स्वादिष्ट एवं पौष्टिक व्यंजन खाने में स्वादिष्ट बेमिसाल गाजर की खीर आप इस विधि से बनायेगे तो खाने वाले वाह वाह कह उठेगे वो आपकी रसोई का भूरी भूरी प्रशंसा करेंगे

गाजर की खीर का परिचय
1. गाजर के हलवा तो आपने अनेक बार बनाया होगा और खाया भी होगा लेकिन आज हम गाजर की खीर की बात कर रहे हैं जो उत्तर भारत में खीर को बहुत पसंद किया जाता है, भारत में खीर खाना बहुत लोगों को पसंद आता है गाजर की खीर बहुत जल्दी बनकर तैयार हो जाता है इस लाजवाब व्यंजन को बनाने के लिए गाजर, दूध, चीनी और ड्राई फ्रूट के मिश्रण से तैयार किया जाता है। भारत में गाजर की खीर का उपयोग उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर प्रत्येक घर में किया जाता है।
2.गाजर की खीर बहुत पौष्टि गुणो से भरपूर होता है,सर्दियों में इसका खीर हर घर में बनाकर खाना पसंद लोग करते हैं आज हम गाजर की खीर बनाने की ऐसी विधि आपको बताने जा रहे हैं जिसको एक बार बनाकर अपने घर वाले के खिलाएंगे तो बार-बार इस व्यंजन को बनाने के लिए आपके बच्चे और आपके परिवार वाले आपसे अनुरोध करेंगे। भारत के बड़े होटल रेस्टोरेंट ढाबा में मिलने वाले इस गाजर की खीर के व्यंजन को आप आसानी से अपने घर में बनाया पाएंगे इस तरह का तरीका मेरे द्वारा शेयर किया गया है इस विधि से आप अपने घर पर घर पर मिलने वाले सामग्री से आसानी से बना सकते हैं
गाजर की खीर का इतिहास
गाजर की खीर भारत की पारंपरिक मिठाइयों में से एक है, जिसका इतिहास गाजर हलवे की परंपरा से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि इसका उद्भव मुगल काल या उससे पहले उत्तर भारत में हुआ, जब दूध, सूखे मेवे और सब्ज़ियों को मिलाकर मिठाई बनाने की प्रथा शुरू हुई।
गाजर मूलतः मध्य एशिया और अफगानिस्तान के क्षेत्रों से भारत में आई थी। पहले गाजर का रंग बैंगनी और पीला हुआ करता था, लेकिन 17वीं–18वीं शताब्दी में लाल और नारंगी किस्में लोकप्रिय हुईं। ठंडी जलवायु में उगने वाली यह सब्ज़ी सर्दियों में अधिक मिलती थी, इसलिए इसका उपयोग सर्दियों की खास मिठाइयों में होने लगा।
उत्तर भारत, खासकर पंजाब, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दूध, गाजर और चीनी को धीमी आँच पर पकाकर “गाजर की खीर” बनाई जाती थी। इसमें इलायची, केसर और मेवे डालने की परंपरा मुगल खानसामाओं से आई। ग्रामीण इलाकों में इसे देसी खांड या गुड़ से भी बनाया जाता था, जिससे यह और पौष्टिक हो जाती थी।
समय के साथ यह मिठाई त्योहारों (जैसे मकर संक्रांति, लोहड़ी, होली) और खास मौकों पर बनने लगी। आधुनिक दौर में यह न सिर्फ घरों में बल्कि होटलों और मिठाई की दुकानों में भी एक लोकप्रिय डेज़र्ट है।
मेरे व्यंजन
