चिकन लेग तंदूरी इस बिधि से बनाएंगे तो खाने खाने बाले तारीफ़ ही तारीफ़ करेंगे चिकन, दही एवं मिश्रित मसाले से यह एक अनोखा व्यंजन बन जाता है
चिकन लेग तंदूरी का परिचय
चिकन लेग तंदूरी भारतीय व्यंजनों का एक बेहद लोकप्रिय और स्वादिष्ट व्यंजन है, जो अपने लाजवाब स्वाद, सुगंध और मसालों के अनोखे मेल के लिए जाना जाता है। इसमें चिकन के जांघ वाले हिस्से (चिकन लेग पीस) को दही, नींबू का रस और पारंपरिक तंदूरी मसालों (जैसे अदरक-लहसुन पेस्ट, लाल मिर्च, हल्दी, गरम मसाला, कसूरी मेथी) के मिश्रण में मेरिनेट किया जाता है। फिर इन्हें तंदूर (मिट्टी के ओवन) या ओवन/ग्रिल में धीमी आंच पर पकाया जाता है, जिससे चिकन बाहर से हल्का कुरकुरा और अंदर से रसदार रहता है।
इस डिश का नाम “तंदूरी” इसके पकाने की पारंपरिक विधि से आया है, जिसमें तंदूर का इस्तेमाल होता है। इसका लाल-नारंगी रंग विशेष रूप से पपरिका, लाल मिर्च पाउडर और फूड कलर के कारण आता है, जो इसे आकर्षक बनाता है।
चिकन लेग तंदूरी न केवल स्वाद में बेहतरीन है बल्कि प्रोटीन से भरपूर और पोषण से भी समृद्ध है। इसे अक्सर हरी चटनी, सलाद और नींबू के टुकड़ों के साथ परोसा जाता है। यह भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में एक लोकप्रिय स्टार्टर और पार्टी डिश के रूप में पसंद किया जाता है।
चिकन लेग तंदूरी का इतिहास
चिकन लेग तंदूरी का इतिहास भारतीय व्यंजनों के स्वर्णिम पन्नों में दर्ज है और इसका उद्भव 20वीं शताब्दी के मध्य में हुआ। माना जाता है कि इसका जन्म पंजाब क्षेत्र (वर्तमान में भारत और पाकिस्तान के कुछ हिस्से) में हुआ था, जहाँ तंदूर (मिट्टी का ओवन) सदियों से रोटी और मांस पकाने के लिए इस्तेमाल होता था।
तंदूरी व्यंजनों का आधुनिक रूप 1940 के दशक में दिल्ली के मोटी महल रेस्टोरेंट के संस्थापक कुंदन लाल गुजराल ने लोकप्रिय बनाया। विभाजन (Partition) के बाद, वे पाकिस्तान के पेशावर से दिल्ली आए और यहाँ तंदूर में मेरिनेटेड चिकन पीस पकाकर एक नई डिश पेश की — जिसे “तंदूरी चिकन” कहा गया। इसी तंदूरी शैली में बाद में चिकन लेग तंदूरी एक खास वैरिएशन के रूप में सामने आया, जिसमें केवल जांघ और ड्रमस्टिक पीस को विशेष मसालों में मेरिनेट कर ग्रिल किया जाता है।
तंदूरी पकाने की यह तकनीक मुगलकालीन और भारतीय देसी रसोई की संयुक्त धरोहर मानी जाती है। पहले इसे खास अवसरों, शाही दावतों और विवाह समारोहों में ही परोसा जाता था, लेकिन आज यह भारत के हर कोने और दुनिया के बड़े-बड़े रेस्टोरेंट मेन्यू में उपलब्ध है।
चिकन लेग तंदूरी का इतिहास न केवल स्वाद के विकास की कहानी है बल्कि यह भारतीय खानपान की उस परंपरा का भी प्रमाण है, जिसमें मिट्टी के तंदूर, मसालों की खुशबू और धीमी आंच की जादुई पकाने की विधि शामिल है।
Table of Contents


चिकन लेग तंदूरी
Ingredients
- 600 ग्राम चिकन के 4 लेग पीस
- 150 ग्राम दही
- 3 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच कश्मीरी मिर्च
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 चम्मच काली मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच अदरक के पेस्ट
