स्वादिष्ट और स्वाद का धनी खाने में लाजवाब पौष्टिक गाजर के हलवा इस विधि से झटपट तैयार कर इस गाजर के हलवा को आसानी से अपने घर में बनाकर इसका लुफ्त अपने परिजन के साथ उठाएं
Table of Contents
गाजर के हलवा का परिचय
उत्तर भारत में हर जगह गाजर के हलवा कहा जाता है और पंजाब में इसे गजरेला नाम से जाना जाता है, सर्दी के मौसम हो और उत्तर भारत में गाजर के हलवा का चर्चा नहीं हो ये संभव नहीं हो सकता है। सर्दियों में ज्यादा मिलने वाला गाजर से यह मीठा व्यंजन तैयार किया जाता है।
यह मिठाई बहुत आकर्षक और स्वादिष्ट होता है, भारत में गाजर के हलवा को विभिन्न तरह से तैयार किया जाता है गाजर के हलवा सर्दियों में हर आयु के लोगों द्वारा इसे पसंद किया जाता है और बहुत चाव से खाया जाता है। गाजर के हलवा को बच्चे बहुत ज्यादा खाना पसंद करते हैं, बच्चों के पसंद के मामले मे यह व्यंजन प्रथम स्थान रखता है।
घर के महिलाओं द्वारा गाजर के हलवा बनाकर परोसा जाता है लेकिन घर वाले द्वारा हमेशा शिकायत रहता है कि बाजार में मिलने वाले गाजर के हलवा जैसा स्वादिष्ट नहीं बन पाया है उनके शिकायत को दूर करने के लिए इस व्यंजन में आसान तरीका बताया गया है, गाजर के हलवा बहुत कम सामग्री से और झटपट बहुत कम समय में बनकर तैयार हो जाता है, उत्तर भारत में बड़े होटल, रेस्टोरेंट,मिठाई के दुकान, हलवाई के दुकान हर जगह आपको गाजर का हलवा आसानी से मिल जाएगा, यह हलवा स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक भी होता है।
मेरे व्यंजन
मेरे व्यंजन गाजर के हलवा में हलवा बनाने के दो विधि को बताया गया है जिसमें गाजर को कद्दूकस किए बिना हलवा तैयार करना और फिर कद्दूकस करके हलवा तैयार करना शामिल है जो संयुक्त रूप से दोनों विधि में शामिल है वह गाजर दूध घी चीनी है जो इस हलवा को तैयार करने का बेसिक सामग्री है गाजर से गाजर के खीर, गाजर के बर्फी और गाजर के हलवा इत्यादि उत्तर भारत में इसे बहुत पसंद किया जाता है, गाजर को लोग कच्चे सलाद में भी खाना बहुत पसंद करते हैं इसलिए गाजर को सलाद में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।
मेरे व्यंजन में गाजर के हलवा को बहुत कम सामग्री से बहुत कम समय में बहुत स्वादिष्ट बनाया गया है जिस विधि से आप घर आए मेहमान को इस विधि से गाजर के हलवा बनाकर पारोसेंग तो इसे खाकर आपके पाक कला का बहुत प्रशंसा करेंगे आपके घर के बच्चे इस व्यंजन को बार-बार बनाने के लिए आपसे अनुरोध करेंगे क्योंकि बच्चों को यह व्यंजन बहुत ज्यादा पसंद है मेरा आगरा है कि इस विधि से अपने घर पर एक बार जरूर गाजर के हलवा बनाकर इस मनमोहक व्यंजन का लुफ्त उठाएं।
मेरे व्यंजन में गाजर, दूध, चीनी, देसी घी और ड्राई फ्रूट का अच्छा से उपयोग करके एक बेहतरीन व्यंजन बनाने का कोशिश किया है इस व्यंजन को अपने घर पर एक बार जरूर बनाकर उपयोग करें
INGREDIENT
- 1 kg गाजर
- 700 ग्राम दूध
- 5 चम्मच देसी घी
- 200 ग्राम चीनी अपने अनुसार काम ज्यादा कर सकते हैं
- 2 चम्मच भीनेगर
- 50 ग्राम काजू
- 50 ग्राम बादाम
- 50 ग्राम किशमिश
- 5 पीस हरा इलायची
गाजर के हलवा बनाने से पहले तैयारी
गाजर को छीलकर पानी से धोकर जड़ और आधार पहले काटकर फेंक दें फिर एक गाजर के तीन भाग में काट ले, 2 चम्मच भीनेगर में 1/2 ग्लास पानी मिलाकर एक घोल बना ले, काजू और बादाम को 2 भाग में काट ले
गाजर के हलवा बनाने के कुकिंग निर्देश
Step 1
गाजर के हलवा बनाने के लिए सबसे पहले प्रेशर कुकर में कटे हुए गाजर,200 ग्राम दूध, 1 चम्मच देसी घी,हरा इलायची को मुंह खोलकर और चीनी डालकर अच्छा से मिला ले।
Step 2
जब सब सामग्री अच्छा से मिल जाए तो प्रेशर कुकर के ढक्कन बंद करके चूल्हा जलाकर मध्य आंच पर प्रेशर कुकर को चढ़ा कर 3 सीटी लगने दे, जब 3 सिटी लग जाए तब चूल्हा पर से प्रेशर कुकर को उतार कर प्रेशर कुकर को ठंडा होने के लिए अलग रख दे।
