स्पेशल कतला मछली करी

स्वाद ऐसा की बार-बार खाने का मन करे स्पेशल कतला मछली करी इस विधि से बनाकर खाएंगे और खिलाएंगे तो परिवार और घर आए मेहमान खाकर गद गद हो जाएंगे बनाने वाले के तारीफ के पुल बांध देंगे

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स्पेशल कतला मछली करी

स्पेशल कतला मछली करी परिचय

मीठे पानी में पाए जाने वाले मछली में कतला मछली को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है क्योंकि यह मछली आम लोगों के बजट के अनुकूल पाया जाता है,मछली बंगालियों के पसंद के साथ अन्य भारतीय लोग भी इस मछली को चाव से खाना पसंद करते हैं।

कतला मछली का संबंध मुगल काल के समय से है कतला मछली में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन के साथ वसा कम होना भी इसके लोकप्रियता को बढ़ावा देता है इस मछली को बूढ़े जवान और बच्चे चावल के साथ खाना बहुत पसंद करते हैं भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के साथ इसे अन्य राज्यों में भी काफी लोग पसंद करते हैं।आज के इस व्यंजन में कतला मछली टमाटर प्याज अदरक लहसुन और मिश्रित मसाले को मिलाकर एक अनोखा व्यंजन बनाया गया है जिसको हर लोग बनाकर बार-बार खाना पसंद करेंगे।

स्पेशल कतला मछली करी का इतिहास

कतला मछली, जिसे Catla या कतला कार्प कहा जाता है, दक्षिण एशिया की प्रमुख मीठे पानी की मछलियों में से एक है। यह खासतौर पर गंगा, ब्रह्मपुत्र और गोदावरी नदी घाटियों में पाई जाती है और भारत, बांग्लादेश व नेपाल के खान-पान में एक पारंपरिक स्थान रखती है।

प्राचीन पृष्ठभूमि

वैदिक और पुराण काल में मछली को एक प्रमुख आहार माना जाता था, खासकर पूर्वी भारत में।

कतला मछली का उल्लेख बंगाल, उड़ीसा और असम की प्राचीन पांडुलिपियों और लोकगीतों में भी मिलता है, जहां इसे ‘समृद्धि और स्वाद’ का प्रतीक माना गया।

नदी किनारे बसे गाँवों में यह मछली रोज़ाना के भोजन का हिस्सा रही है, क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध, आकार में बड़ी और स्वाद में हल्की होती है।

करी का विकास

बंगाल और ओडिशा में पारंपरिक “माछेर झोल” (मछली करी) का रूप विकसित हुआ, जिसमें सरसों का तेल, हल्दी, नमक और स्थानीय मसाले इस्तेमाल होते थे।

कतला मछली का मांस मुलायम और कम कांटेदार होने के कारण यह त्योहारों और मेहमानों के लिए परफेक्ट मानी जाती थी।

समय के साथ इसमें टमाटर, प्याज, अदरक-लहसुन पेस्ट, गरम मसाला और नारियल का दूध जैसे आधुनिक तत्व जोड़े गए, जिससे स्पेशल कतला मछली करी का फ्लेवर और भी रिच हो गया।

क्षेत्रीय प्रभाव

1. बंगाल – सरसों के तेल, पोटैटो स्लाइस और पंचफोरन मसाले के साथ हल्की ग्रेवी।

2. ओडिशा – नारियल और पिसे मसालों का हल्का, सुगंधित स्वाद।

3. असम – टमाटर, हरी मिर्च और हल्दी की सादी लेकिन तीखी करी।

4. बिहार-झारखंड – प्याज-लहसुन आधारित मसालेदार करी, जिसमें रोटी और चावल दोनों के साथ परोसी जाती है।

आधुनिक दौर

आज स्पेशल कतला मछली करी को सिर्फ घरेलू रसोई में नहीं, बल्कि होटल और रेस्तरां के फिश स्पेशल मेनू में भी शामिल किया जाता है।

सोशल मीडिया और यूट्यूब पर इसकी रेसिपी ने खासा ट्रेंड पकड़ा है, क्योंकि यह न केवल स्वादिष्ट है बल्कि हेल्दी प्रोटीन का भी बेहतरीन स्रोत है।

मेरे व्यंजन

मेरे व्यंजन स्पेशल कतला मछली करी में मछली को मैरीनेट करने के साथ भारत में निर्मित मिश्रित मसाले, कच्चा नारियल, लहसुन, अदरक के साथ स्पेशल कतला मछली करी बनाया गया है टमाटर प्याज के साथ एक नया विधि का उपयोग किया गया है इस विधि से एक बार अपने घर में जरूर बनाकर अपने प्रियजन के साथ इस स्पेशल कतला मछली करी का लुफ्त उठाये इस नई विधि से मछली का व्यंजन बनाकर अपने घर वाले को परोसेगे तो वह बार-बार इसे बनाने के लिए आपसे अनुरोध करेंगे