मेरे व्यंजन गाजर की खीर उत्तर भारत में सर्दियों के दिनों में सबसे ज्यादा उपयोग में किए जाने वाले खीर का व्यंजन है जिसमें गाजर का उपयोग करके खीर बनाया गया है गाजर के साथ बासमती चावल,दूध,मिल्क पाउडर का उपयोग करके एक खीर का संगम बनाने का प्रयास किया गया है यह खीर बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है जिस कारण बच्चे बहुत ज्यादा इसको खाना पसंद करते हैं भारत में गाजर का कई तरह से उपयोग किया जाता है जैसे गाजर बर्फी गाजर खीर गाजर की हलवा और तो और गाजर को कच्चे भी खाया जाता है, गाजर को भारत में सलादके रूप में बड़े पैमाने पर उपयोग में लाया जाता है।
INGREDIENT
- 400 ग्राम गाजर
- 1.5 लीटर दूध
- 75 ग्राम बासमती चावल
- 100 ग्राम मिल्क पाउडर
- 150 ग्राम चीनी
- 1/2 चम्मच इलायची पाउडर
- 1 चम्मच देसी घी
- 5 चम्मच काजू बादाम पिस्ता का कटा हुआ टुकड़ा
गाजर की खीर बनाने की विधि
Step1
गाजर की खीर बनाने के लिए सबसे पहले बासमती चावल को पानी में भिगोकर 20 मिनट तक के लिए एक जगह रख दे।
Step2
गाजर को पानी से धोकर छीलकर इसके जड़ और आधार को काटकर फेंक दे फिर कद्दूकस कर के एक बर्तन में अलग रख ले।
Step3
ग्राइंडर मशीन को चालू कर इसमें पानी से चावल को छानकर ग्राइंडर में डालकर दर-दरा के तरह पीस कर और निकाल कर अलग बर्तन मे रख ले।
Step4
चूल्हा जलाकर फ्राई पैन चढ़ा कर फ्राई पैन को गर्म होने दे, जब फ्राई पैन गर्म हो जाए तब देसी घी को डालकर देसी घी को गर्म होने दे, जब देसी घी गर्म हो जाए तब
step5
कद्दूकस किए गए गाजर को डालकर गाजर के कच्चापन खत्म होने के लिए 3 से 4 मिनट तक भूने,जब गाजर 3 से 4 मिनट तक भून जाए तब फ्राई पैन को चूल्हा पर से उतार कर अलग रख दे।
Step6
अब चूल्हा पर एक पतीला चढ़ा कर इसमें दूध डालकर दूध में उबाल आने दे,जब दूध में उबाल आ जाए तब इसमें दर-दरा चावल डालकर चम्मच से चलाएं फिर कद्दूकस भुने हुए गाजर को डालकर चम्मच से चला कर 4 से 5 मिनट तक पकने दे।
Step7
4 से 5 मिनट बाद मिल्क पाउडर डालकर चम्मच से चलाएं फिर आधा भाग काजू,बादाम, पिस्ता के टुकड़े को डालकर चम्मच से चलाते हुए 20 से 25 मिनट तक पकने दे।
Step8
20 से 25 मिनट बाद चीनी डालकर चम्मच से चलाएं 3 से 4 मिनट तक पकने दे फिर इलायची पाउडर डालकर चम्मच से चला कर चूल्हा बंद कर दे, बाकी बचे काजू, बादाम, पिस्ता के टुकड़ों से गार्निश कर सर्व करें।
गाजर की खीर की वैराइटी
1. पारंपरिक वैराइटी
1. दूध वाली गाजर खीर
– गाजर को कद्दूकस करके दूध में धीमी आँच पर पकाना, इलायची और मेवे डालना।
2. गुड़ वाली गाजर खीर
– चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल; हल्का मिट्टी जैसा मीठा स्वाद और ज्यादा पोषण।
3. खोया वाली खीर
– दूध के साथ खोया डालकर खीर को गाढ़ा, मलाईदार और रिच बनाना।4. केसर वाली गाजर खीर – केसर के धागे डालकर सुनहरा रंग और खुशबू बढ़ाना।—
2. आधुनिक वैराइटी
1. कंडेंस्ड मिल्क खीर
– कम समय में बनने वाली, मीठी और गाढ़ी।
2. लो-शुगर/शुगर-फ्री खीर
– डायबिटिक या हेल्थ-कॉन्शस लोगों के लिए शुगर सब्स्टिट्यूट का प्रयोग।
3. विगन गाजर खीर