- 2 चम्मच लहसुन के पेस्ट
- 2 pc नींबू
- 2 चम्मच देसी घी
- 50 ग्राम पनीर
- 50 ग्राम मशरूम
- 50 ग्राम शिमला मिर्च
- 100 ग्राम सरसों तेल
- 1 चम्मच काला नमक
- 150 ग्राम प्याज
- 50 ग्राम गाजर
- 100 ग्राम खीरा
- 100 ग्राम चुकंदर
- 100 ग्राम धनिया पत्ता
- 50 ग्राम हरा मिर्च
- 30 ग्राम साबुत लहसुन
- 4 चम्मच टमाटर सॉस
Instructions
चिकन लेग तंदूरी बनाने की विधि:-
Step 1
- चिकन लेग तंदूरी बनाने एक बर्तन में दही,लाल मिर्च पाउडर,कश्मीरी मिर्च पाउडर,हल्दी पाउडर,काली मिर्च पाउडर,अदरक का पेस्ट, लहसुन का पेस्ट,एक नींबू का रस,काला नमक डालकर चम्मच से बढ़िया से सबको मिलाकर पेस्ट तैयार कर ले, फिर इसको 15 मिनट के लिए फ्रिज में डाल दे।
Step 2
- चिकन के लेग पीस को पानी से बढ़िया से धोकर अलग बर्तन में रख ले।
Step 3
- प्याज को छीलकर कर 4परत हटाकर अलग रख ले,बाकी प्याज को कचूमर की तरह काट ले,गाजर को छीलकर 4 पीस सब्जी के तरह काट ले बाकी को कचूमर की तरह काट ले, शिमला मिर्च को 6 पीस में काटकर बीज निकाल कर फेंक दे,खीरा और चुकंदर को छीलकर कचूमर की तरह काट ले,लहसुन को छीलकर अलग रख ले,धनिया पत्ता को पानी से धोकर अलग रख ले,हरा मिर्च को बीच में चिड़ा लगा ले इसमें से 4 पीस अलग रख ले।
Step 4
- ग्राइंडर में हरा मिर्च,धनिया पत्ता,लहसुन,स्वाद अनुसार नमक डालकर पीसकर चटनी बना ले और एक कटोरी में रख ले इसमें नींबू काटकर आधा टुकड़ा निचोड़ दे,हल्का सरसों तेल डालकर चम्मच से अच्छा तरह मिला ले।
Step 5
- फ्रिज से तैयार मसाले के पेस्ट निकाल कर देखें कि पेस्ट का रंग लाल हुआ है कि नहीं, लाल हो गया है तो इसे चिकन के चारों लेग पीस पर बढ़िया से लेप लगाकर तंदूरी सिक में पहले पनीर,मशरूम, शिमला मिर्च,प्याज,गाजर और चिकन लेग पीस को लगाकर इसी तरह चारों लेग पीस में करके ओवन तंदूर के बाहरी हुक पर टांग दे 25 मिनट के लिए।
Step 6
- 25 मिनट के बाद देखे की चिकन लेग पीस पर का मसाला का लेप सुख गया है कि नहीं अगर नहीं सुखा है तो इंतजार करें इसे सूखने दे।जब मसाला सुख जाए तब तंदूर में डालकर तंदूर का ढक्कन बंद कर दे 15 मिनट के लिए छोड़ दे।
Step 7
- 15 मिनट के बाद देखें और एक किचन ब्रश के सहारे चारों चिकन लेग पीस पर घी लगाकर तंदूर में डाल दे ढक्कन बंद कर दे इस प्रक्रिया को बारी-बारी से 40 मिनट तक करें।
Step 8
- 40 मिनट के बाद सरसों तेल का लेप लगाकर अगले 5 मिनट तक पकने दे अब इसे एक प्लेट में ठीक से निकाल कर रखें। एक प्लेट में कचूमर सलाद और धनिया के चटनी, टमाटर सॉस,चिली सॉस के साथ सर्व करें।

INGREDIENTS
- 600 ग्राम चिकन के 4 लेग पीस
- 150 ग्राम दही
- 3 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच कश्मीरी मिर्च
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 चम्मच काली मिर्च पाउडर
- 2 चम्मच अदरक के पेस्ट
- 2 चम्मच लहसुन के पेस्ट
- 2pc नींबू
- 2 चम्मच देसी घी
- 50 ग्राम पनीर
- 50 ग्राम मशरूम
- 50 ग्राम शिमला मिर्च
- 100 ग्राम सरसों तेल
- 1 चम्मच काला नमक
- 150 ग्राम प्याज
- 50 ग्राम गाजर
- 100 ग्राम खीरा
