हुए आलू में नीचे दी गई सामग्री डालें:
  • ½ कप सिंघाड़े या राजगिरा आटा
  • 2 हरी मिर्च बारीक कटी
  • 1 छोटा चम्मच कसा हुआ अदरक
  • 1 छोटा चम्मच नींबू का रस
  • 1 चम्मच बारीक कटा हरा धनिया
  • सेंधा नमक स्वाद अनुसार
  • 1 चम्मच भुना जीरा पाउडर
  • 1 चुटकी काली मिर्च पाउडर (वैकल्पिक)

मिश्रण को गूंधना

  • अब सभी सामग्री को अच्छे से मिक्स कर लें और आटे की तरह नरम गूंध लें।
  • यदि मिश्रण चिपचिपा लगे, तो थोड़ा और आटा या मूंगफली पाउडर डाल सकते हैं।

चरण 2: टिक्की का आकार देना

  • हाथ पर थोड़ा सा तेल लगाएँ
  • ताकि मिश्रण हाथ में न चिपके।
  • मिश्रण की लोइयां बनाएं
  • मिश्रण से छोटी-छोटी लोइयां बनाएं।
  • टिक्की का आकार दें
  • हर लोई को हाथ से दबाकर गोल और चपटी टिक्की का आकार दें।
  • –चाहें तो बीच में हल्का सा गड्ढा भी बना सकते हैं ताकि क्रिस्पीनेस अच्छे से आए।

चरण 3: फ्राई करने की विधि

  • तवा या कढ़ाई गर्म करें
  • फ्राइंग के लिए घी, मूंगफली का तेल या व्रत में उपयोग होने वाला तेल लें।
  • धीमी आंच पर कढ़ाई में तेल गर्म करें।
  • टिक्की डालें और सेकें
  • जब तेल मध्यम गर्म हो जाए, तब 2-3 टिक्की एक बार में डालें।
  • धीमी आंच पर दोनों तरफ से गोल्डन ब्राउन होने तक सेंकें।
  • टिशू पेपर पर निकालें
  • तैयार टिक्कियों को एक प्लेट में टिशू पेपर पर निकालें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।
  • चरण 4: टिक्की को कुरकुरी बनाने के टिप्स
  • आंच बहुत तेज न हो वरना बाहर से जल जाएगी और अंदर कच्ची रह जाएगी।
  • आटे की मात्रा बैलेंस रखें – न ज्यादा न कम।
  • टिक्की को सेकते समय बार-बार न पलटें, एक साइड पूरी तरह सिकने के बाद ही पलटें।
  • चाहें तो टिक्की को तवे पर कम तेल में भी सेंक सकते हैं, इससे यह हेल्दी भी बनेगी।
  • चरण 5: फलाहारी आलू टिक्की सर्व करने के तरीके
  • हरे धनिए और पुदीने की व्रत वाली चटनी के साथ।
  • मीठी दही और सेंधा नमक डालकर चाट स्टाइल में।
  • अनार के दानों और कद्दूकस नारियल से सजाकर।
Keyword आलू टिक्की रेसिपी

फलहारी आलू टिक्की रेसिपी बनाने की बिधि

चरण 1: आलू और सामग्री को तैयार करना

1. उबले आलू छीलना और मैश करना

  • 5 मध्यम आकार के आलू उबालकर उन्हें अच्छी तरह छील लें।
  • –एक बड़ी परात या बाउल में इन आलुओं को अच्छी तरह मैश कर लें।
  • ध्यान रखें कि आलू में गांठें न रहें।

2. सामग्री मिलाना

  • मैश किए हुए आलू में नीचे दी गई सामग्री डालें:
  • ½ कप सिंघाड़े या राजगिरा आटा
  • 2 हरी मिर्च बारीक कटी
  • 1 छोटा चम्मच कसा हुआ अदरक
  • 1 छोटा चम्मच नींबू का रस
  • 1 चम्मच बारीक कटा हरा धनिया
  • सेंधा नमक स्वाद अनुसार
  • 1 चम्मच भुना जीरा पाउडर
  • 1 चुटकी काली मिर्च पाउडर (वैकल्पिक)

3. मिश्रण को गूंधना

  • अब सभी सामग्री को अच्छे से मिक्स कर लें और आटे की तरह नरम गूंध लें।
  • यदि मिश्रण चिपचिपा लगे, तो थोड़ा और आटा या मूंगफली पाउडर डाल सकते हैं।