INGREDIENT

  • 1kg कतला मछली
  • 1 चम्मच पीला सरसों
  • 50 ग्राम कच्चा नारियल
  • 30 ग्राम लहसुन
  • 25 ग्राम अदरक
  • 1 चम्मच साबुत धनिया
  • 4 पीस हरा मिर्च
  • 100 ग्राम प्याज
  • 100 ग्राम टमाटर
  • 25 ग्राम धनिया पत्ता
  • 300 ग्राम सरसों तेल
  • 2 पीस नींबू
  • 1 चम्मच धनिया पाउडर
  • 1 चम्मच देगी मिर्च पाउडर
  • 1 चम्मच कश्मीरी मिर्च पाउडर
  • नमक स्वाद अनुसार

स्पेशल कतला मछली करी बनाने से पहले की तैयारी

1. कच्चा नारियल को टुकड़ा टुकड़ा कर ले, प्याज को छीलकर पानी से धोकर 4 भाग में काट ले, टमाटर को पानी से धोकर दो भाग में काट ले, धनिया पत्ता मैं अगर जड़ है तो जड़ काट कर फेंक दे अगर नहीं है तो पानी से धोकर बारीक काट ले, नींबू को दो भाग में काट ले।

स्पेशल कतला मछली करी बनाने की विधि

Step1

स्पेशल कतला मछली करी बनाने के लिए सबसे पहले मछली के पीस को पानी से धो ले फिर साफ पानी में एक चम्मच नमक और 1 नींबू काटकर रस निचोड़कर नमक और नींबू के मिश्रण वाले पानी से मछली को अच्छा तरह से धो ले फिर मछली को कुछ देर सूखने के लिए रख दे।

Step2

मछली के बर्तन में एक चम्मच हल्दी पाउडर एक चम्मच नमक और एक नींबू काटकर निचोड़ दे फिर हाथ से सभी पीस को अच्छी तरह से मिला कर ढक्कन से ढक कर एक घंटा तक मैरीनेट होने के लिए रख दे।

Step3

ग्राइंडर मशीन चालू कर इसमें पीला सरसों, कच्चा नारियल,लहसुन,अदरक,साबुत धनिया, हरा मिर्च डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग बर्तन में निकाल कर रख ले, ग्राइंडर मशीन में प्याज, टमाटर,धनिया पत्ता को डालकर पीसकर पेस्ट बनाकर अलग निकाल कर रख ले।

Step4

चूल्हा जलाकर कराही चढ़ाकर कराही को गर्म होने दे,जब कराही गर्म हो जाए तब इसमें सरसों तेल डालकर सरसों तेल को गर्म होने दे,जब सरसों तेल गर्म हो जाए तो मछली के मैरिनेट पीस को डालकर फुल फ्राई करके अलग निकालकर बर्तन में रख ले।

Step5

अब कराही के तेल में पीला सरसों वाला पेस्ट डालकर चलाएं एवं ढक्कन से ढककर 5 मिनट तक पकने दे, 5 मिनट बाद ढक्कन हटाकर अच्छा से चलाएं फिर ढक्कन से ढक कर 5 मिनट तक पकने दे 5 मिनट बाद ढक्कन हटाकर चलाएं जब मसाला तेल छोड़ने लगे तब प्याज टमाटर वाला पेस्ट डालकर 5 मिनट तक चला कर भूने।

Step6

जब मसाला तेल छोड़ने लगे तब धनिया पाउडर, देगी मिर्च पाउडर और कश्मीरी मिर्च पाउडर डालकर अच्छा से मसाला में मिलाये फिर स्वाद अनुसार नमक और ग्रेवी की आवश्यकता अनुसार 2 कप गर्म पानी डालकर ढक्कन से ढक कर 12 से 15 मिनट तक ग्रेवी को पकने दे।

Step7

12 से 15 मिनट बाद ढक्कन हटाकर मछली के फ्राई पीस को डालकर ढक्कन से ढककर 5 मिनट तक पकने दे, 5 मिनट बाद चूल्हा बंद कर दे,मछली को 5 मिनट तक ठंडा होने दे,5 मिनट बाद ढक्कन हटाकर बारीक कटे धनिया पत्ता से गार्निश कर सर्व करें।

स्पेशल कतला मछली करी – वैराइटी

1. बंगाली स्टाइल कतला मछली करी (माछेर झोल)