- 100 ग्राम चुकंदर
- 100 ग्राम धनिया पत्ता
- 50 ग्राम हरा मिर्च
- 30 ग्राम साबुत लहसुन
- 4 चम्मच टमाटर सॉस
चिकन लेग तंदूरी बनाने की विधि:-
Step 1
चिकन लेग तंदूरी बनाने एक बर्तन में दही,लाल मिर्च पाउडर,कश्मीरी मिर्च पाउडर,हल्दी पाउडर,काली मिर्च पाउडर,अदरक का पेस्ट, लहसुन का पेस्ट,एक नींबू का रस,काला नमक डालकर चम्मच से बढ़िया से सबको मिलाकर पेस्ट तैयार कर ले, फिर इसको 15 मिनट के लिए फ्रिज में डाल दे।
Step 2
चिकन के लेग पीस को पानी से बढ़िया से धोकर अलग बर्तन में रख ले।
Step 3
प्याज को छीलकर कर 4परत हटाकर अलग रख ले,बाकी प्याज को कचूमर की तरह काट ले,गाजर को छीलकर 4 पीस सब्जी के तरह काट ले बाकी को कचूमर की तरह काट ले, शिमला मिर्च को 6 पीस में काटकर बीज निकाल कर फेंक दे,खीरा और चुकंदर को छीलकर कचूमर की तरह काट ले,लहसुन को छीलकर अलग रख ले,धनिया पत्ता को पानी से धोकर अलग रख ले,हरा मिर्च को बीच में चिड़ा लगा ले इसमें से 4 पीस अलग रख ले।
Step 4
ग्राइंडर में हरा मिर्च,धनिया पत्ता,लहसुन,स्वाद अनुसार नमक डालकर पीसकर चटनी बना ले और एक कटोरी में रख ले इसमें नींबू काटकर आधा टुकड़ा निचोड़ दे,हल्का सरसों तेल डालकर चम्मच से अच्छा तरह मिला ले।
Step 5
फ्रिज से तैयार मसाले के पेस्ट निकाल कर देखें कि पेस्ट का रंग लाल हुआ है कि नहीं, लाल हो गया है तो इसे चिकन के चारों लेग पीस पर बढ़िया से लेप लगाकर तंदूरी सिक में पहले पनीर,मशरूम, शिमला मिर्च,प्याज,गाजर और चिकन लेग पीस को लगाकर इसी तरह चारों लेग पीस में करके ओवन तंदूर के बाहरी हुक पर टांग दे 25 मिनट के लिए।
Step 6
25 मिनट के बाद देखे की चिकन लेग पीस पर का मसाला का लेप सुख गया है कि नहीं अगर नहीं सुखा है तो इंतजार करें इसे सूखने दे।जब मसाला सुख जाए तब तंदूर में डालकर तंदूर का ढक्कन बंद कर दे 15 मिनट के लिए छोड़ दे।
Step 7
15 मिनट के बाद देखें और एक किचन ब्रश के सहारे चारों चिकन लेग पीस पर घी लगाकर तंदूर में डाल दे ढक्कन बंद कर दे इस प्रक्रिया को बारी-बारी से 40 मिनट तक करें।
Step 8
40 मिनट के बाद सरसों तेल का लेप लगाकर अगले 5 मिनट तक पकने दे अब इसे एक प्लेट में ठीक से निकाल कर रखें। एक प्लेट में कचूमर सलाद और धनिया के चटनी, टमाटर सॉस,चिली सॉस के साथ सर्व करें।
चिकन लेग तंदूरी के लोकप्रिय वैरायटीज़
चिकन लेग तंदूरी की मूल रेसिपी में दही, नींबू और तंदूरी मसालों का उपयोग होता है, लेकिन समय के साथ इसमें कई तरह के स्वाद और तकनीकों का मेल हुआ है। यहाँ इसके कुछ प्रसिद्ध वैरायटीज़ दिए जा रहे हैं—
1. क्लासिक तंदूरी चिकन लेग
- पारंपरिक रेसिपी, जिसमें अदरक-लहसुन पेस्ट, दही, हल्दी, लाल मिर्च, गरम मसाला और कसूरी मेथी का इस्तेमाल होता है।
- इसे तंदूर में या ओवन में धीमी आंच पर पकाया जाता है।
2. मलाई तंदूरी चिकन लेग
- इसमें दही की जगह फ्रेश क्रीम, चीज़ और काजू पेस्ट का उपयोग किया जाता है।
- स्वाद में माइल्ड, क्रीमी और हल्के मसालेदार।
- बच्चों और कम मसाले पसंद करने वालों के लिए बढ़िया विकल्प।
3. हरियाली तंदूरी चिकन लेग