Step 3
अब चूल्हा पर पतिला चढ़ा कर इसमें बाकी बचें दूध डालकर एक उबाल आने दे, जब दूध में एक उबाल आ जाए तब चूल्हा बंद कर दे दूध को 20% तक ठंडा होने दे।
Step 4
जब दूध 20% तक ठंडा हो जाए तब भीनेगर वाला घोल एक-एक चम्मच दूध में डालते जाए और दूध को चलाते रहे तब तक भीनेगर वाला घोल डालते रहे जब तक की दूध फटकर पानी से अलग नजर नहीं आने लगे,जब दूध फटकर पानी से अलग नजर आने लगे तब भीनेगर डालना बंद कर दे।
Step 5
अब एक बर्तन के ऊपर साफ सूती कपड़ा डालकर फटे हुए छेना को डालें फिर 2 से 3 बार साफ पानी से छेना को धो ले ताकि भीनेगर का गंध छेना से खत्म हो जाए।
Step 6
अब छेना वाले सूती कपड़ा को हाथ से दबाकर एक्स्ट्रा पानी निकाले फिर एक जगह इसका पोटली बनाकर छेना से एक्स्ट्रा पानी निकलने के लिए इसे टांग दे।
Step 7
प्रेशर कुकर ठंडा हो गया हो तो प्रेशर कुकर को खोलकर एक बड़ा चम्मच के सहारे गाजर को दर-दरा के तरह कुचल ले फिर प्रेशर कुकर से निकालकर अलग बर्तन में रख ले।
Step 8
चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब 2 चम्मच देसी घी डालकर देसी घी को गर्म होने दे।
Step 9
जब देसी घी गर्म हो जाए तब काजू और बादाम को डालकर हाफ फ्राई करके 1/2 भाग निकल कर अलग रख ले, फिर गाजर के तैयार पेस्ट को डालकर अच्छा से चला कर 2 से 3 मिनट तक भूने।
Step 10
2 से 3 मिनट तक भूनने के बाद भी नमी बना हुआ है तो फिर 3 से 4 मिनट तक भूनकर ड्राई होने दे ध्यान रखें की बीच-बीच में चलाते रहे जले नहीं,जब हलवा ड्राई हो जाए तब 2 चम्मच देसी घी 1/2 भाग किशमिश डालकर अच्छा से चला कर मिक्स करें।
Step 11
जब देसी घी और किशमिश अच्छा से मिल जाए तब कपड़ा में टांगे गाया छेना को निकाल कर उसमें से एक चम्मच छेना अलग निकाल कर रख दे बाकी डालकर चम्मच से चला कर अच्छा से मिक्स करें चूल्हा बंद कर दे, अब बाकी बचे काजू,किशमिश, बादाम और छेना से गार्निश कर गाजर के हलवा को सर्व करें।
गाजर के हलवा
गाजर के हलवा 2
बेहद स्वादिष्ट गाजर के हलवा को इस विधि से बनाकर अपने घर आए मेहमान को परोसेंगे तो वह आपकी हलवा का गुणगान करते नहीं थकेंगे, आपके बच्चे इसे बहुत पसंद करेंगे और हमेशा इसको बनाने का आपसे अनुरोध करेंगे।आप अपने बच्चों के अनुरोध पर सप्ताह में एक बार जरूर इस व्यंजन को बनना पसंद करेंगे
INGREDIENT
- 1kg गाजर
- 200 ग्राम मावा
- 200 ग्राम चीनी अपने पसंद के अनुसार कम ज्यादा कर सकते हैं
- 200 ग्राम दूध
- 4 चम्मच देसी घी
- 25 ग्राम काजू
- 25 ग्राम बादाम
- 25 ग्राम किशमिश
- 1/2 चम्मच इलायची पाउडर
गाजर के हलवा बनाने से पहले तैयारी
गाजर को पानी से धोकर छील ले फिर जड़ और आधार काटकर फेंक दे, गाजर को कद्दूकस करके अलग बर्तन में रख ले, काजू को 2 भाग में काट ले, बादाम को लंबा में काट ले।
गाजर के हलवा बनाने के कुकिंग निर्देश
Step 1
गाजर के हलवा बनाने के लिए सबसे पहले चूल्हा जलाकर उसे पर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे जब कराही गर्म हो जाए तब देसी घी डालकर देसी घी को गर्म होने दे।
Step 2
जब देसी घी गर्म हो जाए तब कद्दूकस किए गए गाजर को डालकर मध्य आंच कर दे फिर गाजर को चम्मच से चला कर 2 मिनट तक भूने फिर ढक्कन से ढककर 5 मिनट तक पकने दे।
Step 3
5 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चम्मच से चलाएं देखेंगे कि गाजर पानी छोड़ना शुरू कर दिया है तो फिर ढक्कन से ढककर 5 मिनट तक पकने दे, 5 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चम्मच से चलाएं और अभी गाजर ड्राई नहीं हुआ तो ढक्कन से ढककर 5 मिनट तक और पकने दे।
Step 4
5 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चीनी डालकर चम्मच से चला कर चीनी को अच्छी तरह गाजर में मिक्स करें फिर ढक्कन से ढककर 3 से 4 मिनट तक पकने दे।
Step 5