चरण 2: टिक्की का आकार देना

  • हाथ पर थोड़ा सा तेल लगाएँ
  • ताकि मिश्रण हाथ में न चिपके।
  • मिश्रण की लोइयां बनाएं
  • मिश्रण से छोटी-छोटी लोइयां बनाएं।
  • टिक्की का आकार दें
  • हर लोई को हाथ से दबाकर गोल और चपटी टिक्की का आकार दें।
  • –चाहें तो बीच में हल्का सा गड्ढा भी बना सकते हैं ताकि क्रिस्पीनेस अच्छे से आए।

चरण 3: फ्राई करने की विधि

  • तवा या कढ़ाई गर्म करें
  • फ्राइंग के लिए घी, मूंगफली का तेल या व्रत में उपयोग होने वाला तेल लें।
  • धीमी आंच पर कढ़ाई में तेल गर्म करें।
  • टिक्की डालें और सेकें
  • जब तेल मध्यम गर्म हो जाए, तब 2-3 टिक्की एक बार में डालें।
  • धीमी आंच पर दोनों तरफ से गोल्डन ब्राउन होने तक सेंकें।
  • टिशू पेपर पर निकालें
  • तैयार टिक्कियों को एक प्लेट में टिशू पेपर पर निकालें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।

चरण 4: टिक्की को कुरकुरी बनाने के टिप्स

  • आंच बहुत तेज न हो वरना बाहर से जल जाएगी और अंदर कच्ची रह जाएगी।
  • आटे की मात्रा बैलेंस रखें – न ज्यादा न कम।
  • टिक्की को सेकते समय बार-बार न पलटें, एक साइड पूरी तरह सिकने के बाद ही पलटें।
  • चाहें तो टिक्की को तवे पर कम तेल में भी सेंक सकते हैं, इससे यह हेल्दी भी बनेगी।

चरण 5: फलाहारी आलू टिक्की सर्व करने के तरीके

  • हरे धनिए और पुदीने की व्रत वाली चटनी के साथ।
  • 2. मीठी दही और सेंधा नमक डालकर चाट स्टाइल में।
  • 3. अनार के दानों और कद्दूकस नारियल से सजाकर।

1. परोसने के लोकप्रिय तरीके

1 हरी धनिया-पुदीना चटनी के साथ

व्रत के दौरान सेंधा नमक डालकर बनाई गई हरी चटनी से टिक्की का स्वाद दोगुना हो जाता है।

इसमें नींबू रस, हरा धनिया, पुदीना, हरी मिर्च, सेंधा नमक और दही डाला जा सकता है।

2 फलों के साथ प्लेटिंग

टिक्की को अनार, सेब और पपीते के टुकड़ों के साथ सजाकर प्लेटिंग करने से यह अधिक आकर्षक लगती है।

यह तरीका व्रत में ऊर्जा देने वाला और रिच लुक देने वाला होता है।

3 फलाहारी दही चाट स्टाइल

टिक्की को दही, सेंधा नमक, जीरा पाउडर, हरा धनिया और अनार के साथ चाट स्टाइल में सर्व किया जा सकता है।

2. टिक्की में वैरायटी कैसे लाएँ?

1 मूंगफली मिश्रण भरकर

टिक्की के अंदर रोस्टेड मूंगफली पाउडर, थोड़ा सेंधा नमक और जीरा मिलाकर भरावन तैयार की जा सकती है

इससे कुरकुरेपन और स्वाद में एक नया ट्विस्ट आता है।

2 शकरकंद और अरबी के साथ मिश्रण

उबली हुई शकरकंद या अरबी को आलू के साथ मिलाकर टिक्की का स्वाद और पाचन योग्यता बढ़ाई जा सकती है।यह व्रत के लिए हल्का और लाभकारी रहता है।

2-3 राजगिरा पाउडर या सिंघाड़ा आटे के साथ कवरिंगआलू टिक्की के ऊपर राजगिरा आटा या सिंघाड़ा आटा लगाकर क्रिस्पी लुक और टेस्ट लाया जा सकता है।

यह टिक्की को एक नया बनावट और रंग देता है।

3. रेस्टोरेंट स्टाइल प्रेजेंटेशन टिप्स

आइटमकैसे परोसें? सुझाव
टिक्की + चटनीप्लेट में गोल टिक्की के ऊपर हरी चटनी की धार दें ऊपर से अनार छिड़कें
टिक्की चाट स्टाइलदही, चटनी, सेंधा नमक और अनार के साथ बाउल में परोसें धनिया पत्तियों से सजाएं
मिनी टिक्की छोटी गोल टिक्की बनाकर टूथपिक में लगाएं बच्चों के लिए उपयुक्त