- धनिया पत्ती, पुदीना, हरी मिर्च और पालक का पेस्ट दही के साथ मिलाकर मेरिनेशन किया जाता है।
- हरे रंग और फ्रेश हर्ब्स के फ्लेवर के कारण यह खास दिखता है।
4. अचारी तंदूरी चिकन लेग
- अचार के मसाले (सरसों, कलौंजी, मेथी, सौंफ) और सरसों का तेल मेरिनेशन में मिलाया जाता है।
- स्वाद में चटपटा और खट्टा-तीखा।
5. लहसुन तंदूरी चिकन लेग
- इसमें लहसुन की मात्रा ज्यादा रखी जाती है, साथ में बटर और काली मिर्च का तड़का।
- लहसुन प्रेमियों के लिए खास।
6. मसाला तंदूरी चिकन लेग (Extra Spicy)
- इसमें लाल मिर्च, काली मिर्च और गरम मसाले की मात्रा दोगुनी होती है।
- तीखा खाने के शौकीनों के लिए परफेक्ट।
7. स्मोक्ड तंदूरी चिकन लेग
- पकने के बाद इसे कोयले के धुएं से स्मोक फ्लेवर दिया जाता है।देसी ढाबा स्टाइल का स्वाद लाने के लिए।
8. लेमन पेपर तंदूरी चिकन लेग
- नींबू का रस और काली मिर्च का ज्यादा इस्तेमाल, हल्के मसालों के साथ।
- गर्मियों में खाने के लिए तरोताज़ा फ्लेवर।
9. हनी चिली तंदूरी चिकन लेग
- मेरिनेशन में थोड़ा शहद और चिली फ्लेक्स डालकर मीठा-तीखा स्वाद बनाया जाता है।
- पार्टी और BBQ नाइट्स के लिए खास।
10. पेरि-पेरि तंदूरी चिकन लेग
अफ्रीकी पेरि-पेरि सॉस और भारतीय मसालों का फ्यूजन।
स्वाद में तीखा, खट्टा और स्मोकी।
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चिकन लेग तंदूरी के स्वास्थ्य संबंधी लाभ
चिकन लेग तंदूरी सिर्फ एक स्वादिष्ट डिश नहीं है, बल्कि यह पोषण, प्रोटीन और कई जरूरी विटामिन-खनिजों का अच्छा स्रोत भी है। सही तरीके से पकाए जाने पर यह हेल्दी और संतुलित डाइट का हिस्सा बन सकता है। आइए इसके हेल्थ बेनिफिट्स को विस्तार से समझते हैं —
1. उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन स्रोत
- चिकन लेग तंदूरी में लीन प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर के मांसपेशी निर्माण, रिपेयर और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए आवश्यक है।
- औसतन 100 ग्राम पके हुए चिकन लेग में लगभग 18-20 ग्राम प्रोटीन होता है।
- प्रोटीन वजन घटाने वालों के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि यह भूख को लंबे समय तक नियंत्रित रखता है।
2. विटामिन B-कॉम्प्लेक्स का बेहतरीन स्रोत
- चिकन लेग में विटामिन B6 और B12 भरपूर होते हैं, जो मस्तिष्क कार्य, लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और ऊर्जा उत्पादन में मदद करते हैं।
- B3 (नियासिन) शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने और त्वचा की सेहत के लिए फायदेमंद है।
3. कम वसा (Low Fat) और हेल्दी कुकिंग
- तंदूरी शैली में चिकन को ग्रिल या बेक किया जाता है, जिससे इसमें अतिरिक्त तेल और फैट की मात्रा कम हो जाती है।
- डीप फ्राई की तुलना में यह कम कैलोरी वाला विकल्प है, जो दिल की सेहत के लिए बेहतर है।
4. मिनरल्स से भरपूर
- चिकन लेग में फॉस्फोरस हड्डियों और दांतों के लिए जरूरी है।
- सेलेनियम इम्यूनिटी को बढ़ाता है और एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है।
- जिंक त्वचा की सेहत, बालों की ग्रोथ और रोग प्रतिरोधक क्षमता में मदद करता है।