– नारियल, सोया या बादाम के दूध में बनाई गई, लैक्टोज-फ्री विकल्प।
4. मिक्स ड्राई फ्रूट खीर
– गाजर के साथ काजू, पिस्ता, बादाम का भरपूर इस्तेमाल, रिच टेक्सचर के लिए।—
3. फ्यूज़न वैराइटी
1. गाजर-चावल खीर – पारंपरिक चावल की खीर में गाजर मिलाकर।
2. गाजर-सेब खीर – मीठा और हल्का फ्रूटी फ्लेवर के लिए।
3. चॉकलेट गाजर खीर – बच्चों के लिए चॉकलेट पाउडर या चॉकलेट चिप्स मिलाकर।
4. गाजर-नारियल खीर – साउथ इंडियन स्टाइल में नारियल का दूध और गाजर का मेल।
गाजर की खीर – सर्विंग तरीका
1. पारंपरिक सर्विंग तरीका
गरमागरम परोसना – सर्दियों में ताज़ा बनी, गरमागरम खीर सबसे ज्यादा स्वादिष्ट लगती है।केसर और चांदी का वर्क – त्योहारों और खास मौकों पर ऊपर से केसर के धागे और चांदी का वर्क लगाकर।
मेवे की सजावट – ऊपर से कटे हुए बादाम, पिस्ता, काजू और किशमिश डालकर।
मिट्टी के कुल्हड़ में – देसी अंदाज़ में खुशबू और स्वाद को और निखारने के लिए।
2. आधुनिक सर्विंग तरीका
डेज़र्ट कप या ग्लास – ठंडी खीर को छोटे-छोटे ग्लास या कप में परोसना, ऊपर से पिस्ता पाउडर छिड़ककर।
लेयर्ड डेज़र्ट – खीर के साथ ड्राई फ्रूट क्रश या चॉकलेट शेविंग की परत लगाकर।
फ्रूट टॉपिंग – ठंडी खीर के ऊपर स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी या कटे केले डालकर।मिनी शॉट ग्लास सर्विंग – पार्टी में छोटे-छोटे शॉट ग्लास में पेश करना, जिससे यह आकर्षक और आसान से खाने योग्य हो।
3. फेस्टिव और रॉयल टच
मखमली गार्निश – गुलाब की पंखुड़ियों से सजावट।
गोल्ड लीफ डेकोरेशन – हाई-एंड फंक्शन या शादी में सोने की पत्तियों से।
थाली प्रेजेंटेशन – खीर के साथ पूरी थाली में मिठाइयाँ, जैसे गाजर का हलवा और रसगुल्ला, ताकि मेहमान को रॉयल ट्रीट मिले।
गाजर की खीर के स्वास्थ्य संबंधी लाभ
1.गाजर में बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो उम्र बढ़ाने के साथ होने वाले आंखों के समस्या से आराम दिलाने में लाभदायक हो सकता है।
2. गाजर हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है गाजर खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करके हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है इसलिए गाजर को हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है।
3. गाजर में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में मदद कर सकता है फाइबर के मदद से मल त्यागने में मदद मिल सकता है इसलिए गाजर को पाचन स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है।
4. गाजर नाजर नाइट्रेट और पोटेशियम का अच्छा स्रोत माना जाता है जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर हृदय रोग से बचाता है।
5. गाजर में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो भोजन को देर से पचाता है जिस कारण भूख कम लगता है और पेट भरा हुआ महसूस होता है वजन बढ़ने का मुख्य कारण में से एक भूख का ज्यादा लगना भी माना जाता है इसलिए वजन कम करने वाले व्यक्ति को अपने आहार में गाजर को शामिल करना चाहिए।
