स्वादिष्ट केला के कंद का सब्जी
केला के कंद की सब्ज़ी का परिचय
(चय:केले का कंद, जिसे हिंदी में “थोड़ी” या “कच्चा तना” भी कहा जाता है, पौधे का वह हिस्सा होता है जो मिट्टी के नीचे या पास रहता है। यह हिस्सा रेशेदार, सख्त और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। भारत के कई राज्यों में, विशेषकर बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और दक्षिण भारत में केले के कंद की सब्ज़ी पारंपरिक व्यंजनों में गिनी जाती है।
यह सब्ज़ी स्वाद में हल्की कसैली और मिट्टी जैसी सोंधी महक लिए होती है। सही मसालों और विधि से तैयार की गई केला कंद की सब्ज़ी न सिर्फ स्वादिष्ट होती है, बल्कि शरीर को कई प्रकार के रोगों से बचाने में सहायक भी होती है।-
खास बातें:यह सब्ज़ी किडनी स्टोन, पाचन विकार, मधुमेह और बवासीर जैसी समस्याओं में लाभकारी मानी जाती है।इसे चना दाल, सरसों के बीज, अदरक, लहसुन और टमाटर के साथ पकाया जाता है जिससे स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ जाती है।उपवास और व्रत के दिनों में भी इसकी हल्की सब्ज़ी बनाई जाती है।–

Table of Contents

केला के कंद का सब्जी
Ingredients
- 250 ग्राम केला के कांड
- 5 ग्राम सरसों (पीला)
- 10 ग्राम लहसुन
- 5 ग्राम गोल मिर्च पाउडर
- 10 ग्राम लाल मिर्च पाउडर
- 5 ग्राम हल्दी पाउडर
- 2 ग्राम पंचफोरन
- 5 ग्राम फिश मसाला
- 100 ग्राम सरसों तेल
- 1 पीस टमाटर
- 20 ग्राम धनिया पत्ता
- 2 tbsp नमक स्वाद अनुसार
Instructions
- केला के कंद का सब्जी बनाने का कुकिंग निर्देश केला के कंद का सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले एक केला के पेड़ को जमीन से जड़ सहित खोदकर निकाल ले,पेड़ से ताना काटकर जड़ से अलग कर ले, जड़ वाले भाग को पानी से अच्छे से धो ले फिर जड़ को चाकू से छील ले ,सफेद रंग का कंद दिखाई देगा उस कंद बाले भाग को पानी से अच्छी तरह धो ले फिर काटकर अलग बर्तन मे निकाल कर रख लेअब कटे हुए केला के कंद को एक-एक इंच का पनीर जैसा टुकड़ा के तरह काट लेना है फिर कटे हुए टुकड़े को पानी से दो बार अच्छी तरह से धो लेना है धोने के बाद एक हांडी मे पानी डालकर उबलने के लिए चूल्हा जलाकर उस पर चढ़ा दे तब तक उबालना है जब तक वह पक नहीं जाए,जब पक जाए तो चूल्हा बंद कर दे पानी को ठंडा होने दे जब ठंडा हो जाए तब बर्तन में से कंद को निकाल कर अकग रख ले।फिर 2 बार पानी से अच्छी तरह धोकर एक बर्तन में रख ले, चूल्हा जलाकर उस पर कराही चढ़ा कर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए, तब उसमें 50 ग्राम सरसों तेल डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे, जब सरसो तेल गर्म हो कर तेल से धुआँ निकलने लगे तब उबले हुए केला के कंद के टुकड़े को डालकर हाफ फ्राई करके एक अलग बर्तन में निकालकर रख ले।ग्राइंडर मशीन चालू करें इसमें सरसों और लहसुन को डालकर अलग-अलग पीसकर अलग अलग प्लेट में निकाल कर रख ले।टमाटर को पानी से धो कर बारीक काट ले, धनिया पत्ता के जड़ काट कर फेक दे फिर पानी से धो कर बारीक काटकर अलग प्लेट में रख लें।चूल्हा पर कराही चढ़ाकर चूल्हा जला ले कराही गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब 50 ग्राम सरसों का तेल डाल दें, सरसो तेल को गर्म होने दे।