5. वजन प्रबंधन में सहायक
- तंदूरी चिकन में प्रोटीन अधिक और फैट कम होता है, जिससे यह वजन घटाने वाली डाइट में शामिल किया जा सकता है।
- प्रोटीन मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है, जिससे शरीर में कैलोरी बर्निंग रेट तेज होती है।
6. मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाना
- चिकन लेग में मौजूद प्रोटीन और मिनरल्स मांसपेशियों की ताकत बढ़ाते हैं।
- कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों को मजबूत रखते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाते हैं।
7. रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) में सुधार
- इसमें मौजूद सेलेनियम, जिंक और विटामिन B6 शरीर की इम्यून सेल्स को सक्रिय करते हैं।
- लहसुन, अदरक और हल्दी जैसे मसाले, जो मेरिनेशन में डाले जाते हैं, प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण रखते हैं।
8. पाचन के लिए अच्छा
- मेरिनेशन में इस्तेमाल दही प्रोबायोटिक का स्रोत है, जो आंतों की सेहत सुधारता है।
- अदरक और जीरा पाचन में मदद करते हैं और गैस, अपच जैसी समस्याओं को कम करते हैं।
9. दिल की सेहत के लिए लाभकारी
- सही तरीके से पकाने पर तंदूरी चिकन में सैचुरेटेड फैट कम और अनसैचुरेटेड फैट अधिक होता है।
- यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करता है।
10. ऊर्जा बढ़ाने वाला भोजन
- इसमें मौजूद प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- यह जिम जाने वालों और एथलीट्स के लिए परफेक्ट प्री या पोस्ट-वर्कआउट मील हो सकता है।
11. हार्मोन बैलेंस में मददगार
- जिंक और B6 हार्मोन प्रोडक्शन को नियंत्रित करते हैं।
- यह थायरॉइड और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।
13. लो-कार्ब डाइट के लिए उपयुक्त
- तंदूरी चिकन में कार्बोहाइड्रेट बहुत कम होते हैं, इसलिए यह कीटो डाइट और लो-कार्ब डाइट वालों के लिए बढ़िया विकल्प है।
14. डायबिटीज़ में सुरक्षित विकल्प
- इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले इंग्रीडिएंट्स होते हैं।
- सफेद चावल या मीठी सॉस के बजाय सलाद के साथ खाने पर यह डायबिटीज़ रोगियों के लिए भी उपयुक्त है।
15. मसालों के औषधीय गुण
- हल्दी – सूजन कम करती है और इम्यूनिटी बढ़ाती है।
- लहसुन – दिल की बीमारियों से बचाव करता है।
- अदरक – पाचन सुधारता है और एंटी-इंफ्लेमेटरी है।
- लाल मिर्च पाउडर – मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है।
पोषण चार्ट (100 ग्राम पके हुए चिकन लेग तंदूरी में औसतन)
| पोषक तत्व | मात्रा |
| कैलोरी | 150-170 kcal |
| प्रोटीन | 18-20 g |
| फैट | 6-8 g |
| कार्बोहाइड्रेट | 1-2 g |
| फाइबर | 0 g |
| विटामिन B6 | 0.5 mg |
| विटामिन B12 | 0.4 mcg |
| फॉस्फोरस | 150 mg |
| जिंक | 2 mg |
| सेलेनियम | 25 mcg |
FAQs चिकन लेग तंदूरी के संबंध में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जबाब
Q1. क्या चिकन लेग तंदूरी को ओवन में पका सकते हैं
