स्वाद में पौष्टिक खाने में मजेदार शाकाहारियों की पहली पसंद पनीर भुर्जी आप इस खास विधि से बनाकर घरवाले को खिलाएंगे तो घर वाले मांग मांग कर खाएंगे और बार-बार इसे बनाने का आप से अनुरोध करेंगे।

पनीर भुर्जी का परिचय
पनीर का अर्थ है भारतीय पनीर से है भारत में सरकारियों में सबसे ज्यादा पनीर को पसंद किया जाता है मांसाहारियों मे जिस तरह अंडा का भुर्जी बहुत लोकप्रिय है ठीक उसी तर्ज पर शाकाहारियों में पनीर भुर्जी अपना लोकप्रिय स्थान रखता है, पनीर से कई तरह का व्यंजन बनाया जाता है जो खास लोकप्रिय व्यंजन है,पनीर भूर्जी भी उन खास पनीर के व्यंजन में से एक लोकप्रिय है जिसे आप सुबह के नाश्ता से दोपहर के भोजन से लेकर रात के खाना तक में प्रयोग कर सकते हैं।
पनीर के इस डिस को अन्य खाने के साथ भी सहायक व्यंजन के रूप में इसे परोस सकते हैं भुर्जी दो तरह से बनाया जाता है एक सुखी और एक ग्रेवी के साथ बनाया जाता है आज हम ग्रेवी वाले प भुर्जी बनाने का आसान विधि का चर्चा कर रहे हैं।पनीर के लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि भारत में शादी विवाह और अन्य आयोजन में बड़े पैमाने पर पनीर का उपयोग किया जाता है, हर अवसर पर आप पाएंगे कि खाने के मीनू में पनीर का एक मीनू निश्चित रूप से है।
पनीर भुर्जी का इतिहास
पनीर भुर्जी उत्तर भारत की एक लोकप्रिय और झटपट बनने वाली पनीर-आधारित डिश है, जिसका इतिहास भारत की रसोई और पनीर के विकास से गहराई से जुड़ा हुआ है। इसका मूल प्रेरणा स्रोत “अंडा भुर्जी” मानी जाती है, जो ब्रिटिश औपनिवेशिक काल में भारतीय स्ट्रीट फूड संस्कृति में लोकप्रिय हुई। जैसे ही भारत में शाकाहारी लोगों की संख्या को देखते हुए अंडे के स्थान पर पनीर का प्रयोग शुरू हुआ, पनीर भुर्जी का जन्म हुआ।
1. पनीर का भारतीय इतिहास और पनीर भुर्जी का उद्भव
पनीर का ज़िक्र भारतीय उपमहाद्वीप के कई ऐतिहासिक स्रोतों में मिलता है, लेकिन इसका व्यवस्थित उपयोग 16वीं–17वीं शताब्दी में मुग़ल काल के दौरान अधिक बढ़ा।
पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में पनीर का उपयोग रोज़मर्रा के भोजन में होने लगा।
20वीं शताब्दी के मध्य में जब भारतीय ढाबा और स्ट्रीट फूड संस्कृति का विकास हुआ, तब अंडा भुर्जी के शाकाहारी विकल्प के रूप में “पनीर भुर्जी” का निर्माण हुआ।
2. ढाबा कल्चर और पनीर भुर्जी की लोकप्रियता
1960–70 के दशक में राष्ट्रीय राजमार्गों पर पंजाब और हरियाणा के ढाबों में पनीर भुर्जी तेज़ी से प्रसिद्ध हुई।
ट्रक ड्राइवर और यात्री इसे जल्दी बनने वाला, पेट भरने वाला और स्वादिष्ट व्यंजन मानते थे।
ढाबों में पनीर भुर्जी अक्सर बटर, हरी मिर्च, प्याज़, टमाटर और ताज़ा धनिया के साथ तवे पर बनती थी, जिसे ताज़ा तंदूरी रोटी या पराठे के साथ परोसा जाता था।
3. रेस्टोरेंट और घरों में अपनाना
1980–90 के दशक में शहरी रेस्तरां और घरों में भी यह भुर्जी आम हो गई।
इसे सुबह के नाश्ते, दोपहर के लंच और रात के डिनर—हर समय के भोजन के रूप में पसंद किया जाने लगा।
पनीर के इस भुर्जी के कई वैरिएशन (जैसे मलाई पनीर भुर्जी, पालक पनीर भुर्जी, मसाला पनीर भुर्जी) बनने लगे।
