एग पकोड़ा

स्वाद में खास लाजवाब खाने में स्वादिष्ट एग पकोड़ा इस विधि से बनायेंगे तो खाने वाले आपकी रसोई का तारीफ करते नहीं थकेंगे आपके बच्चे इसे बहुत चाव से खाना पसंद करेंगे।

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एग पकोड़ा

एग पकोड़ा का परिचय

भारत के हर राज्य में अंडे का उपयोग किसी न किसी रूप में किया जाता है उसी कड़ी में एग पकोड़ा का उपयोग कई तरह से किया जाता है, अंडा को लोग बहुत चाव से खाना पसंद करते हैं, भारत में अंडा का उपयोग बहुत ही ज्यादा किया जाता है खासकर बरसात और सर्दियों में बहुत उपयोग में लाया जाता है। भारत में अंडा का उपयोग अंडा करी,अंडा भुर्जी, आमलेट और उबले हुए अंडा के रूप में किया जाता है। भारत के साथ पूरे विश्व में मांसाहारियों के बीच सबसे ज्यादा अंडा का उपयोग किया जाता है, अंडे को बच्चे भी खाना बहुत ज्यादा पसंद करते हैं।

एग पकोड़ा का इतिहास

एग पकोड़ा, जिसे कई जगह अंडा भज्जी या एग फ्रिटर भी कहा जाता है, भारत के स्ट्रीट फूड और घर के स्नैक कल्चर का एक लोकप्रिय हिस्सा है। इसका इतिहास भारतीय और औपनिवेशिक खानपान के मेल से जुड़ा हुआ है।

प्राचीन पृष्ठभूमि

भारत में अंडे का सेवन प्राचीन काल से होता रहा है, खासकर मुगल काल में यह रॉयल किचन का अहम हिस्सा था।

मुगल रसोइयों ने अंडे को कई तरह से पकाने के साथ मसालेदार ग्रेवी, बिरयानी और स्नैक्स में इस्तेमाल करना शुरू किया।

पकोड़े का कॉन्सेप्ट भारत में सदियों से मौजूद था

बेसन, मसाले और तेल में डीप फ्राई करना

जिसे सब्ज़ियों, पनीर और मांस के साथ बनाया जाता था।

औपनिवेशिक दौर में विकास

ब्रिटिश काल में पश्चिमी स्टाइल के बैटर फ्राइड स्नैक्स का प्रभाव भारतीय रसोई तक पहुंचा।भारतीय कुक्स ने बेसन और मसालों के साथ उबले अंडे को कोट करके डीप फ्राई करना शुरू किया

यहीं से एग पकोड़ा का जन्म हुआ।रेलवे स्टेशन और कैंटीन में यह जल्दी बनने वाला, पेट भरने वाला और सस्ता स्नैक बन गया।

क्षेत्रीय पहचान

उत्तरी भारत – गरमा-गरम चाय के साथ बारिश या सर्दी में एग पकोड़ा एक फेवरेट स्ट्रीट फूड है।

पंजाब – मसालेदार बैटर और ऊपर से चाट मसाला छिड़ककर परोसते हैं।

बंगाल – हल्की बेसन की परत और मिर्च-मसाले का कम उपयोग।

दक्षिण भारत – कुछ जगह चावल के आटे के साथ बैटर में कुरकुरापन लाया जाता है।

आधुनिक दौरआज एग पकोड़ा सिर्फ चाय-नाश्ते का हिस्सा नहीं, बल्कि पार्टी स्नैक, स्कूल टिफिन और कैफे मेनू में भी शामिल है।

इसके कई वेरायटी जैसे फुल एग पकोड़ा, हाफ कट पकोड़ा, मसाला स्टफ्ड एग पकोड़ा और चीजी एग पकोड़ा युवाओं के बीच ट्रेंड कर रहे हैं।