जब सरसो तेल गर्म हो जाए तब पंचफोरन को डालकर पंचफोरन को चटकने दे, जब पंचफोरन चटक जाये तब पिसा हुआ सरसो और लहसुन को डालकर भुने,5 मिनट तक अच्छे से भूने।5 मिनट बाद फिर हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गोल मिर्च पाउडर, नमक स्वाद अनुसार डालकर चलाए।सभी को अच्छी तरह 10 मिनट तक भूनें, फिर फ्राइ किया हुआ केला कंद को इस में डालकर 5 मिनट तक भुनने के बाद 100 ग्राम गर्म पानी डाल दे, एक उबाल आने के बाद इसमें कटा हुआ टमाटर डालकर,5 मिनट तक खौलने दे,5 मिनट के बाद फिर धनिया के पत्ता से गार्निश करके चूल्हा बंद कर दें। केला के कंद का सब्जी बनकर तैयार है सर्व करें।

केला के कंद का सब्जी बनाने का कुकिंग निर्देश
- केला के कंद का सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले एक केला के पेड़ को जमीन से जड़ सहित खोदकर निकाल ले,पेड़ से ताना काटकर जड़ से अलग कर ले, जड़ वाले भाग को पानी से अच्छे से धो ले फिर जड़ को चाकू से छील ले ,सफेद रंग का कंद दिखाई देगा उस कंद बाले भाग को पानी से अच्छी तरह धो ले फिर काटकर अलग बर्तन मे निकाल कर रख ले
- अब कटे हुए केला के कंद को एक-एक इंच का पनीर जैसा टुकड़ा के तरह काट लेना है फिर कटे हुए टुकड़े को पानी से दो बार अच्छी तरह से धो लेना है धोने के बाद एक हांडी मे पानी डालकर उबलने के लिए चूल्हा जलाकर उस पर चढ़ा दे तब तक उबालना है जब तक वह पक नहीं जाए,जब पक जाए तो चूल्हा बंद कर दे पानी को ठंडा होने दे जब ठंडा हो जाए तब बर्तन में से कंद को निकाल कर अकग रख ले।
- फिर 2 बार पानी से अच्छी तरह धोकर एक बर्तन में रख ले, चूल्हा जलाकर उस पर कराही चढ़ा कर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए, तब उसमें 50 ग्राम सरसों तेल डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे, जब सरसो तेल गर्म हो कर तेल से धुआँ निकलने लगे तब उबले हुए केला के कंद के टुकड़े को डालकर हाफ फ्राई करके एक अलग बर्तन में निकालकर रख ले।
- ग्राइंडर मशीन चालू करें इसमें सरसों और लहसुन को डालकर अलग-अलग पीसकर अलग अलग प्लेट में निकाल कर रख ले।
- टमाटर को पानी से धो कर बारीक काट ले, धनिया पत्ता के जड़ काट कर फेक दे फिर पानी से धो कर बारीक काटकर अलग प्लेट में रख लें।चूल्हा पर कराही चढ़ाकर चूल्हा जला ले कराही गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब 50 ग्राम सरसों का तेल डाल दें, सरसो तेल को गर्म होने दे।
- जब सरसो तेल गर्म हो जाए तब पंचफोरन को डालकर पंचफोरन को चटकने दे, जब पंचफोरन चटक जाये तब पिसा हुआ सरसो और लहसुन को डालकर भुने,5 मिनट तक अच्छे से भूने।
- 5 मिनट बाद फिर हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गोल मिर्च पाउडर, नमक स्वाद अनुसार डालकर चलाए।
- सभी को अच्छी तरह 10 मिनट तक भूनें, फिर फ्राइ किया हुआ केला कंद को इस में डालकर 5 मिनट तक भुनने के बाद 100 ग्राम गर्म पानी डाल दे, एक उबाल आने के बाद इसमें कटा हुआ टमाटर डालकर,5 मिनट तक खौलने दे,5 मिनट के बाद फिर धनिया के पत्ता से गार्निश करके चूल्हा बंद कर दें। केला के कंद का सब्जी बनकर तैयार है सर्व करें।
केला के कंद के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ:
1. गुर्दे (किडनी) के लिए फायदेमंद
- केले के कंद का रस मूत्र विकारों और किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) में उपयोगी माना जाता है।