4. आज का दौर
आज पनीर भुर्जी सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में बसे भारतीयों के बीच भी लोकप्रिय है।
यह होटलों, ढाबों, कैफे और यहां तक कि ऑफिस कैंटीन तक में आसानी से उपलब्ध है।
पनीर भुर्जी अब “क्विक कुक रेसिपी” और “स्ट्रीट फूड स्टाइल डिश” दोनों की श्रेणी में आती है।
मेरे व्यंजन
मेरे व्यंजन पनीर भुर्जी शाकाहारियों के बीच काफी लोकप्रिय व्यंजन है जिसको मेरे घर में बहुत पसंद किया जाता है और बड़े बच्चे सब बहुत चाव से खाते हैं इस व्यंजन में पनीर, प्याज,अदरक,लहसुन,टमाटर के साथ भारत में निर्मित जड़ी बूटी से बने मिश्रित मसाले के साथ फ्रेश क्रीम का उपयोग करके इसके स्वाद में चार चांद लगाया गया है आप इस व्यंजन को कम समय में बनाकर बच्चों के टिफिन बॉक्स में भी दे सकते हैं बच्चे इस व्यंजन को बहुत ही ज्यादा पसंद करेंगे।
पनीर भुर्जी बनाने से पहले तैयारी
प्याज को छीलकर पानी से धोकर बारीक काट ले, शिमला मिर्च को काटकर बीज निकाल कर फेंक दे फिर बारीक काट ले टमाटर को पानी से धोकर बारीक काट ले, धनिया पत्ता में अगर जड़ है तो जड़ काट कर फेंक दे अगर नहीं है तो पानी से धोकर बारीक काट ले, अदरक को छीलकर पानी से धोकर बारीक काट ले,हरा मिर्च को बारीक काट ले, लहसुन के कलियों को छीलकर बारीक काट ले।
पनीर भुर्जी बनाने के कुकिंग निर्देश
Step 1
पनीर भुर्जी बनाने के लिए सबसे पहले पनीर को गुनगुना गर्म पानी से अच्छी तरह धो ले ताकि पनीर के डेयरी का गंध समाप्त हो जाए फिर पनीर को टिशू पेपर के सहायता से ड्राई कर ले उसके बाद पनीर को कद्दूकस करके अलग बर्तन में रख ले।
Step 2
चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे,जब कराही गर्म हो जाए तब सरसों तेल डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे, जब सरसों तेल गर्म हो जाए तब हींग और जीरा डालकर जीरा को चटकने दे।
Step 3
जब जीरा चटक जाए तब बारीक कटे लहसुन को डालकर मध्य आँच कर लहसुन को भूने फिर बटर डालकर बटर को पिघलने दे जब बटर पिघल जाए तब प्याज डालकर प्याज को नरम होने तक भूने।
Step 4
जब प्याज नरम हो जाए तब बारीक कटे अदरक,हरा मिर्च डालकर1मिनट तक भून कर इसके कच्चापन को खत्म करें। 1 मिनट के बाद बेसन डालकर आँच धीमी कर दे तेज आंच पर भूनने से बेसन जल सकता है 1 से 2 मिनट तक भूनकर बेसन के कच्चापन को खत्म करें।
Step 5
1 से 2 मिनट के बाद हल्दी पाउडर,देगी मिर्च पाउडर और शिमला मिर्च डालकर चम्मच से चला कर 1 से 2 मिनट तक पकने दे 1 से 2 मिनट बाद टमाटर और स्वाद अनुसार नमक डालकर भूने जब तक मसाला तेल न छोड़ने लगे।
Step 6
जब मसाला तेल छोड़ने लगे तब धनिया पाउडर, जीरा पाउडर और कस्तूरी मेथी डालकर मसाला को मिलाते हुए 1 मिनट तक भुने
Step 7
1 मिनट तक मसाला भुनने के बाद 1 कप गर्म पानी डालकर चम्मच से चला कर अच्छा से मिलाये और उबाल आने दे जब उबाल आ जाए तब आँच मध्यम कर दे ढक्कन से ढककर 2 से 3 मिनट तक मसाला को पकने दें।
Step 8
2 से 3 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चम्मच से चलाएं फिर गरम मसाला और फ्रेस क्रीम डालकर लगातार चम्मच से चलाकर मसाला में अच्छा तरह से मिलाये
Step 9