मेरा एग पकोड़ा

बरसात और सर्दियों की बात हो और एग पकोड़ा नहीं बने तो यह मौसम के साथ बेईमानी माना जाएगा इस नई विधि से बने एग पकोड़ा स्वाद में लाजवाब होने के साथ आलू बेसन स्लाइस पाव रोटी के साथ मिश्रित मसाले इस पकोड़ा को खास बनाता है यह कुरकुरा होने के साथ हरा चटनी,सलाद एवं सॉस के साथ खाने का मजा ही कुछ अलग होता है।

आप स्नेक्स खाना पसंद नहीं करते हैं तो एक बार इस विधि से एग पकोड़ा बनाकर खाएंगे तो फिर बार-बार बनाकर खाना पसंद करेंगे यह मेरा वादा है। घर आए मेहमान के लिए एक खास रूप से इसे बनाकर सर्व करें मेहमान आपके रसोई का तारीफ करते नहीं थकेंगे

INGREDIENT

  • 4 पीस अंडा
  • 150 ग्राम आलू
  • 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1 चुटकी हल्दी पाउडर
  • 1/2 चम्मच जीरा पाउडर
  • 50 ग्राम धनिया पत्ता
  • 8 पीस स्लाइस ब्रेड
  • 50 ग्राम प्याज
  • 6 पीस हरा मिर्च
  • 50 ग्राम बेसन
  • 200 ग्राम रिफाइन तेल
  • 1 पीस खीरा
  • 1 पीस गाजर
  • 2 चम्मच टमाटर सॉस
  • 2 चम्मच चिली सॉस
  • 15 ग्राम लहसुन के पत्ता
  • नमक स्वाद अनुसार

एग पकोड़ा बनाने के पहले तैयारी

प्याज को छीलकर पानी से धोकर बारीक काट ले, धनिया पत्ता में अगर जड़ है तो पहले जड़ काट कर फेंक दे अगर नहीं है तो पानी से धोकर बारीक काट ले, स्लाइस ब्रेड के चारों तरफ के पिला कड़ा भाग को चाकू से काटकर अलग कर दे, खीरा को छीलकर सलाद जैसा काट ले, गाजर को छीलकर सलाद जैसा काट ले।

एग पकोड़ा बनाने की विधि

Step1

एग पकोड़ा बनाने के लिए सबसे पहले एक पतीला में अंडा और आलू को रखकर पानी डाल दे इसमें एक चुटकी नमक डाल दे फिर चूल्हा जलाकर उसे पर पटिला रखकर 15 मिनट तक उबलने दे। 15 मिनट बाद जब अंडा उबल जाए तो पटिला को उतार कर अंडा और आलू को ठंडा होने के लिए रख दे।

Step2

चूल्हा पर तवा चढ़ा कर तवा को गर्म होने दे जब तक तवा गर्म होता है तब तक केला के पत्ता के ऊपर धनिया पत्ता लहसुनके पत्ता,2 पीस हरा मिर्च डालकर केला के पत्ता को लपेट दे फिर तवा पर केला के पत्ता डालकर 5 मिनट तक उलटते पलटते रहे 5 मिनट बाद चूल्हा बंद कर दे,ठंडा होने दे।

Step 3

ठंडा होने पर पर केला के पत्ता को खोलकर सभी सामान को निकाल कर ग्राइंडर मशीन में डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग निकालकर इसमें स्वाद अनुसार नमक एवं हल्का सरसों तेल मिला ले हरा चटनी बन गया है अलग रख दे।

Step4

अंडा को पटिला से निकाल कर छीलकर अलग रखें,आलू को छीलकर एक बर्तन में रखें फिर इसमें लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर,जीरा पाउडर,धनिया पत्ता,प्याज और नमक स्वाद अनुसार रखकर हाथ से आलू को मसलकर सब मसाला मिलाकर चोखा जैसा तैयार कर ले फिर चार बराबर गोला बना ले कुछ चोखा बर्तन में रहने दे