A हां ओवन में इसे पका सकते हैं लेकिन तापमान का ध्यान रखना होगा ओवन का शुरुआती तापमान 70 डिग्री सेल्सियस से 100 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए धीरे-धीरे तापमान को बढ़ाते हुए 200 डिग्री सेल्सियस तक ले सकते हैं लेकिन ध्यान रखे कि तापमान बढ़ाने के क्रम में 15 मिनट का अंतर रखें।
Q2. क्या चिकन लेग पीस तंदूरी बनाने के लिए 150 ग्राम से अधिक वजन का लेग पीस का उपयोग कर सकते हैं
A हां लेकिन जो स्वाद 150 ग्राम के लेग पीस में आएगा वह स्वाद अधिक वजन वाले पीस में नहीं आएगा।
Q3.क्या चिकन लेग तंदूरी बनाते समय हरा सब्जी का उपयोग रोस्ट में कर सकते हैं
A हां हरा सब्जी को रोस्ट में आप उपयोग कर सकते हैं इससे आपको लाजवाब स्वाद का अनुभव प्राप्त होगा।
Q4. क्या चिकन लेग तंदूरी को किसी मसाला ग्रेवी के साथ खा सकते हैं
A हां भारत के कुछ हिस्सों में चिकन ग्रेवी के साथ खाया जाता है।
Q5. क्या चिकन लेग तंदूरी बनाने में अंत में सरसों तेल का उपयोग करना जरूरी है
A नहीं सरसों तेल का उपयोग मसाला के पेस्ट तैयार करते समय मसाले के साथ आप कर सकते हैं
Q6. मेरिनेशन का आदर्श समय कितना होना चाहिए
A कम से कम 4 घंटे और बेहतर स्वाद के लिए रातभर मेरिनेट करना सबसे अच्छा है।
Q7. क्या इसे डायबिटीज़ रोगी खा सकते हैं
A हाँ, यदि इसमें शक्करयुक्त सॉस न डाली जाए और सलाद के साथ खाया जाए तो यह सुरक्षित है।
Q8. चिकन लेग तंदूरी के साथ क्या परोसना सबसे अच्छा है
हरी चटनी, प्याज़ के रिंग्स, नींबू के टुकड़े, सलाद और पुदीना रायता इसके साथ बेहतरीन लगते हैं।
Q9. क्या इसे वजन घटाने वाले डाइट में शामिल किया जा सकता है
A जी हाँ, क्योंकि यह लो-कार्ब और हाई-प्रोटीन डिश है, खासकर यदि इसे कम तेल में ग्रिल किया जाए।
Q10. क्या चिकन लेग तंदूरी में फूड कलर जरूरी है
A नहीं, आप पपरिका पाउडर या कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर से प्राकृतिक रंग ला सकते हैं।
Q11. मेरिनेशन में दही का क्या रोल है
A दही चिकन को नरम और जूसी बनाता है, साथ ही मसाले अच्छी तरह चिपक जाते हैं।
Q12. क्या बच्चों के लिए यह उपयुक्त है
A हाँ, लेकिन मसालों की मात्रा कम रखनी चाहिए और अच्छी तरह पका लेना चाहिए।
निष्कर्ष
चिकन लेग तंदूरी भारतीय तंदूरी व्यंजनों का एक क्लासिक उदाहरण है, जिसमें स्वाद, पोषण और परंपरा का बेहतरीन संगम मिलता है। दही और मसालों के मेरिनेशन के बाद इसे तंदूर या ग्रिल में पकाने से यह हेल्दी और स्वादिष्ट दोनों बनता है। इसमें मौजूद प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स मांसपेशियों, हड्डियों और इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं, जबकि मसाले पाचन और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं।
इसके कई वैरायटीज़ — जैसे मलाई, हरियाली, अचारी, लेमन पेपर या स्मोक्ड — इसे हर स्वाद के अनुरूप ढालते हैं। चाहे पार्टी हो, फैमिली डिनर हो या फेस्टिवल, चिकन लेग तंदूरी हर मौके पर आकर्षण का केंद्र बन सकती है।
अगर इसे सही तरीके से पकाया जाए, तेल कम रखा जाए और साथ में सलाद-हरी चटनी परोसी जाए, तो यह न केवल स्वादिष्ट बल्कि हेल्दी मील भी साबित होती है।