खासियत – सरसों के तेल, हल्दी, जीरा और पंचफोरन का इस्तेमाल।

स्वाद – हल्की और सुगंधित, टमाटर व हरी मिर्च का बैलेंस।

सर्विंग – गरमा-गरम भात (सादा चावल) के साथ।

2. ओडिया नारियल कतला करी

खासियत – पिसे हुए नारियल, खसखस और गरम मसाले का उपयोग।

स्वाद – हल्की मिठास और मलाईदार टेक्सचर।

सर्विंग – उड़ीसा स्टाइल पाखाला भात (फर्मेंटेड राइस) या रोटी के साथ।

3. मसालेदार बिहारी कतला करी

खासियत – प्याज, अदरक-लहसुन और लाल मिर्च पाउडर का तड़का।

स्वाद – गाढ़ी, मसालेदार और तीखी।

सर्विंग – चपाती, लिट्टी या बासमती चावल के साथ।

4. असमिया टमाटर कतला करी

खासियत – टमाटर, हरी मिर्च और हल्दी के साथ सादी ग्रेवी।

स्वाद – हल्की खटास और फ्रेश फ्लेवर।

सर्विंग – चावल के साथ लंच स्पेशल।

5. कोल्हापुरी कतला करी

खासियत – नारियल, सूखी लाल मिर्च और कोल्हापुरी मसाला पेस्ट।

स्वाद – बेहद तीखा और स्मोकी फ्लेवर।

सर्विंग – भाकरी या चावल के साथ।

स्पेशल कतला मछली करी – सर्विंग तरीका

1. पारंपरिक सर्विंग (देसी अंदाज़)

मछली को गरमा-गरम परोसें, ताकि उसकी खुशबू और स्वाद पूरी तरह महसूस हो।

साथ में स्टीम्ड राइस (सादा चावल) सबसे अच्छा कॉम्बिनेशन है।चाहें तो चावल पर एक चम्मच देसी घी डालकर फ्लेवर बढ़ाएँ।

साइड में ककड़ी-प्याज-टमाटर का सलाद और नींबू का टुकड़ा रखें।

2. त्योहार या मेहमान स्पेशल सर्विंग

करी को तांबे या पीतल की कटोरी में परोसें।

चावल को केले के पत्ते पर सजाएँ, ताकि एक ट्रेडिशनल लुक मिले।

साइड में पापड़, अचार और रायता रखें।

ऊपर से ताज़ा हरा धनिया और हरी मिर्च से गार्निश करें।

3. होटल स्टाइल प्रेजेंटेशन

मछली के टुकड़ों को प्लेट के सेंटर में रखें और ग्रेवी को चारों तरफ डालें।

प्लेट के किनारों पर लेमन स्लाइस, धनिया पत्ते और मिर्च का टुकड़ा रखें।

चावल को राउंड बाउल में दबाकर प्लेट के एक साइड में रखें, ताकि शेप बना रहे।

ऊपर से हल्का सा बटर या क्रीम स्वर्ल डालें ताकि फिनिशिंग प्रोफेशनल लगे।

4. क्विक सर्विंग (घर के लिए रोज़ाना)

मछली को सीधे पतीले से सर्व करें।

साइड में सिर्फ चावल और नींबू रखें।

खाने के तुरंत बाद परोसना ज़रूरी है, क्योंकि मछली का स्वाद गरम रहने पर ही बेस्ट आता है।

स्पेशल कतला मछली करी खाने के स्वास्थ्य संबंधी लाभ

1. मछली में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो शरीर के अंदर नए सेल्स के निर्माण में मदद करता है मछली के नियमित सेवक करने से नए सेल्स का निर्माण होता है जिससे स्मरण शक्ति बढ़ता है।

2. मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो हृदय संबंधी बीमारी को दूर कर हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है मछली का नियमित सेवन करने से हृदय संबंधी बीमारी का खतरा कम हो सकता है।

3. कोई लोगों को डिप्रेशन के कारण नींद नहीं आता है उनको मछली का सेवन करना चाहिए क्योंकि मछली में प्रचुर मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है जो नींद की गुणवत्ता को सुधार करने के साथ डिप्रेशन से भी छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है।

4.मछली में मौजूद विटामिन सी शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने के साथ मौसमी बीमारी को खतरे को भी काम करता है मछली में मौजूद विटामिन डी और सेलेनियम इम्यूनिटी को मजबूती प्रदान करता है।

5.मछली में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आंखों के रोशनी बढ़ाने के साथ आंखों की बीमारियों को होने वाले खतरा को काम करता है।

Note:- कृपया ध्यान दें जिन लोगों को एलर्जी चर्म रोग या कोई और साध्य रोग हो तो वह डॉक्टर के सलाह लेने के उपरांत ही मछली का सेवन करें।

पोषण चार्ट

(प्रति 100 ग्राम पकी हुई कतला मछली करी का औसत मान)