Step4

अब एक बर्तन में बेसन,हल्का नमक और पानी डालकर गढा पेस्ट बनाकर अलग रख ले।

Step5

अंडा को चाकू से दो भाग में काट ले अब आलू के एक गोला अंडा के कटे टुकड़ा पर रखकर दूसरा टुकड़ा ऊपर से चिपका दे अंडा के ऊपर भी हल्का आलू का चोखा लगा दे ताकि अंडा गोल सील हो जाए,सभी अंडा को इसी तरह करके रख ले।

Step6

चूल्हा जलाकर कराही चढ़ा कर कराही को गर्म होने दे, जब कराही गर्म हो जाए तब इसमें रिफाइन तेल डालकर रिफाइन तेल को गर्म होने दे, जब रिफाइन तेल गर्म हो जाए तब अंडा को बेसन के पेस्ट में डूबा कर फिर कराही के तेल में डालकर हाफ फ्राई करके निकाल ले।

Step7

हाफ फ्राई अंडा के ऊपर पानी की सहायता से एक अंडे के ऊपर दो स्लाइस पाव रोटी चिपका दे इसी तरह सभी अंडा के पीस पर एक-एक करके चिपका दे,फिर सभी पीस को कराही में डालकर फुल फ्राई करके अलग निकाल कर बर्तन में रख ले।

Step8

हरा मिर्च को बेसन में डुबोकर कराही में डालकर फ्राई करके निकाल कर अलग बर्तन में रख ले,चूल्हा बंद कर दे और प्लेट में एग पकोड़ा ,हरा मिर्च,हरा चटनी,टमाटर सॉस,चिली सॉस के साथ हरा सलाद के ऊपर चाट मसाला छिड़क कर सर्व करें।

एग पकोड़ा – वैराइटी

1. क्लासिक एग पकोड़ा

खासियत – उबले अंडे को आधा काटकर बेसन के मसालेदार बैटर में डुबोकर डीप फ्राई करना।

स्वाद – हल्का मसालेदार, बाहर से कुरकुरा और अंदर से मुलायम।

2. फुल एग पकोड़ा

खासियत – पूरा उबला अंडा बैटर में कोट करके तला जाता है।

स्वाद – मोटा कुरकुरा लेयर और अंदर से जूसी अंडा।

3. मसाला स्टफ्ड एग पकोड़ा

खासियत – उबले अंडे के पीले हिस्से में प्याज, हरी मिर्च, धनिया और मसाले भरकर फिर बैटर में डुबोकर तलना।

स्वाद – तीखा, चटपटा और ज्यादा फ्लेवरफुल।

4. चीजी एग पकोड़ा

खासियत – अंडे के बीच में प्रोसेस्ड चीज़ का स्लाइस रखकर बैटर में कोट करना।

स्वाद – चीज़ के पिघलने से क्रीमी और रिच फ्लेवर।

5. अंडा मिर्च पकोड़ा

खासियत – बड़ी हरी मिर्च को काटकर उसमें उबला अंडा रखकर बेसन में लपेटना।

स्वाद – मिर्च का तीखापन और अंडे का हल्का स्वाद एक साथ।

6. मिनी एग पकोड़ा (क्वेल एग फ्रिटर)