6. दिमाग के लिए पौष्टिक:- दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन B12 दिमागी विकास में सहायक होते हैं। यह बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए उपयोगी है।
7. हड्डियों को मजबूत बनाए:- दूध और गाजर दोनों में कैल्शियम और फॉस्फोरस होते हैं जो हड्डियों और दाँतों को मजबूत बनाते हैं।
8. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद:-गाजर और दूध में मौजूद विटामिन A, C, और E त्वचा को निखारते हैं, बालों को मजबूती और चमक देते हैं।
9. हृदय स्वास्थ्य के लिए उत्तम:-गाजर में मौजूद फाइबर और पोटैशियम कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह रक्तचाप को संतुलित रखने में भी सहायक है।
गाजर की खीर – पोषण चार्ट
(औसत 100 ग्राम गाजर की खीर – दूध, गाजर, चीनी, मेवे के साथ)
| पोषक तत्व | मात्रा | स्वास्थ्य में भूमिका |
| कैलोरी | 120–150 kcal | ऊर्जा प्रदान करता है |
| प्रोटीन | 3–4 g | मांसपेशियों की वृद्धि |
| वसा | 5–6 g | शरीर को आवश्यक फैटी एसिड |
| कार्बोहाइड्रेट | 18–22 g | त्वरित ऊर्जा का स्रोत |
| फाइबर | 1–1.5 | पाचन सुधार |
| कैल्शियम | 80–120 mg | हड्डियों और दांतों के लिए |
| आयरन | 0.5–1 mg | खून की कमी दूर करने में सहायक |
| विटामिन A | 3000–5000 IU | आंखों की सेहत |
| पोटैशियम | 150–200 mg | रक्तचाप नियंत्रण |
| विटामिन C | 2–4 mg | इम्यूनिटी बढ़ाना |
सावधानियाँ
| स्थिति | सुझाव |
| मधुमेह रोगी | कम या बिना चीनी वाली गाजर की खीर ही खाएं। |
| मोटापा | अधिक घी या चीनी से बनी खीर से परहेज करें। |
| लैक्टोज इन्टॉलरेंस | दूध की जगह नारियल दूध या सोया मिल्क का उपयोग करें। |
हेल्दी गाजर खीर के सुझाव:
- चीनी की जगह गुड़, शहद, या डेट्स (खजूर) का प्रयोग करें।
- फुल क्रीम दूध की जगह लो फैट दूध इस्तेमाल करें।
- ऊपर से बादाम, पिस्ता और किशमिश डालने से यह और पौष्टिक बनती है।

गाजर की खीर
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FAQs गाजर की खीर के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर
Q1. क्या गाजर की खीर ठंडी भी खा सकते हैं
उत्तर: हाँ, इसे ठंडा करके फ्रिज में रखकर भी परोसा जाता है, खासकर गर्मियों में।
Q2. क्या इसे फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है
उत्तर: हाँ, 2–3 दिन तक एयरटाइट कंटेनर में फ्रिज में रख सकते हैं।
Q3. क्या इसमें लाल गाजर ही इस्तेमाल करनी चाहिए
उत्तर: पारंपरिक स्वाद के लिए लाल गाजर सबसे अच्छी होती है, लेकिन नारंगी या पीली गाजर भी चल सकती है।
Q4. क्या यह हेल्दी डाइट में शामिल हो सकती है
उत्तर: हाँ, लेकिन चीनी और फैट की मात्रा कम करके। लो-फैट दूध और शुगर-फ्री विकल्प बेहतर हैं।