4. विशेष सुझाव

हेल्दी और प्रेजेंटेबल बनाने के लिए

कम तेल में सेंकना:-नॉन-स्टिक पैन या एयर फ्रायर में कम तेल का उपयोग करके इसे और अधिक हेल्दी बनाया जा सकता है।

व्रत के मसालों का संतुलन:-सेंधा नमक, काली मिर्च, सूखा धनिया पाउडर, नींबू रस का सही अनुपात टिक्की को स्वादिष्ट और पाचक बनाता है।

व्रत के हिसाब से बदलाव:-कुछ लोग फलों के साथ ही व्रत रखते हैं, ऐसे में टिक्की को सिर्फ आलू और सेंधा नमक के साथ भी तैयार किया जा सकता है।

फ्लहारी आलू टिक्की रेसिपी – विशेष प्रकार और नवाचार

1. सिंघाड़ा आटा टिक्की

  • मुख्य सामग्री: उबले आलू, सिंघाड़ा आटा, सेंधा नमक, हरी मिर्च, अदरक।
  • विशेषता: सिंघाड़ा आटा व्रत के लिए उपयुक्त होता है और पचने में आसान होता है।
  • फायदा: इसमें फाइबर अधिक होता है जिससे पाचन सही रहता है।

2. राजगिरा आलू टिक्की

  • मुख्य सामग्री: आलू, राजगिरा आटा, मूंगफली पाउडर, धनिया पत्ती।
  • विशेषता: राजगिरा आटा प्रोटीन व कैल्शियम से भरपूर होता है, टिक्की को कुरकुरी बनाता है।
  • नवाचार: इसे दही के साथ चाट स्टाइल में भी परोसा जा सकता है।

3. कद्दू-आलू फलाहारी टिक्की

  • मुख्य सामग्री: उबला सफेद कद्दू, आलू, सिंघाड़ा आटा।
  • विशेषता: कद्दू से बनी टिक्की हल्की और मीठी स्वाद में होती है, व्रत में ऊर्जा देती है।
  • ट्विस्ट: इसमें सेंधा नमक और सौंठ पाउडर मिलाकर तीखा-मीठा स्वाद लाया जा सकता है।

4. मूंगफली आलू टिक्की

  • मुख्य सामग्री: उबले आलू, भुनी हुई मूंगफली दरदरी पिसी हुई, हरी मिर्च।
  • विशेषता: मूंगफली से टिक्की में क्रंच आता है और यह प्रोटीन रिच भी होती है।
  • टिप: घी में धीमी आंच पर सेंकें, स्वाद दोगुना होगा।

5. लौकी-आलू फलाहारी टिक्की

  • मुख्य सामग्री: कद्दूकस की हुई लौकी, आलू, सिंघाड़ा आटा।
  • विशेषता: लौकी शरीर को ठंडक देती है और फाइबर से भरपूर होती है।
  • नवाचार: इसे नारियल की चटनी के साथ परोसा जा सकता है।

6. मखाना-आलू टिक्की

  • मुख्य सामग्री: कुटे मखाने, आलू, सेंधा नमक, जीरा।
  • विशेषता: मखाना पचने में आसान और कैल्शियम से भरपूर होता है।
  • फ्यूजन: मखाना टिक्की को हरी चटनी और फलाहारी रायते के साथ सर्व करें।

7. स्वीट पोटैटो (शकरकंद) टिक्की

  • मुख्य सामग्री: उबली शकरकंद, सिंघाड़ा आटा, सेंधा नमक।
  • स्वाद: हल्का मीठा, कुरकुरा।
  • फायदे: डायबिटिक लोगों के लिए बेहतर विकल्प।

8. फलाहारी टिक्की बर्गर (नवाचार)

  • विचार: टिक्की को व्रत वाले बर्गर बन में रखें, बीच में खीरे, दही और व्रत वाली चटनी डालें।
  • स्वाद: मॉडर्न और स्वादिष्ट।

9. टिक्की रोल (फलाहारी स्टाइल)

कैसे बनाएं: व्रत का पराठा बनाकर उसमें टिक्की, हरी चटनी, ककड़ी, सेंधा नमक डालकर रोल बना लें।

उपयोग: व्रत में यात्रा या ऑफिस ले जाने के लिए बेहतरीन।

10. फलाहारी टिक्की चाट

सजावट: टिक्की को दही, अनार, सेंधा नमक, हरी चटनी व सौंठ से सजाकर चाट के रूप में परोसें।