खासियत – छोटे बटेर के अंडे से बने मिनी पकोड़े।

स्वाद – छोटे, कुरकुरे और बच्चों के टिफिन के लिए परफेक्ट।

7. साउथ इंडियन स्टाइल एग पकोड़ा

खासियत – बेसन में थोड़ा चावल का आटा और करी पत्ते डालकर तलना।

स्वाद – ज्यादा कुरकुरापन और हल्का सा साउथ इंडियन अरोमा।

एग पकोड़ा – सर्विंग तरीका

1. पारंपरिक चाय-नाश्ता सर्विंग

गरमा-गरम एग पकोड़े को हरी चटनी और मीठी इमली चटनी के साथ परोसें।

सर्दियों या बारिश के मौसम में अदरक वाली चाय के साथ बेस्ट कॉम्बिनेशन।

2. स्ट्रीट फूड स्टाइल

पकोड़े को आधा काटकर ऊपर से प्याज, हरी मिर्च, नींबू का रस और चाट मसाला छिड़कें।

पेपर प्लेट में परोसकर असली देसी स्ट्रीट फील दें।

3. पार्टी स्नैक सर्विंग

मिनी या हाफ-कट पकोड़े बनाएं और टूथपिक लगाकर सर्व करें।

साइड में मेयोनेज़, पुदीना डिप और टोमैटो केचप रखें।

4. लंच/डिनर के साथ साइड डिश

पकोड़ों को दाल-चावल, पुलाव या खिचड़ी के साथ परोसें।

रायता और सलाद के साथ यह कॉम्बो और भी स्वादिष्ट लगता है।

5. हेल्दी ट्विस्ट सर्विंग

डीप फ्राई की जगह एयर फ्रायर या ओवन में बेक करें।

लो-ऑइल डिप्स जैसे हंग कर्ड डिप के साथ सर्व करें।

एग पकोड़ा के स्वास्थ्य संबंधी लाभ

1. बढ़ता वजन और तनाव साथ में चलते रहता है जिस कारण डिप्रेशन पैदा होता है जिस कारण मानसिक विकार पैदा होता है ऐसे में उनका वजन बढ़ने की संभावना ज्यादा होता है अंडा में कोलीन होता है जो मूड को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और सकारात्मक ऊर्जा का विकास करता है।

2. उम्र बढ़ने के साथ आंखों में होने वाले परेशानियां धब्बेदारअध:पतन और मोतियाबिंद से सुरक्षा प्रदान करने में अंडे का सेवन करना लाभदायक होता है क्योंकि इसमें जैक्सेधिन और लूंटीन आंख के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है।

3. अंडा में विटामिन D प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हड्डियों के मजबूती एवं प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायता कर सकता है।

4. अंडे में ओमेगा 3 फैटी एसिड विटामिन B12 पाया जाता है जो मस्तिष्क के कार्य क्षमता बढ़ाने का काम कर सकता है साथ ही तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने एवं याददाश्त को बढ़ाने में कारगर हो सकता है।

5. अंडे में एसेंशियल विटामिन और मिनरल पाया जाता है जो शरीर के सभी कोशिकाओं में ऊर्जा उत्पादन का कार्य करता है जिस से शरीर में लंबे समय तक उर्जा बनाए रखने में मदद कर सकता है।

पोषण चार्ट

(प्रति 100 ग्राम पके हुए एग पकोड़ा का औसत मान)

पोषक तत्व मात्रा लाभ
कैलोरी 180–220 kcal ऊर्जा प्रदान करता है
प्रोटीन 10–12 g मांसपेशियों की वृद्धि और रिपेयर
फैट 10–12 g हेल्दी फैट, हार्मोन बैलेंस के लिए
कार्बोहाइड्रेट 12–15 g त्वरित ऊर्जा स्रोत
विटामिन A 70–90 mcg आंखों की रोशनी और त्वचा के लिए अच्छा
विटामिन D 2–3 mcg हड्डियों और इम्यूनिटी के लिए
विटामिन B12 0.9–1.2 mcg नर्वस सिस्टम और खून की सेहत के लिए
कैल्शियम 40–50 mg हड्डियों और दांतों के लिए
आयरन 1.5–2 mg हीमोग्लोबिन और ऑक्सीजन सप्लाई के लिए
पोटैशियम 150–180 mg ब्लड प्रेशर और मसल फंक्शन के लिए
फॉस्फोरस 90–110 mg मेटाबॉलिज्म और हड्डियों की मजबूती के लिए
एग पकोड़ा