जब क्रीम मसाला में अच्छा तरह मिक्स हो जाए तब कद्दूकस किए हुए पनीर को डालकर चम्मच के सहायता से अच्छा तरह मसाला में मिक्स करें फिर ढक्कन से ढककर 3 से 4 मिनट तक पकने दे।
Step 10
3 से 4 मिनट बाद कितना ग्रेवी आप पसंद करते हैं वह देख ले ग्रेवी की कम आवश्यकता हो तो एक दो मिनट और पका ले चूल्हा बंद कर दे फिर ढक्कन हटाकर बारीक कटे धनिया पत्ता से गार्निश कर तैयार पनीर भुर्जी को सर्व करें।
पनीर भुर्जी की वैराइटी (प्रकार)
1. मसाला पनीर भुर्जी
सबसे कॉमन और ढाबा-स्टाइल भुर्जी, जिसमें प्याज़, टमाटर, अदरक-लहसुन, हरी मिर्च और गरम मसाला का उपयोग होता है।बटर और हरी धनिया से गार्निश की जाती है।
2. मलाई पनीर भुर्जी
इसमें पनीर के साथ ताज़ी क्रीम (मलाई) या फुल-फैट दूध डाला जाता है।स्वाद बेहद मुलायम और रिच होता है, जो खासतौर पर बच्चों को पसंद आता है।
3. पालक पनीर भुर्जी
पनीर के साथ बारीक कटा हुआ पालक मिलाकर बनाई जाती है।आयरन, कैल्शियम और फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे यह हेल्दी ऑप्शन बनती है।
4. टोमैटो पनीर भुर्जी
इसमें टमाटर की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे इसमें हल्की खट्टास और जूसी फ्लेवर आता है।ब्रेड या टोस्ट के साथ नाश्ते में बेहतरीन।
5. ढाबा-स्टाइल पनीर भुर्जी
ज्यादा तेल, ढेर सारा बटर, कसूरी मेथी और गरम मसाले का तड़का।तंदूरी रोटी, पराठा या नान के साथ सर्व की जाती है।
6. चीज़ी पनीर भुर्जी
पनीर के साथ प्रोसेस्ड चीज़ या मोज़रेला डाली जाती है।बच्चों और चीज़ लवर्स के लिए परफेक्ट डिश।
7. मिक्स वेज पनीर भुर्जी
पनीर में गाजर, मटर, शिमला मिर्च जैसी सब्ज़ियाँ मिलाई जाती हैं।रंग, स्वाद और पोषण तीनों में शानदार।
8. स्पाइसी पनीर भुर्जी
इसमें लाल मिर्च पाउडर, हरी मिर्च, काली मिर्च और चाट मसाला ज्यादा मात्रा में डाले जाते हैं।तीखा खाने वालों के लिए खास।
9. इंडो-चाइनीज पनीर भुर्जी
पनीर में सोया सॉस, विनेगर, हरी मिर्च सॉस और शिमला मिर्च का उपयोग किया जाता है।फ्राइड राइस या हक्का नूडल्स के साथ शानदार कॉम्बिनेशन।
10. पंजाबी बटर पनीर भुर्जी
इसमें मक्खन और कसूरी मेथी का भरपूर उपयोग होता है।स्वाद गाढ़ा और सुगंध लाजवाब होती है।
पनीर भुर्जी को सर्व करने का तरीका
1. पारंपरिक ढाबा-स्टाइल सर्विंग
बर्तन – गर्म तवे या स्टील/कांसे की थाली में परोसें।
साथ में – तंदूरी रोटी, बटर नान या लच्छा पराठा।
गार्निश – ऊपर से बटर का छोटा टुकड़ा, ताज़ा कटा धनिया और हरी मिर्च रखें।
साइड – प्याज़ के गोल टुकड़े, नींबू और हरी मिर्च।
2. ब्रेड या टोस्ट के साथ सर्विंग
नाश्ते के लिए भुर्जी को गर्मागर्म टोस्टेड ब्रेड पर फैलाएं।
ऊपर से हल्की सी चीज़ ग्रेट करें और चिली फ्लेक्स छिड़क दें।
3. रोल या रैप स्टाइल
गर्म पराठे या रूमाली रोटी में पनीर भुर्जी भरें।
पुदीना चटनी और प्याज़ डालकर रोल बना लें।
यह बच्चों और ट्रैवल फूड के लिए अच्छा विकल्प है।
4. पार्टी या बुफे स्टाइल
पनीर भुर्जी को छोटे बाउल्स में परोसें।
मिनी-बटर नान या गार्लिक ब्रेड के साथ रखें।
ऊपर से कसूरी मेथी और क्रीम की धार डालकर सजाएँ।
5. हेल्दी सर्विंग