3 से 4 मिनट बाद देखेंगे कि चीनी पिघलने के बाद गाजर में अभी नमी बन गया है तो बिना ढक्कन से ढके खुले पकने दे, जब गाजर ड्राई होने लगे तब दूध डालकर अच्छा से चम्मच से चला कर मिक्स करें फिर ढक्कन से ढककर 5 मिनट तक पकने दे।
Step 6
इसी बीच दूसरे चूल्हा को जलाकर इस पर फ्राई पैन चढ़ा कर फ्राई पैन को गर्म होने दे जब फ्राई पैन गर्म हो जाए तब मावा को हाथ से मसल कर डाले और चम्मच से चलाकर भूने जब मावा से घी निकालने लगे तब चूल्हा बंद कर दे।
Step 7
पक रहे गाजर वाले कराही के ढक्कन हटाकर मावा,कटे हुए ड्राई फ्रूट्स और इलायची पाउडर डालकर चम्मच से चला कर गाजर में अच्छा से मिक्स करें फिर चूल्हा बंद कर दे तैयार गाजर के हलवा को ड्राई फ्रूट्स से गार्निश कर सर्व करें।
गाजर के हलवा के स्वास्थ्य संबंधी लाभ
- गाजर का उपयोग करना आंखों के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है क्योंकि गाजर में प्रचुर मात्रा में बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो शरीर में जाकर विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है जो आंख के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है बीटा के रूटीन तेज धूप से होने वाले नुकसान से आंख को बचाता है।
- गाजर में विटामिन सी पाया जाता है जो शरीर में एंटीबॉडीज बनाने में सहायता करता है जो शरीर की मिट्टी सिस्टम को मजबूत करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकास करता है जिससे कई रोगों से हम लोग लड़ने में सक्षम होते हैं और कई रोग से बच सकते हैं।
- गाजर में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो पेट के समस्या के लिए अच्छा माना जाता है गाजर का उपयोग करने से कब्ज जैसे समस्या से निजात पाया जा सकता है।
- गाजर में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और कैलोरी के मात्रा कम पाया जाता है जिस वजह से वजन कम करने वाले व्यक्ति को अपने आहार में गाजर को शामिल करना लाभदायक हो सकता है क्योंकि फाइबर पेट को भरा हुआ महसूस कराआता है जिस कारण भूख कम लगता है भूख का ज्यादा लगना मोटापा का एक प्रमुख कारण माना जाता है।
- गाजर के सेवन करने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी लाभदायक हो सकता है क्योंकि गाजर मे मौजूद पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है इसलिए रक्तचाप से पिड़ीत व्यक्ति को अपने आहार में गाजर को शामिल करना चाहिए।
- गाजर में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो दांत के स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है जो मसूड़े को मजबूत करने के साथ ही दांत को चमकीला भी बनता है।
Related recipes
FAQs गाजर के हलवा के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर
Q1. गाजर के हलवा बनाने के लिए देसी घी का उपयोग करना क्या जरूरी है
A हां गाजर के हलवा बनाने के लिए सिर्फ देसी घी का ही उपयोग किया जाता है अन्य खाद्य तेल में इसे नहीं बनाया जाता है
Q2. गाजर के हलवा बनाने में क्या ड्राई फ्रूट्स को मिलना जरूरी है
A नहीं गाजर के हलवा में ड्राई फ्रूट्स मिलाना कोई जरूरी नहीं अगर आप ड्राई फ्रूट्स को पसंद नहीं करते हैं तो इसका उपयोग नहीं करें।
Q3. गाजर के हलवा को कितना दिन तक स्टोर किया जा सकता है
A गाजर के हलवा को फ्रिज में 4 से 5 दिन तक स्टोर करके रख सकते हैं।
Q4. गाजर के हलवा बनाने के लिए दूध का उपयोग करना क्या जरूरी है
A हां गाजर के हलवा बनाने के लिए दूध एक जरूरी घटक है इसलिए दूध के बिना गाजर के हलवा अच्छा नहीं बनेगा।
Q5. गाजर के हलवा को ज्यादा दिन तक कैसे स्टोर किया जा सकता है
A गाजर के हवा को ज्यादा दिन तक स्टोर करने के लिए बनने के बाद ठंडा हो जाने पर कांच के कंटेनर में एयर टाइट करके रख फिर इसे फ्रीज में तीन से चार सप्ताह तक स्टोर कर सकते हैं