एग पकोड़ा

स्वाद में खास लाजवाब खाने में स्वादिष्ट एग पकोड़ा इस विधि से बनायेंगे तो खाने वाले आपकी रसोई का तारीफ करते नहीं थकेंगे आपके बच्चे इसे बहुत चाव से खाना पसंद करेंगे।
Prep Time 10 minutes
Cook Time 15 minutes
Total Time 25 minutes
Course Breakfast
Cuisine Indian
Calories 241 kcal
Keyword एग पकोड़ा

FAQs एग पकोड़ा के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके उत्तर

Q1. एग पकोड़ा बनाते समय स्लाइस पाव रोटी का उपयोग करना क्या जरूरी है

A नहीं बिना पांव रोटी का भी बना सकते हैं लेकिन पाव रोटी लगाने से एग पकोड़ा कुरकुरा हो जाता है जो पकोड़ा के स्वाद में चार चांद लगा देता है।

Q2 क्या एग पकोड़ा में सॉस और हरा चटनी के जगह अचार का उपयोग कर सकते हैं

A हां सलाद और अचार के साथ भी खाने से स्वाद में कोई अंतर नहीं होगा

Q3. क्या एग पकोड़ा को नॉनवेज डिश में फ्राई डिश के रूप में प्रयोग कर सकते हैं

A हां आप ए पकौड़ी को फूल मिल में चिकन मटन के साथ में ले सकते हैं

Q4. क्या इसे एयर फ्रायर में बना सकते हैं

हाँ, इससे तेल कम लगेगा और हेल्दी रहेगा।

Q5. पकोड़े में मसाले कितने तीखे रखें

अपनी पसंद के अनुसार – बच्चों के लिए हल्के, बड़ों के लिए ज्यादा तीखे।

Q6. क्या एग पकोड़ा को बिना प्याज-लहसुन के बना सकते हैं

हाँ, बस हरी मिर्च, अदरक और सूखे मसाले डालें।

Q7. बैटर को कितना गाढ़ा होना चाहिए

इतना कि अंडे पर अच्छी तरह चिपक जाए और तलते समय बहकर ना गिरे।

Q8. तेल कितनी गर्म होना चाहिए तलने के लिए

मध्यम-गर्म (180°C के आसपास) ताकि पकोड़ा अंदर तक पक जाए और बाहर से जल न जाए।

9. क्या पकोड़े को चावल के आटे में बिना बेसन के बनाया जा सकता है

हाँ, लेकिन स्वाद और टेक्सचर अलग होगा।

Q10. क्या एग पकोड़ा वजन घटाने के लिए सही है

अगर डीप फ्राई की जगह बेक या एयर फ्राई करें और तेल कम लें तो हाँ।

अंतिम निष्कर्ष

एग पकोड़ा भारतीय स्ट्रीट फूड और घरेलू स्नैक संस्कृति का ऐसा हिस्सा है, जिसमें स्वाद, पोषण और परंपरा तीनों का बेहतरीन संगम है। उबले अंडे की पौष्टिकता, बेसन के मसालेदार लेप और डीप फ्राई की कुरकुराहट इसे हर मौसम और मौके के लिए परफेक्ट बना देती है।यह स्नैक न केवल प्रोटीन और जरूरी विटामिन्स का अच्छा स्रोत है, बल्कि चाय-नाश्ते, पार्टी, पिकनिक या बच्चों के टिफिन—हर जगह फिट बैठता है।

इसकी खासियत यह है कि इसे अलग-अलग वैराइटी और फ्लेवर में आसानी से ढाला जा सकता है—चाहे वह स्टफ्ड, चीजी, साउथ इंडियन स्टाइल हो या हेल्दी एयर-फ्राइड वर्ज़न।सही मसालों का संतुलन, ताज़ा सामग्री और गरमा-गरम सर्विंग ही एग पकोड़ा का असली मज़ा है। कहा जा सकता है कि यह एक ऐसा स्नैक है जो जेब पर हल्का, स्वाद में लाजवाब और सेहत में दमदार है।

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