पोषक तत्व मात्रा लाभ
कैलोरी 150–170 kcal ऊर्जा प्रदान करता है
प्रोटीन 18–20 g मांसपेशियों की वृद्धि व रिपेयर
फैट 7–9 g हेल्दी फैट, शरीर में हार्मोन बैलेंस
ओमेगा-3 फैटी एसिड 0.8–1.2 g दिल और दिमाग की सेहत के लिए
कार्बोहाइड्रेट 4–6 gत्वरित ऊर्जा
विटामिन A 50–70 mcg आंखों की रोशनी व त्वचा के लिए
विटामिन D 4–6 mcg हड्डियों और इम्यून सिस्टम के लिए
विटामिन B12 1.5–2 mcg नर्वस सिस्टम और ब्लड हेल्थ
कैल्शियम 20–25 mg हड्डियों और दांतों के लिए
आयरन 1–1.5 mg हीमोग्लोबिन व ऑक्सीजन कैरिंग क्षमता
पोटैशियम 300 –350 mgब्लड प्रेशर और मसल फंक्शन के लिए
फॉस्फोरस 150–180 mg हड्डियों और मेटाबॉलिज्म के लिए
स्पेशल कतला मछली करी

स्पेशल कतला मछली करी

स्वाद ऐसा की बार-बार खाने का मन करे स्पेशल कतला मछली करी इस विधि से बनाकर खाएंगे और खिलाएंगे तो परिवार और घर आए मेहमान खाकर गद गद हो जाएंगे बनाने वाले के तारीफ के पुल बांध देंगे
Prep Time 15 minutes
Cook Time 15 minutes
Total Time 30 minutes
Course Main Course
Cuisine Indian
Servings 6 people
Calories 199 kcal
Keyword कतला मछली करी

FAQs स्पेशल कतला मछली करी के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर

Q1. स्पेशल कतला मछली करी बनाने के लिए मछली को नमक और नींबू के रस से साफ करना जरूरी है

A मछली को नमक और नींबू के पानी के मिश्रण से साफ करने से अच्छी तरह साफ हो जाता है और मछली के दुर्गंध भी खत्म हो जाता है।

Q2. स्पेशल कतला मछली करी बनाने के लिए टमाटर को पीसकर डालना जरूरी है

A नहीं बिना टमाटर पिसे हुए भी टमाटर को डालकर बना सकते हैं इससे स्वाद में कोई अंतर नहीं आएगा।तब आप टमाटर को बारीक काट कर डालें

Q3. स्पेशल कतला मछली करी को बनाने के लिए मछली को मैरीनेट होने के लिए फ्रिज में डाल सकते हैं

A हा स्पेशल कतला मछली करी को बनाने के लिए मछली को मैरीनेट होने के लिए आप इसे फ्रीज में रख सकते हैं।

4.स्पेशल कतला मछली करी को किस चीज के साथ खाना अच्छा होगा

स्पेशल कतला मछली करी को चावल के साथ खाना बेहतर माना जाता है

5. क्या यह करी बच्चों के लिए उपयुक्त है

हाँ, लेकिन मिर्च की मात्रा कम रखें और कांटे अच्छी तरह निकाल दें।

6. फ्रेश मछली चुनने के टिप्स क्या हैं

आंखें चमकीली, गिल्स गुलाबी-लाल और मांस सख्त होना चाहिए।

7. क्या कतला करी को पहले से बनाकर रखा जा सकता है

हाँ, लेकिन गरम करने से पहले ग्रेवी को हल्का पानी डालकर उबालें, ताकि स्वाद ताज़ा रहे।

8. क्या यह करी वजन घटाने वालों के लिए ठीक है

हाँ, यह हाई प्रोटीन और लो कैलोरी है, लेकिन तेल कम इस्तेमाल करें।

9. मछली करी में बदबू कैसे कम करें

नींबू का रस, हल्दी और नमक से मछली को 15 मिनट मेरिनेट करने से बदबू कम होती है।

10. क्या कतला करी को बिना प्याज-लहसुन के बना सकते हैं

हाँ, टमाटर, अदरक और सूखे मसालों से भी स्वादिष्ट करी बनाई जा सकती है।

अंतिम निष्कर्ष

स्पेशल कतला मछली करी सिर्फ एक रेसिपी नहीं, बल्कि पूर्वी भारत की संस्कृति, स्वाद और परंपरा का प्रतीक है। कतला मछली का हल्का, रसीला मांस और मसालों का परफेक्ट मेल इस करी को खास बनाता है। चाहे आप बंगाली स्टाइल का हल्का फ्लेवर पसंद करें या बिहारी मसालेदार अंदाज़, कतला करी हर स्वाद के लिए कुछ न कुछ खास पेश करती है।

यह प्रोटीन और ओमेगा-3 से भरपूर व्यंजन न केवल स्वादिष्ट है बल्कि सेहत के लिए भी बेहतरीन है। सही मसालों, ताज़ा मछली और उचित सर्विंग से यह डिश घर, त्योहार और मेहमाननवाज़ी—हर मौके पर चमक जाती है।

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