- यह पेशाब बढ़ाता है (डाययूरेटिक), जिससे विषैले तत्व शरीर से बाहर निकलते हैं।
2. पथरी (Stone) निकालने में सहायक
- केला कंद का रस पथरी को तोड़कर मूत्र मार्ग से निकालने में मदद करता है।
- आयुर्वेद में इसे “व्रिक्कशोधन” के रूप में वर्णित किया गया है।
3. मधुमेह (डायबिटीज) में सहायक
- केला कंद में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है और यह रक्त शर्करा (Blood Sugar) को संतुलित रखने में मदद करता है।
4. पाचन तंत्र को बेहतर बनाए
- इसमें फाइबर अधिक होता है, जिससे कब्ज (constipation) में राहत मिलती है।
- गैस, अपच और एसिडिटी में केला कंद की सब्ज़ी फायदेमंद मानी जाती है।
5. मोटापा घटाने में सहायक
- कंद में कैलोरी कम होती है और यह लंबे समय तक पेट भरा रखने में मदद करता है, जिससे भूख कम लगती है।
- यह वजन कम करने वाले आहार में उपयोग किया जा सकता है।
6. आंतों की सूजन और बवासीर में राहत
- केला कंद का सेवन आंतों की सूजन और बवासीर (piles) के दर्द में आराम देता है।
- यह मल को मुलायम बनाकर आसानी से बाहर निकालने में सहायक होता है।
7. एनीमिया (खून की कमी) में लाभकारी
- केले के कंद में आयरन और अन्य खनिज होते हैं, जो खून की कमी को दूर करने में मदद करते हैं।
8. प्राकृतिक डिटॉक्स (शरीर शुद्धि) के लिए उपयोगी
- केले का कंद शरीर में जमे टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
- यह लिवर और किडनी की सफाई में सहायक है।
9. महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
- मासिक धर्म की अनियमितता, अधिक रक्तस्राव और यूट्रस संबंधित रोगों में केला कंद लाभदायक माना जाता है।
10. कैंसर विरोधी गुण
- केले के कंद में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं।
- यह ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर जैसे कुछ प्रकार के कैंसर में सहायक सिद्ध हो सकता है (अनुसंधान जारी है)।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q:- यह करी कितनी मसालेदार है?
A:- मसालेदारता की स्तर को अपनी पसंद के अनुसार रेड चिली पाउडर की मात्रा को बदलकर समायोजित किया जा सकता है।
Q:- क्या मैं इस करी में सब्जियाँ जोड़ सकता हूँ?
A:- बिल्कुल! आप शिमला मिर्च, आलू जैसी सब्जियाँ जोड़कर रसोई में नए स्वाद और बनावट का प्रयोग कर सकते हैं।
Q:- क्या यह डिश वेजन आहार के लिए उपयुक्त है?
A:- हां, “केला के कंद का सब्जी” पूरी तरह से पौधों से बना है और वेजन आहार के लिए उपयुक्त है।
Q:- मस्टर्ड तेल और भारतीय मसालों को कहाँ से प्राप्त कर सकता हूँ?
A; इस डिश में उपयोग किए गए सभी मसाले सभी तरह के किराना दुकान पर उपलब्ध है जिसे आप ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं

निष्कर्ष:
केले का कंद एक सस्ता, आसानी से मिलने वाला और औषधीय गुणों से भरपूर प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है। इसे अपने नियमित आहार में शामिल कर के आप किडनी, पाचन और वजन जैसे कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।
भारतीय ग्रामीण रसोई में यह एक औषधीय सब्ज़ी मानी जाती है, जो विशेष तौर पर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और शरीर को शुद्ध रखने में मदद करती है। यह न केवल एक व्यंजन है, बल्कि एक “घरेलू औषधि” भी मानी जाती है।