फ्यूजन: परंपरा और स्ट्रीट फूड का संगम।

कुछ रचनात्मक और स्वास्थ्यवर्धक नवाचार

नवाचारविशेषता
एयर फ्रायर में बनानाकम तेल, हेल्दी टिक्की
घी की जगह नारियल तेल डाइजेस्टिव और सुगंधित
हर्ब मिक्स डालना तुलसी, पुदीना पाउडर से इम्युनिटी बूस्ट
चिया सीड मिक्सप्रोटीन व फाइबर युक्त
उबली सब्ज़ियों का मिश्रणस्वाद व पोषण में बढ़ोतरी

फलाहारी आलू टिक्की रेसिपी – के साथ परोसे जाने वाले फलाहारी साइड डिश और पेय

1. फलाहारी हरी चटनी (सांभर और व्रत के अनुसार)

सामग्री:

धनिया पत्ते – 1 कप

पुदीना पत्ते – ½ कप

सेंधा नमक – स्वाद अनुसार

नींबू रस – 1 छोटा चम्मच

हरी मिर्च – 1भुना जीरा – ½ छोटा चम्मच

दही (ऐच्छिक) – 2 छोटे चम्मच

विधि:

1. सारी सामग्री को मिक्सर में पीसकर बारीक चटनी बना लें।

2. उपवास के अनुसार यदि दही वर्जित हो तो छोड़ सकते हैं।

3. चटनी को ठंडा करके टिक्की के साथ परोसें।

2. फलाहारी रायता – साबूदाना और दही से

सामग्री:

भिगोया हुआ और उबला हुआ साबूदाना – ½ कप

दही – 1 कप

सेंधा नमक – स्वाद अनुसार

भुना जीरा पाउडर – ½ छोटा चम्मच

बारीक कटा धनिया – 1 चम्मच

विधि:1. दही को अच्छे से फेंट लें।

2. उसमें साबूदाना, सेंधा नमक, जीरा और धनिया मिलाएँ।

3. यह रायता आलू टिक्की के साथ ठंडा-ठंडा बहुत अच्छा लगता है।

3. पेय: नींबू-पुदीना जलजीरा (फलाहारी स्टाइल)

सामग्री:

नींबू का रस – 2 चम्मच

पुदीना पेस्ट – 1 चम्मच

सेंधा नमक – स्वाद अनुसार

भुना जीरा – ½ चम्मच

ठंडा पानी – 1 गिलास

विधि:1. सभी सामग्री को अच्छी तरह मिक्स करें।

2. स्वाद के अनुसार बर्फ डाल सकते हैं।

3. उपवास में यह एक एनर्जेटिक और स्वादिष्ट पेय है।

4. फलाहारी फल सलाद – टिक्की के साथ हल्का मीठा संग

सामग्री:

कटे हुए केले, सेब, अनार – 1 कप

शहद – 1 चम्मच

नींबू रस – ½ चम्मच

सेंधा नमक – एक चुटकी

दालचीनी पाउडर – ऐच्छिक

विधि:1. सभी फलों को एक बाउल में मिलाएँ।

2. ऊपर से शहद और नींबू रस डालें।

3. उपवास में यह हल्का मीठा फलाहारी डिश टिक्की के साथ बहुत अच्छा लगता है।

टिक्की थाली सजावट सुझाव:

1. टिक्की – बीच में रखी जाए।

2. हरी चटनी – एक बाउल में बगल में।

3. साबूदाना रायता – एक साइड में।

4. फल सलाद – रंगीनता के लिए एक कोने में।

5. पेय – नींबू जलजीरा गिलास में परोसा जाए।

टिप्स:

सभी चीज़ें सेंधा नमक से बनी हों ताकि उपवास नियमों का पालन हो।

बर्फ का प्रयोग सीमित करें यदि आप व्रत में ठंडी चीज़ों से बचते हैं।

इन साइड डिश को पहले से तैयार करके फ्रिज में ठंडा कर लें ताकि टिक्की के साथ तुरंत परोसी जा सके।

फलाहारी आलू टिक्की का पोषण मूल्य

पोषक तत्व मात्रा (1 टिक्की में)
ऊर्जा100-120 kcal
कार्बोहाइड्रेट 15-18 g
प्रोटीन2-3 g
वसा4-6 g
फाइबर1.5 g
पोटैशियम 250 mg
सोडियम150 mg
आयरन0.5 mg
विटामिन C 3 mg
मैग्नीशियम15 mg

नोट: यह मान सामान्य सामग्री और तेल के उपयोग के आधार पर अनुमानित हैं।

फलाहारी आलू टिक्की के स्वास्थ्य लाभ

फलाहारी टिक्की सिर्फ स्वाद में ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य में भी लाभकारी होती है। नीचे इसके प्रमुख स्वास्थ्य लाभ दिए गए हैं:

1. उच्च ऊर्जा स्रोत

व्रत के समय शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है। आलू व साबूदाना जैसे तत्वों से बनी टिक्की ऊर्जा देने में सहायक होती है।

2. पाचन तंत्र के लिए उपयोगी

सेंधा नमक और अदरक जैसे मसाले पाचन क्रिया को दुरुस्त रखते हैं।साबूदाना में मौजूद स्टार्च गैस व अपच में राहत देता है।

3. ग्लूटन-फ्री स्नैक

यह टिक्की गेहूं रहित (ग्लूटन-फ्री) होती है, इसलिए सीलिएक रोगियों के लिए भी उपयुक्त है।

4. हृदय स्वास्थ्य

मूंगफली या सिंघाड़े के आटे में पाए जाने वाले अच्छे वसा (Good fats) हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

5. वजन नियंत्रित करने में सहायक

यदि तेल की मात्रा सीमित हो और टिक्की को shallow fry किया जाए, तो यह एक नियंत्रित कैलोरी वाला स्नैक बन सकता है।

6. ब्लड शुगर स्तर को बनाए रखने में सहायक

फलाहारी टिक्की में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले तत्व होते हैं, जिससे रक्त शर्करा का स्तर जल्दी नहीं बढ़ता।

FAQs: फलाहारी आलू टिक्की से जुड़े सामान्य प्रश्न

Q1. क्या फलाहारी आलू टिक्की व्रत में खा सकते हैं?

उत्तर:

हां, इसमें उपवास में उपयोग होने वाली सामग्री जैसे सेंधा नमक, साबूदाना, मूंगफली, सिंघाड़ा आटा आदि का प्रयोग होता है।

Q2. क्या इसे बिना तले भी खाया जा सकता है?

उत्तर:

हां, आप इसे एयर फ्रायर, तवा शैलो फ्राई या बेक करके भी बना सकते हैं।

Q3. क्या यह टिक्की डाइबिटीज़ रोगियों के लिए उपयुक्त है?

उत्तर:

सीमित मात्रा में, shallow fry करने पर और बिना मीठे के, डायबिटिक रोगी इसे खा सकते हैं। फिर भी डॉक्टर की सलाह लें।

Q4. क्या यह टिक्की वजन घटाने में मदद करती है?

उत्तर:

यदि इसे कम तेल में बनाया जाए और सीमित मात्रा में खाया जाए, तो यह हेल्दी स्नैक ऑप्शन बन सकती है।

Q5. टिक्की को कितने समय तक स्टोर कर सकते हैं?

उत्तर:

कच्ची टिक्की को फ्रीजर में 3-4 दिन तक स्टोर कर सकते हैं। पकी हुई टिक्की को 1 दिन फ्रिज में और 2 घंटे बाहर रखें।

Q6. बच्चों के लिए फलाहारी टिक्की देना सुरक्षित है?

उत्तर:

हां, यह बच्चों के लिए भी पौष्टिक होती है। मसाले सीमित रखें और shallow fry करें।

Q7. कौन-कौन सी वैरायटी बन सकती है?

उत्तर:

  • पनीर फलाहारी टिक्की
  • राजगिरा टिक्की
  • सिंघाड़ा-शकरकंद टिक्की
  • आलू-कद्दू फलाहारी टिक्की

Q8. क्या इस टिक्की को ब्रेकफास्ट या डिनर में खा सकते हैं?

उत्तर:

हां, आप इसे व्रत के समय सुबह नाश्ते या रात के भोजन में खा सकते हैं।

Q9. क्या यह टिक्की फ्रीज करके बाद में भी बनाई जा सकती है?

उत्तर:

हां, टिक्की की टिक्की को पहले से बनाकर फ्रीज करें और व्रत के दिन फ्राय करें।

Q10. क्या इसे तंदूर या ओवन में बना सकते हैं?

उत्तर:

हां, 180°C पर 12-15 मिनट तक बेक करने से यह कुरकुरी बनती है।

निष्कर्ष

फलाहारी आलू टिक्की न सिर्फ उपवास में स्वाद और ऊर्जा का बेहतरीन स्त्रोत है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिहाज से भी फायदेमंद है। इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर को संतुलित पोषण, ऊर्जा और पाचन शक्ति प्रदान करते हैं। आप इसे बच्चों, बुजुर्गों और व्रतधारियों सभी के लिए एक आदर्श फलाहारी व्यंजन मान सकते हैं।

Leave a comment

Recipe Rating