Q5. क्या बच्चों के लिए अच्छी है
उत्तर: हाँ, पोषण और स्वाद दोनों के लिए बढ़िया, लेकिन मेवे बारीक काटकर डालें ताकि गले में फँसे नहीं।
Q6. क्या गाजर की खीर और गाजर हलवे में फर्क है
उत्तर: हाँ, गाजर हलवे में दूध कम और घी व खोया ज्यादा होता है, जबकि खीर में दूध की मात्रा अधिक होती है और यह ज्यादा पतली व मलाईदार होती है।
Q7. क्या गाजर की खीर में नारियल डाल सकते हैं
उत्तर: बिल्कुल, कद्दूकस किया नारियल डालने से स्वाद और पौष्टिकता दोनों बढ़ती हैं।
Q8. क्या गाजर की खीर व्रत में खाई जा सकती है
उत्तर: हाँ, अगर आप व्रत में दूध और गाजर खाते हैं तो इसे गुड़ या मिश्री से मीठा करके खा सकते हैं, लेकिन व्रत के नियमों के अनुसार सामग्री चुनें।
Q9. क्या गाजर की खीर शिशुओं को दी जा सकती है
उत्तर: 8–9 महीने के बाद, बिना मेवा और बिना ज्यादा चीनी वाली खीर थोड़ी मात्रा में दी जा सकती है, और गाजर को अच्छे से उबालकर मैश करना चाहिए।
Q10. क्या गाजर की खीर वजन घटाने में मदद कर सकती है
उत्तर: अगर इसमें लो-फैट दूध और कम शुगर इस्तेमाल हो तो यह एक हेल्दी डेज़र्ट बन सकता है, लेकिन वजन घटाने के लिए इसे सीमित मात्रा में ही लें।
Q11. क्या गाजर की खीर में फूड कलर डालना चाहिए
उत्तर: जरूरत नहीं, ताज़ी लाल गाजर अपने आप ही खूबसूरत रंग और स्वाद देती है।
Q12. क्या गाजर की खीर ग्लूटेन-फ्री है
उत्तर: हाँ, गाजर, दूध और चीनी स्वाभाविक रूप से ग्लूटेन-फ्री होते हैं, इसलिए यह ग्लूटेन-फ्री डाइट के लिए सुरक्षित है।
Q13. क्या गाजर की खीर में चीनी की जगह शहद डाल सकते हैं
उत्तर: पकाने के समय शहद डालना सही नहीं, क्योंकि ज्यादा गर्मी में शहद के कुछ गुण खत्म हो जाते हैं। अगर डालना है तो ठंडी खीर में मिलाएँ।
Q14. क्या गाजर की खीर को माइक्रोवेव में बनाया जा सकता है?उत्तर: हाँ, लेकिन स्वाद और टेक्सचर पारंपरिक धीमी आँच वाली खीर जैसा नहीं होगा।
अंतिम निष्कर्ष
गाजर की खीर सिर्फ एक मिठाई नहीं, बल्कि सर्दियों की एक पारंपरिक और पोषण से भरपूर सौगात है, जो स्वाद, सेहत और संस्कृति – तीनों को जोड़ती है।इसकी जड़ें उत्तर भारतीय रसोई और मुगलिया खानपान से जुड़ी हैं, और आज यह हर पीढ़ी की पसंदीदा डेज़र्ट लिस्ट में शामिल है।
ताज़ी लाल गाजर, दूध, मेवे और खुशबूदार मसालों का मेल इसे न सिर्फ लाजवाब स्वाद देता है, बल्कि आंखों, हड्डियों और पाचन के लिए भी फायदेमंद बनाता है।चाहे आप इसे पारंपरिक तरीके से धीमी आँच पर पकाएँ या आधुनिक क्विक रेसिपी में बनाएँ, इसकी मिठास हर मौसम और मौके को खास बना देती है।
बस ध्यान रहे – चीनी और घी की मात्रा संतुलित रखें, ताकि यह स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी साथी बने।संक्षेप में, गाजर की खीर भारतीय रसोई का एक ऐसा मीठा रत्न है, जो हर चम्मच में सर्दियों की गर्माहट और परंपरा का स्वाद भर देता है।
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