भुर्जी को मल्टीग्रेन रोटी या ब्राउन ब्रेड के साथ परोसें।
साथ में सलाद और पुदीना दही डिप रखें।
6. चाट-स्टाइल ट्विस्ट
भुर्जी के ऊपर सेव, हरा धनिया, नींबू रस और बारीक प्याज़ डालकर चाट जैसा सर्व करें।
यह स्ट्रीट फूड टाइप मज़ेदार फ्लेवर देगा।
पनीर भुर्जी के स्वास्थ्य संबंधी लाभ
1. पनीर में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व माना जाता है जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ ही मांसपेशियों के लिए भी जरूरी पोषक तत्व है प्रोटीन के आपूर्ति के लिए पनीर का सेवन करना हर आयु के लोग के लिए लाभकारी हो सकता है।
2.पनीर में प्रोबायोटिक्स पाया जाता है जिसमें लैक्टोबैसिलस नामक एक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बैक्टीरिया पाया जाता है जो पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए लाभकारी माना जाता है इसलिए पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए भी आहार में पनीर को शामिल करना चाहिए।
3.पनीर में लो फैट पाया जाता है और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है ऐसे में वजन कम करने वाले लोगों को अपने आहार में पनीर को शामिल करना चाहिए क्योंकि पनीर का सेवन करने से पेट भरा हुआ महसूस करता है इससे बार-बार भूख नहीं लगता है ज्यादा भूख लगना मोटापा का मुख्य कारण माना जाता है इसलिए वजन कम करने वाले को अपने आहार में पनीर का उपयोग करना लाभदायक हो सकता है।
4. पनीर में ट्राइटोफैन नामक प्रोटीन पाया जाता है जो सेरोटोनिन नामक केमिकल में बदल जाता है जो केमिकल अवसाद को कम कर तनाव मुक्त कर सकता है इसलिए डिप्रेशन से परेशान व्यक्ति को अपने आहार में पनीर को शामिल करना अच्छा विकल्प हो सकता है।
5. कैल्शियम के कमी के कारण होने वाले ऑस्टियोपोरोसिस नामक हड्डी रोग के जोखिम को पनीर का उपयोग करके कम किया जा सकता है क्योंकि पनीर में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा पाया जाता है इसलिए रोग से बचने के लिए भी आहार में पनीर को शामिल करना लाभदायक हो सकता है।
पनीर भुर्जी का पोषण चार्ट
(प्रति 100 ग्राम सर्विंग – औसत घरेलू रेसिपी के आधार पर)
| पोषक तत्व | मात्रा | स्वास्थ्य में भूमिका |
| कैलोरी | 190–210 kcal | ऊर्जा प्रदान करती है |
| प्रोटीन | 11–13 g | मांसपेशियों की मरम्मत और वृद्धि में सहायक |
| वसा | 12–14 g | हार्मोन संतुलन और ऊर्जा का स्रोत |
| कार्बोहाइड्रेट | 6–8 g | शरीर को त्वरित ऊर्जा |
| फाइबर | 1–2 g | पाचन में मदद करता है |
| कैल्शियम | 200–220 mg | हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है |
| आयरन | 1–1.5 mg | खून में हीमोग्लोबिन स्तर बनाए रखता है |
| विटामिन A | 150–200 IU | आंखों की रोशनी और त्वचा स्वास्थ्य |
| विटामिन C | 6–8 mg | इम्यूनिटी मजबूत करता है |
| विटामिन B12 | 0.8–1 mcg | तंत्रिका तंत्र और खून के निर्माण में सहायक |
| सोडियम | 300–350 mg | शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखता है |

पनीर भुर्जी
Related recipes
FAQs पनीर भुर्जी के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर
Q1. पनीर भुर्जी बनाने के लिए कौन सा पनीर सबसे अच्छा है
उत्तर: ताज़ा, सॉफ्ट और फुल-फैट दूध से बना पनीर सबसे अच्छा रहता है। घर का बना पनीर स्वाद और टेक्सचर में बेहतरीन होता है।
Q2. क्या पनीर भुर्जी को नाश्ते में खा सकते हैं
उत्तर: हाँ, यह हाई-प्रोटीन डिश है, जो सुबह ऊर्जा देने और पेट भरने के लिए आदर्श है। ब्रेड या पराठे के साथ नाश्ते में बढ़िया रहती है।
Q3. पनीर भुर्जी कितने समय तक फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं
उत्तर: एयरटाइट कंटेनर में रखने पर यह 1 दिन तक फ्रिज में रह सकती है। खाने से पहले हल्का पानी छिड़ककर गर्म कर लें।
Q4. क्या पनीर भुर्जी को हेल्दी बनाया जा सकता है
उत्तर: हाँ, इसमें कम तेल, लो-फैट पनीर और ज्यादा सब्ज़ियाँ डालकर हेल्दी वर्ज़न बनाया जा सकता है।
Q5. क्या पनीर भुर्जी में क्रीम डालना ज़रूरी है
उत्तर: नहीं, क्रीम वैकल्पिक है। बिना क्रीम के भी यह स्वादिष्ट बनती है, लेकिन क्रीम डालने से स्वाद और रिचनेस बढ़ती है।
Q6. पनीर भुर्जी के साथ सबसे अच्छा क्या परोसा जाता है
उत्तर: तंदूरी रोटी, पराठा, बटर नान, ब्रेड टोस्ट, यहां तक कि जीरा राइस के साथ भी यह बेहतरीन लगती है।
Q7. क्या पनीर भुर्जी वजन घटाने वाले डाइट में शामिल की जा सकती है
उत्तर: हाँ, लो-फैट पनीर और कम तेल में बनाई गई पनीर भुर्जी वजन घटाने वाले डाइट में ली जा सकती है, क्योंकि यह प्रोटीन से भरपूर और कम कार्ब्स वाली डिश है।
Q8. पनीर भुर्जी और पनीर भुर्जी करी में क्या फर्क है
उत्तर: पनीर भुर्जी ड्राई या सेमी-ड्राई डिश होती है, जबकि पनीर भुर्जी करी में टमाटर-प्याज़ की ग्रेवी होती है, जिसे रोटी और चावल दोनों के साथ परोसा जा सकता है।
Q9. क्या पनीर भुर्जी को फ्रीज करके लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है
उत्तर: फ्रीज करने से पनीर का टेक्सचर बदल जाता है और यह रबर जैसा हो सकता है, इसलिए ताज़ा बनाकर खाना ही बेहतर है।
Q10. क्या पनीर भुर्जी को बिना प्याज़-लहसुन के बनाया जा सकता है
उत्तर: हाँ, इसे सिर्फ टमाटर, हरी मिर्च, अदरक और मसालों के साथ बनाया जा सकता है। यह “जैन-स्टाइल” भुर्जी कहलाती है।
अंतिम निष्कर्ष
पनीर भुर्जी भारतीय रसोई की उन डिशों में से है जो जल्दी बनती है, स्वाद में लाजवाब होती है और पोषण से भरपूर होती है। इसका इतिहास ढाबा और स्ट्रीट फूड कल्चर से जुड़ा है, लेकिन आज यह घरों, रेस्तरां और यहां तक कि इंटरनेशनल इंडियन किचन में भी पसंद की जाती है।
पनीर भुर्जी के अलग-अलग वैराइटी (मलाई, पालक, मसाला, चीज़ी, इंडो-चाइनीज आदि) इसे हर उम्र और स्वाद के लोगों के लिए उपयुक्त बनाते हैं। पोषण की दृष्टि से यह उच्च प्रोटीन, कैल्शियम और आवश्यक विटामिन्स का अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों, मांसपेशियों और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद है।
सही सर्विंग और गार्निशिंग से यह नाश्ते, लंच, डिनर और पार्टी—हर मौके की शोभा बढ़ा देती है। अगर आप स्वाद और सेहत दोनों चाहते हैं, तो पनीर भुर्जी आपकी प्लेट में ज़रूर होनी चाहिए।यह एक ऐसी डिश है जो भारतीय स्वाद, पोषण और विविधता – तीनों का बेहतरीन संगम है।